प्रियांश आर्य के तूफानी शतक से चेन्नई के गेंदबाज पस्त

पंजाब किंग्स ने सीएसके को दी 18 रनों से मात, लगातार चार मैचों में हारे धोनी के धुरंधर

खेलपथ संवाद

मुल्लांपुर। सलामी बल्लेबाज प्रियांश आर्य के तूफानी शतक से पंजाब किंग्स ने आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स को 18 रन से हरा दिया। ये सुपरकिंग्स की लगातार चौथी हार है। दोनों टीमों के बीच खेला गया यह मुकाबला रोमांच की हदों तक पहुंचा।

पंजाब किंग्स के 220 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सुपरकिंग्स की टीम सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे (69 रन, 49 गेंद, छह चौके, दो छक्के) के अर्धशतक व शिवम दुबे (42) के साथ तीसरे विकेट की 89 रन की साझेदारी के बावजूद 5 विकेट पर 201 रन बना सकी। कॉनवे ने रचिन रविंद्र के साथ भी पहले विकेट के लिए 61 रन जोड़े।

पंजाब की ओर से लॉकी फर्ग्युसन सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 40 रन देकर दो विकेट चटकाए। पंजाब ने इससे पहले खराब शुरुआत से उबरते हुए 6 विकेट पर 219 रन बनाए। आईपीएल इतिहास का संयुक्त रूप से चौथा सबसे तेज शतक जड़ने वाले प्रियांश ने 42 गेंद में 9 छक्कों और 7 चौकों से 103 रन की पारी खेली। उन्होंने शशांक सिंह (नाबाद 52) के साथ उस समय छठे विकेट के लिए 34 गेंद में 71 रन की साझेदारी की जब टीम 83 रन पर 5 विकेट गंवाकर संकट में थी। शशांक ने इसके बाद मार्को यानसेन (नाबाद 34) के साथ 7वें विकेट के लिए 65 रन की अटूट साझेदारी करके टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। शशांक ने 36 गेंद की अपनी पारी में 3 छक्के और 2 चौके मारे। यानसेन ने 19 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके जड़े।

सुपरकिंग्स के गेंदबाज काफी महंगे साबित हुए। खलील अहमद ने 45 जबकि रविचंद्रन अश्विन ने 48 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए। मथीशा पथिराना ने चार ओवर में 52 रन लुटाए जबकि उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। लक्ष्य का पीछा करने उतरे सुपरकिंग्स को कॉनवे और रविंद्र ने पावर प्ले में 59 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलाई। रविंद्र ने इस बीच यश ठाकुर पर लगातार तीन चौके भी जड़े। रविंद्र हालांकि सातवें ओवर में ग्लेन मैक्सवेल की गेंद पर प्रभसिमरन सिंह के हाथों स्टंप हो गए। उन्होंने 23 गेंद का सामना करते हुए छह चौके मारे। सुपरकिंग्स के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ एक बार फिर नाकाम रहे और एक रन बनाकर फर्ग्युसन की गेंद पर शशांक को कैच दे बैठे जिससे टीम का स्कोर दो विकेट पर 62 रन हो गया।

इंपेक्ट प्लेयर के रूप में उतरे दुबे ने फर्ग्युसन पर चौका और छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाए जबकि कॉनवे ने भी मार्कस स्टोइनिस पर छक्का जड़ा। कॉनवे ने यानसेन की लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ 37 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबकि दुबे ने भी इस ओवर में छक्का मारा। सुपरकिंग्स को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 75 रन की जरूरत थी। फर्ग्युसन ने दुबे को बोल्ड करके सुपरकिंग्स को बड़ा झटका दिया। उन्होंने 27 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और दो छक्के मारे। फर्ग्युसन के ओवर में सिर्फ सात रन बने जबकि युजवेंद्र चहल ने 17वें ओवर में नौ रन दिए जिससे सुपरकिंग्स को अंतिम तीन ओवर में 59 रन की दरकार थी। फर्ग्युसन के 18वें ओवर में महेंद्र सिंह धोनी (27 रन, 12 गेंद, तीन छक्के, एक चौका) ने दो छक्के जड़े लेकिन कॉनवे रिटायर्ड आउट हो गए। अर्शदीप के अगले ओवर में यश ने धोनी का कैच टपकाया जिसका फायदा उठाकर उन्होंने लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ दिया। अब अंतिम ओवर में जीत के लिए 28 रन की जरूरत थी।

यश ने पहली ही गेंद पर धोनी को चहल के हाथों कैच करा दिया। रविंद्र जडेजा (नाबाद 09) ने यश पर छक्का जड़ा लेकिन टीम लक्ष्य से दूर रही। इससे पहले पंजाब ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन तीसरे ओवर तक ही प्रभसिमरन सिंह (00) और कप्तान श्रेयस अय्यर (09) के विकेट गंवा दिए। प्रभसिमरन दूसरे ओवर में मुकेश चौधरी की गेंद को विकेटों पर खेल गए जबकि अगले ओवर में खलील ने अय्यर को भी बोल्ड कर दिया। प्रियांश ने मैच की पहली गेंद पर खलील पर छक्का जड़ा लेकिन अगली गेंद पर गेंदबाज उनका मुश्किल कैच लपकने में नाकाम रहा। प्रियांश ने इसी ओवर में एक और छक्का जड़ा। उन्होंने मुकेश पर भी छक्का और फिर लगातार तीन चौके मारे। खलील ने मार्कस स्टोइनिस (04) को डेवोन कॉनवे के हाथों कैच कराके पंजाब को तीसरा झटका दिया। प्रियांश ने अश्विन पर छक्के के साथ सिर्फ 19 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।

पंजाब किंग्स ने पावर प्ले में तीन विकेट पर 75 रन बनाए। अश्विव ने अपने अगले ओवर में निहाल वढेरा (09) व ग्लेन मैक्सवेल (01) को आउट करके पंजाब का स्कोर 5 विकेट पर 83 रन किया। प्रियांश ने नूर अहमद पर चौके के साथ 11वें ओवर में टीम के रनों का शतक पूरा किया और फिर अश्विन पर लगातार दो छक्के मारे जबकि शशांक ने भी नूर और अश्विन पर छक्के जड़े। अश्विन के 12वें ओवर में 20 रन बने। प्रियांश ने 13वें ओवर में पथिराना पर लगातार तीन छक्कों और एक चौके के साथ सिर्फ 39 गेंद में आईपीएल इतिहास का चौथा सबसे तेज शतक पूरा किया लेकिन अगले ओवर में नूर की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर विजय शंकर को कैच दे बैठे। शशांक को यानसेन के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला। शशांक ने नूर, यानसेन ने पथिराना पर छक्का जड़ा। यानसेन ने पथिराना के पारी के अंतिम ओवर में भी छक्का जड़ा जबकि शशांक ने अंतिम गेंद में तीन रन के साथ 36 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।

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