क्रिकेटरों की राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में कोई दिलचस्पी नहीं

खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड के लिए नहीं किए आवेदन
जसप्रीत बुमराह और राहुल द्रविड़ पर नहीं लिया संज्ञान
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड के लिए खिलाडि़यों में जबरदस्त होड़ रहती है, लेकिन किसी भी क्रिकेटर ने इनमें रुचि नहीं दिखाई। भारतीय टीम के किसी भी क्रिकेटर ने खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड के लिए इस बार आवेदन नहीं किया। 
पुरस्कार समिति के कुछ सदस्यों के अनुसार इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए तकरीबन 350 खिलाडि़यों ने आवेदन किया, लेकिन इसमें किसी भी क्रिकेटर का नाम नहीं था। हालांकि, पिछली बार की तरह इस बार खेल मंत्रालय ने भी किसी भी क्रिकेटर को पुरस्कार देने के लिए स्वत: संज्ञान नहीं लिया। बीते वर्ष मंत्रालय ने मोहम्मद शमी को अर्जुन अवॉर्ड दिया था।
कुछ वर्षों से खेल मंत्रालय ने खेल पुरस्कारों के लिए सीधे आवेदन का प्रावधान रखा है। इससे पहले खिलाड़ी अपने खेल संघों के जरिये इनके लिए आवेदन करते थे। पिछले कई वर्षों से बीसीसीआई खेल पुरस्कार के लिए आवेदन भेजता था। सीधे आवेदन के चलते किसी भी क्रिकेटर ने इनमें रुचि नहीं दिखाई। 
इस बार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को अर्जुन अवॉर्ड और टी-20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ को द्रोणाचार्य अवॉर्ड का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन उनका आवेदन नहीं होने के चलते उन्हें नहीं चुना गया। हालांकि द्रविड़ ने कई वर्ष पूर्व खेल रत्न के लिए आवेदन किया था, लेकिन तब उन्हें यह पुरस्कार नहीं दिया गया। इस बार द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए कुछ क्रिकेट प्रशिक्षकों ने जरूर आवेदन किया था। इस बार पुरस्कार समिति में पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले भी शामिल थे, लेकिन किन्हीं कारणों से वह बैठक में नहीं आ पाए।
स्वीटी, साजन का नाम जुड़ा, सरोहा का कटा
दो ओलम्पिक पदक विजेता मनु भाकर और शतरंज विश्व चैम्पियन डी गुकेश के नाम की सिफारिश पुरस्कार समिति ने नहीं की थी, लेकिन मंत्रालय ने दोनों के नाम पर स्वत: संज्ञान लेकर उन्हें खेल रत्न के लिए चुना। सूत्र बताते हैं कि समिति ने अर्जुन पुरस्कार के लिए 30 नामों की सिफारिश की थी, लेकिन मंत्रालय की ओर से जारी सूची में 32 नाम हैं। 
सूत्र बताते हैं कि विश्व चैम्पियन मुक्केबाज स्वीटी और तैराक साजन प्रकाश को अर्जुन पुरस्कार देने के लिए भी मंत्रालय ने स्वत: संज्ञान लिया। यही नहीं समिति ने पैरा एथलीट अमित सरोहा के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए की थी, लेकिन अंतिम क्षणों में उनका नाम कटा है। सरोहा के खिलाफ शिकायत की गई थी कि सक्रिय खिलाड़ी होने के नाते उन्हें द्रोणाचार्य अवॉर्ड नहीं मिल सकता है। पेरिस ओलम्पिक में पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ी खेल रत्न या अर्जुन अवॉर्ड के लिए चुने गए, लेकिन इसमें हॉकी टीम के खिलाड़ी यूपी के राजकुमार पाल का नाम नहीं है। सूत्र बताते हैं कि पाल ने अवॉर्ड के लिए आवेदन ही नहीं किया था।

 

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