राजीव एकेडमी को गुणवत्तायुक्त शिक्षण में नई गति प्रदान की जाएगी

नवागत निदेशक डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने साझा किए अपने विचार

मथुरा। उच्च शिक्षा में अकादमिक गतिविधियां विद्यार्थी की गुणवत्तायुक्त शिक्षा में निखार लाती हैं। इसके द्वारा शिक्षा इतनी अधिक प्रभावी हो जाती है कि छात्र-छात्राएं अपने जीवन में लगातार सफलता प्राप्त करते हैं। राजीव एकेडमी इसका उदाहरण है जहां प्रतिवर्ष सैकड़ों बड़ी और प्रतिष्ठित कम्पनियां प्लेसमेंट आयोजित कर यहां के छात्र-छात्राओं का चयन कर उन्हें जॉब प्रदान करती हैं। यह विचार राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में हाल ही में निदेशक पद पर आसीन हुए डॉ. अभिषेक सिंह भदौरिया ने व्यक्त किए।

डॉ. भदौरिया ने स्पष्ट किया कि व्यक्ति कितना भी शिक्षित क्यों न हो,  जब तक उसके पास छात्र-छात्राओं को शिक्षित करने, उसे पाठ (कन्टेण्ट) को समझाने की स्किल नहीं है तो सब बेकार है। आज के समय में श्रेष्ठ शिक्षक वही है जिसके पास छात्र-छात्राओं को समझाने की बेस्ट स्किल है। डॉ. भदौरिया की जहां तक बात है, वह बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा (रांची) में फायनांस विशेषज्ञ रहे हैं। वर्ष 2021 में उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में बेस्ट टीचर का अवॉर्ड महाराष्ट्र सरकार ने प्रदान किया है। अपने अकादमिक करिअर में उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में 25 से अधिक पेपर सम्मिट किये हैं। उनकी उच्च शिक्षा के करिअर का पता इस बात से लगता है कि अब तक 30 रिसर्च पेपर स्कोपस, एस.सी.आई. और यू.जी.सी. केयर में प्रकाशित हो चुके हैं। इसके साथ ही वह एक दर्जन एफडीपी-आईआईटी तथा आईआईएम अटेण्ड कर चुके हैं।

अपने 23 वर्ष के अकादमिक अनुभव में उनका स्पेशलाइजेशन फायनांस है। इस संदर्भ में उनकी दो पाठ्य पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। पहली अकाउण्ट्स पर और दूसरी फायनांसियल मैनेजमेंट पर है। वर्ष 2018 में रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर डेपुटेशन पर नियुक्त हुए एवं 2022 में महाराष्ट्र (नासिक) स्थित संदीप यूनिवर्सिटी में एक वर्ष के लिए डीन पद को सुशोभित किया। डॉ. अभिषेक सिंह जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के वाणिज्य में गोल्डमेडलिस्ट स्टूडेण्ट रहे। वर्ष 2010 में उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा कॉमर्स में पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ. अभिषेक सिंह के निर्देशन में राजीव एकेडमी शिक्षा की नई ऊंचाइयों तक पहुँचेगा। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह के निदेशक बनने पर यहां की शैक्षिक और अकादमिक गतिविधियों में अभूतपूर्व गतिशीलता आएगी। चूंकि वे (डॉँ. अभिषेक) एक सुलझे हुए फायनांसियल विशेषज्ञ हैं, लिहाजा उनके निर्देशन में यहां के छात्र-छात्राओं को अपने करिअर निर्माण में और अधिक गति प्राप्त होगी। उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल तथा प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने बधाई देते हुए कहा कि राजीव एकेडमी ही नहीं उनसे अन्य शैक्षिक संस्थानों की फायनांशियल अध्ययन की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।

नवागत निदेशक ने आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि सबसे पहले मैं एक शिक्षक हूं। छात्र-छात्राओं के प्रति शिक्षक का क्या रोल है, अच्छी तरह से अवगत हूँ। छात्र-छात्राओं को उच्च पैकेज पर प्लेसमेंट दिलवाना, शिक्षा के साथ उन्हें व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना, कॉन्फ्रेन्स अटेण्ड करना, बेस्ट रिसर्च पेपर तैयार करने की तकनीक का ज्ञान प्रदान करना और प्रभावशाली ढंग से उसे प्रस्तुत करना, अपडेट इंडस्ट्रियल विजिट, साथ ही सेमिनार एवं वर्कशॉपों का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को लाभान्वित करना मेरा मुख्य उद्देश्य है। छात्र-छात्राओं को हर समय गुणवत्तायुक्त शिक्षा का वातावरण उपलब्ध करवाने में सभी प्राध्यापकों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होता रहे, महाविद्यालय में स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, सफाई, खेल व्यवस्थाएं, समय-समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन भी मेरी प्राथमिकताएं रहेंगी।

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