कम्प्यूटर ओलम्पियाड में आरआईएस के कर्षित ने जीता कांस्य पदक

सर्टिफिकेट, मेडल और कैश प्राइज जीत किया विद्यालय का नाम रोशन

मथुरा। राजीव इंटरनेशनल के मेधावी छात्र कर्षित अग्रवाल ने हाल ही में ड्रोना ओलम्पियाड क्लब मथुरा द्वारा आयोजित जिलास्तरीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड में अपनी कुशाग्रबुद्धि का परिचय देते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। कर्षित अग्रवाल को आयोजन समिति द्वारा सर्टिफिकेट, मेडल तथा 11 सौ रुपये का नगद कैश प्राइज प्रदान कर पुरस्कृत किया गया।

राजीव इंटरनेशनल स्कूल के होनहार छात्र-छात्राएं शिक्षा ही नहीं खेलकूद तथा अन्य गतिविधियों में भी शानदार सफलताएं हासिल कर नई पटकथा लिख रहे हैं। हाल ही में आयोजित जिलास्तरीय कम्प्यूटर ओलम्पियाड में आरआईएस के कक्षा 11वीं के छात्र कर्षित अग्रवाल ने कांस्य पदक जीतकर अपने विद्यालय का गौरव बढ़ाया। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर कर्षित को मेडल, सर्टिफिकेट तथा 11 सौ रुपये कैश प्राइज देकर पुरस्कृत किया गया। कम्प्यूटर ओलम्पियाड ऐसी परीक्षा है, जिसमें स्कूली छात्र-छात्राएं कम्प्यूटर विज्ञान से जुड़े अपने ज्ञान और कौशल को प्रदर्शित करते हैं। कम्प्यूटर ओलम्पियाड को साइबर ओलम्पियाड, इन्फॉर्मेटिक्स ओलम्पियाड डिजिटल ओलम्पियाड जैसे नामों से भी जाना जाता है।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने मेधावी छात्र कर्षित अग्रवाल को शानदार सफलता के लिए बधाई देते हुए कहा कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास ही राजीव इंटरनेशनल स्कूल का मुख्य उद्देश्य है। अध्यक्ष डॉ. अग्रवाल ने कहा कि डिजिटल युग में प्रत्येक विद्यार्थी को कम्प्यूटर का ज्ञान होना बहुत जरूरी है क्योंकि आज हर शैक्षिक तथा सामाजिक कार्य कम्प्यूटर बिना असम्भव है।

प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कर्षित अग्रवाल को कम्प्यूटर ओलम्पियाड में हासिल की गई उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। श्री अग्रवाल ने कहा कि आज के युग को यदि हम कम्प्यूटर का युग कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। शिक्षा, मनोरंजन, चिकित्सा, यातायात, संचार आदि सभी क्षेत्रों में कम्प्यूटर ने अपनी उपयोगिता सिद्ध की है। शिक्षा के क्षेत्र में भी कम्प्यूटर अत्यंत उपयोगी सिद्‌ध हो रहे हैं। कम्प्यूटर की उपयोगिता को देखते हुए ही विद्‌यालयों में धीरे-धीरे कम्प्यूटर विषय अनिवार्य हो रहा है।

विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने कर्षित अग्रवाल को बधाई देते हुए कहा कि मौजूदा दौर में कम्प्यूटर के चलन से पठन-पाठन का स्तर अच्छा हुआ है। छात्र-छात्राएं इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे बहुत सी जानकारी हासिल कर सकते हैं। प्रबंधन, कानून व रिसर्च में संलग्न विद्‌यार्थियों के लिए भी कम्प्यूटर का ज्ञान वरदान साबित हो रहा है। पुस्तकों के प्रकाशन में भी कम्प्यूटर की भूमिका अनिवार्य हो गई है। शैक्षिक संयोजिका ने विद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं से कम्प्यूटर में दक्षता बढ़ाने का आह्वान किया।

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