महिला हॉकी में उत्कृष्टता के एक युग का समापन

प्रधानमंत्री मोदी ने हॉकी की रानी को लिखा पत्र
आप हमारे देश की नारी शक्ति की सच्ची राजदूत रही हैं
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल ने संन्यास का एलान कर दिया है। इससे हॉकी प्रेमियों को बड़ा झटका लगा है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रानी को पत्र लिखा। उन्होंने रानी को भारत की नारी शक्ति की सच्ची राजदूत बताया है।
शाहाबाद की बेटी 29 वर्षीय रानी रामपाल ने महिला टीम को ओलम्पिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिलाया था। 2021 टोक्यो ओलम्पिक में उनके नेतृत्व में भारतीय टीम चौथे स्थान पर रही थी। रानी ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुकी हैं।
पीएम मोदी ने लिखा, 'आप हमारे देश की नारी शक्ति की अपार क्षमता की सच्ची राजदूत रही हैं। उत्कृष्टता को फिर से परिभाषित करते हुए और युवा खिलाड़ियों के लिए एक मानक स्थापित करते हुए आपने दिखाया है कि भारतीय महिलाएं क्या हासिल कर सकती हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है। असाधारण करियर के लिए बधाई, और भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं।'
रानी रामपाल ने कही यह बात
उधर संन्यास लेने के एलान के बाद रानी रामपाल ने कहा कि उन्हें गर्व है कि जो लोग शुरुआत में उनके खेलने का विरोध करते थे आज अपनी बेटियों को उनके जैसा बनाने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी खिलाड़ी के लिए जीवन का सबसे कठिन फैसला वह होता है जब उसे अपने खेल को अलविदा कहे। लेकिन वे उपलब्धि को देखती हैं तो बहुत गर्व भी होता है। क्योंकि सात साल की उम्र में पहली बार हॉकी थामने वाली हरियाणा के एक छोटे से शहर शाहबाद की बेटी ने कभी सोचा भी नहीं था कि वह देश के लिए 15 साल हॉकी खेलेंगी और देश की कप्तान बनेंगी।
हॉकी की रानी ने कहा इतना मौका और मुकाम बहुत कम लड़कियों को मिलता है। वे इतने समय तक दिल से ही खेली। हॉकी ने बहुत कुछ दिया है। बड़ी पहचान भी दी। इतने साल तक खेलने की खुशी है तो दुख भी है कि अब भारत की जर्सी कभी नहीं पहन सकेंगीं। उन्होंने कहा कि माता-पिता ने उनके लिए गरीबी के बीच कड़ा संघर्ष किया तो उन्होंने भी उसी समय ठान लिया था कि अब जीवन में कुछ तो करना ही होगा। मुझे मेरे कोच द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त बलदेव सिंह ने भरोसा दिलाया कि वह हॉकी में बेहतरीन कर सकती हैं।
...उत्कृष्टता का एक युग समाप्त हो गया
एक्स पर पोस्ट करते हुए हॉकी इंडिया ने लिखा कि उत्कृष्टता का एक युग समाप्त हो गया। हम एकमात्र और एकमात्र रानी रामपाल को विदाई देते हैं, जो एक दशक से अधिक समय से भारतीय हॉकी को परिभाषित करने वाली एक आइकॉन हैं। भारत को अनगिनत जीत दिलाने से लेकर देश भर के महत्वाकांक्षी एथलीटों के लिए प्रेरणा बनने तक, रानी की विरासत हमेशा चमकती रहेगी। रानी आपके बेजोड़ समर्पण, नेतृत्व और जुनून के लिए धन्यवाद। आपने अगली पीढ़ी के लिए रास्ता तैयार किया है और भारतीय हॉकी पर आपका प्रभाव आने वाले वर्षों तक महसूस किया जाएगा।