एनआईएस पटियाला में मोंडोट्रैक लगाने की मांग
नीरज चोपड़ा ने गिनाए इससे होने वाले फायदे
कहा- हमें कोच की भूमिका को नहीं भूलना चाहिए
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया के साथ राष्ट्रीय खेल विधेयक पर चर्चा के दौरान भारत के शीर्ष भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने बुधवार को यहां सरकार से पटियाला स्थित राष्ट्रीय खेल संस्थान में मोंडोट्रैक को जल्दी लगाने की मांग की। मोंडोट्रैक एक नई सतह है जिसका उपयोग ट्रैक स्पर्धाओं के लिए किया जा रहा है।
ऐसा माना जाता है कि यह प्रदर्शन के स्तर को बढ़ाने के साथ चोट की संभावना को कम करता है। पेरिस ओलम्पिक और ब्रुसेल्स में आयोजित डायमंड लीग के फाइनल में ट्रैक स्पर्धाओं का आयोजन इसी पर किया गया था। दुनिया भर के शीर्ष खिलाड़ियों ने इसकी सराहना की थी। वल्केनाइज्ड रबर से बना यह ट्रैक खिलाड़ियों के चोटिल होने की संभावनाओं को कम करने के साथ उनकी गति को बढ़ाता है। यह खिलाड़ियों के लिए लय बनाए रखने में मददगार होता है और इस पर उन्हें कम थकान महसूस होती है। नीरज ने इस चर्चा में ऑनलाइन भाग लिया और कहा कि वह 2018-19 से पटियाला में ‘मोंडोट्रैक’ की मांग कर रहे हैं। जमीनी स्तर पर सुविधाएं एक और अहम मुद्दा है।
नीरज ने कहा कि स्टेडियमों का इस्तेमाल सिर्फ राष्ट्रीय शिविर और विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंटों के लिए ही नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, जब भारत 2036 में ओलम्पिक की मेजबानी की आकांक्षा रखता है तो स्टेडियमों का उपयोग सिर्फ शिविरों और विश्व कप के लिए नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर देश को नई प्रतिभा चाहिए तो जमीनी स्तर पर अधिक सुविधाएं तैयार करने के साथ-साथ इन स्टेडियमों का अधिक उपयोग किया जाना चाहिए। हमें कोच की भूमिका को नहीं भूलना चाहिए। नीरज ने यह भी मांग की कि भारतीय कोचों को अधिक जागरूक बनाया जाना चाहिए और उन्हें दुनिया भर में जो हो रहा है उसके अनुरूप होना चाहिए।