10 साल बाद दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी

भारतीय टीम आज जर्मनी से करेगी दो-दो हाथ
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 10 वर्ष बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी होने जा रही है। भारतीय हॉकी टीम बुधवार को जब दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में जर्मनी के खिलाफ उतरेगी तो उसकी निगाहें पेरिस ओलम्पिक के सेमीफाइनल में इस देश से 2-3 से मिली हार का बदला लेने पर होंगी। हालांकि यह आसान नहीं होगा। जर्मनी को पेरिस ओलम्पिक के फाइनल में नीदरलैंड के हाथों पेनल्टी शूटआउट में हार मिली थी। साथ ही उसकी विश्व रैंकिंग दो है, जबकि भारत पांचवें स्थान पर है।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने मैच से पहले कहा, यह सीरीज दिल्ली में हॉकी के प्रति भावना को पुनर्जीवित करेगी। मुझे उम्मीद है कि इस सीरीज के जरिये दिल्ली में युवा हॉकी को अपनाने के प्रति प्रेरित होंगे। ध्यानचंद स्टेडियम में अंतिम बार अंतरराष्ट्रीय मैच 2014 में हीरो वर्ल्ड लीग फाइनल का खेला गया था। अब ये दो टेस्ट मैच बुधवार और गुरुवार को खेले जाएंगे। इन टेस्ट मैचों के लिए हॉकी प्रेमियों ने भी रुचि दिखाई है। मुफ्त टिकट के लिए 12 हजार दर्शकों ने आवेदन किया है। स्टेडियम की क्षमता 16 हजार दर्शकों की है। कागजों में जर्मनी जरूर ताकतवर दिखाई दे रहा है, लेकिन इस देश के साथ पिछले पांच मुकाबलों में भारत ने तीन जीते हैं, जबकि दो में उसे हार मिली है।
टीम में ड्रैग फ्लिकर वरुण कुमार को शामिल किया गया है। टीम की कमान हरमनप्रीत सिंह संभालेंगे, जबकि उपकप्तानी विवेक सागर करेंगे। हार्दिक चोट के कारण टीम से बाहर हैं। टीम में राजिंदर सिंह, आदित्य अर्जुन पदार्पण करने जा रहे हैं। मंदीप सिंह की टीम में वापसी हुई है। भारत ने इस साल पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था और टोक्यो में अपने प्रदर्शन को बरकरार रखा था।