मुसीबत में घबराएं नहीं, करें आत्मरक्षा का प्रयासः शैली इत्तेमन

जीएल बजाज के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं को बताए सर्वाइवल स्किल्स

मथुरा। अपने आपको जब भी किसी मुसीबत में पाएं तो घबराएं नहीं बल्कि आत्मरक्षा का प्रयास करें। डर को मन से निकाल दें क्योंकि जब तक मन में डर रहेगा सेल्फ डिफेंस कला को सीखने के बाद भी उसका उचित उपयोग कर पाना आसान नहीं होगा। परिस्थिति चाहे कैसी भी हो कभी भी हिम्मत ना हारें बल्कि संयम, धैर्य व हौसला बनाए रखें। यह बातें जाने-माने जीवन रक्षा कौशल विशेषज्ञ शैली इत्तेमन ने जीएल बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं को बताईं।

जी.एल. बजाज की वूमेन सेल द्वारा आयोजित जीवन रक्षा कौशल कार्यशाला में मुख्य अतिथि शैली इत्तेमन ने छात्र-छात्राओं को सर्वाइवल स्किल्स बताए तथा कहा कि सुरक्षा प्रथाओं को सुदृढ़ करने में निरंतरता बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि वह किताबी ज्ञान हासिल करने के साथ ही अपनी दिनचर्या में सुरक्षा उपायों को आत्मसात कर अपना तथा समाज का भला कर सकते हैं। कार्यशाला में अतिथि वक्ता ने विद्यार्थियों को प्राकृतिक आपदाओं भूकम्प, सड़क सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा, जल सुरक्षा तथा जीवन रक्षा के महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय बताए। 

श्री इत्तेमन ने कोलकाता यौन शोषण मामले का जिक्र करते हुए छात्राओं को आत्म सम्मान से जीवन यापन करने के लिए प्रोत्साहित किया तथा उन्हें आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में जहां नारी सुरक्षा को लेकर मुखरता से बातें हो रही हैं वहीं आएदिन यौन शोषण और छेड़छाड़ के मामले सामने आ रहे हैं। श्री शैली इत्तेमन ने छात्रों का आह्वान किया कि वे लड़कियों के प्रति अपनी मानसिकता को बदल कर उन्हें अपराध मुक्त समाज दे सकते हैं।

संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि आज के समय में शिक्षकों के पास छात्र-छात्राओं की सुरक्षा तथा जीवन रक्षा को सशक्त बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। व्यापक स्वास्थ्य और सुरक्षा शिक्षा, निरंतर शिक्षण और सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देकर शिक्षक युवा पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य दे सकते हैं। प्रो. अवस्थी ने कहा कि आज के समय में छात्र-छात्राओं को किताबी ज्ञान देने के साथ ही उनकी सकारात्मक आदतों और दृष्टिकोणों को विकसित कर उन्हें खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखने का अमूल्य अस्त्र प्रदान करना होगा।

प्रो. नीता अवस्थी ने कहा कि नियमित सुरक्षा शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता स्कूल समुदाय के भीतर सुरक्षा की संस्कृति का निर्माण करने में मदद करती है। सुरक्षा को दैनिक जीवन के अभिन्न अंग के रूप में अपनाने से छात्र-छात्राओं में अपनी और दूसरों की भलाई के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा होती है। संस्थान की वूमेन सेल की चेयरपर्सन डॉ. शिखा गोविल व चीफ प्रॉक्टर डॉ. भोले सिंह ने शैली इत्तेमन का नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करने तथा उनका हौसला बढ़ाने के लिए स्वागत किया और आभार माना। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अजय उपाध्याय तथा डॉ. शताक्षी मिश्रा ने किया।

 

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