विनेश फोगाट ने आईओए अध्यक्ष पीटी ऊषा पर साधा निशाना

कहा- 'एक तस्वीर खींची गई, उसमें भी राजनीति हुई'
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत की दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट ने भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी ऊषा पर पेरिस ओलम्पिक 2024 में उनकी दुखद यात्रा के दौरान पर्याप्त समर्थन नहीं देने का आरोप लगाया है। विनेश ओलम्पिक खेलों में कुश्ती के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। 30 साल की इस पहलवान ने महिलाओं के 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद कम से कम रजत पदक पक्का कर लिया था।
हालांकि, उनकी इस यात्रा का दुखद समापन हुआ, क्योंकि उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया था और फाइनल से ठीक पहले उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। इस तरह अपने आखिरी ओलम्पिक में उनके पदक जीतने का सपना टूट गया। हालांकि, इस मुश्किल घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा रहा, लेकिन विनेश ने भारतीय ओलम्पिक संघ पर उनकी कठिन यात्रा के दौरान उनका समर्थन नहीं करने का आरोप लगाया है। विनेश ने पीटी ऊषा पर उनके साथ सिर्फ तस्वीरें क्लिक करने और कोई मदद नहीं करने का आरोप लगाया है।
विनेश ने एक इंटरव्यू में कहा, 'मुझे नहीं पता कि मुझे वहां क्या समर्थन मिला। पीटी ऊषा मैडम ने अस्पताल में मुझसे मुलाकात की। एक फोटो क्लिक की गई थी... जैसा कि आपने कहा, राजनीति में बंद दरवाजों के पीछे बहुत कुछ होता है। इसी तरह वहां (पेरिस में) भी राजनीति हुई। इसलिए मेरा दिल टूट गया था। वरना काफी लोग कह रहे हैं कि कुश्ती मत छोड़ो। मुझे क्यों इसे जारी रखना चाहिए! हर जगह राजनीति है।'
विनेश ने कहा, 'आप अस्पताल के बिस्तर पर हैं, जहां आपको नहीं पता होता कि बाहर क्या हो रहा है। आप अपने जीवन के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। उस जगह पर बस सभी को दिखाने के लिए कि आप मेरे साथ खड़े हैं, आप बिना बताए फोटो खींचते हो, फिर सोशल मीडिया पे डालकर बोल रहे हो हम साथ में खड़े हैं। आप इस तरह समर्थन नहीं दिखाते हैं। उनका पोज फोटो खिंचवाने से ज्यादा क्या था!'
प्रतियोगिता से अयोग्य करार दिए जाने के बाद इस भारतीय पहलवान ने संयुक्त रजत पदक जीतने के लिए खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में अपनी अयोग्यता के खिलाफ अपील भी की थी। हालांकि, एक हफ्ते की सुनवाई के बाद, सीएएस का फैसला भी उनके पक्ष में नहीं आया और उन्हें पेरिस से खाली हाथ लौटना पड़ा। पूरी घटना पर विचार करते हुए विनेश ने कहा कि भारत सरकार को उनकी ओर से मामला दर्ज करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने खुद इसे दायर करने के बाद ही इसमें शामिल किया।
विनेश ने कहा, 'मैंने अपना मामला खुद दायर किया। हरीश साल्वे सर अगले दिन शामिल हुए। पेरिस में मौजूद वकीलों ने मेरी ओर से यह मामला दायर किया। यह भारत सरकार से नहीं किया गया था, उन्होंने तीसरे पक्ष के रूप में कार्य किया। मैं वहां भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां गई थी, इसलिए इसे दाखिल करना उनका कर्तव्य था।' खेलों से अयोग्य होने के एक दिन बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की थ। उन्होंने हाल ही में राजनीति में कदम रखा है और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुई हैं।

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