प्रतिस्पर्धा दूसरे से नहीं अपने आप से करें छात्र-छात्राएं

ओरिएंटेशन कार्यक्रम के साथ जी.एल. बजाज में नए शिक्षा सत्र का शुभारम्भ

मथुरा। जी.एल. बजाज ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशन्स, मथुरा में सोमवार की शाम नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं के नाम रही। संस्कृत श्लोक से शुरू हुए "अरुणोदय-2024" के ओरिएंटेशन कार्यक्रम में कॉलेज प्रबंधन द्वारा सभी संकाय के नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं से अनुशासन में रहते हुए अच्छी शिक्षा तथा संचार कौशल का सही इस्तेमाल करने का आह्वान किया गया। ओरिएंटेशन कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि गौरव गुप्ता, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय नई दिल्ली ने मां सरस्वती के सम्मुख पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलित कर किया।

अरुणोदय कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर याग्निक शर्मा ने ॐ असतो मा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय। मृत्योर्मा अमृतं गमय। ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥ श्लोक के माध्यम से नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं की शैक्षिक यात्रा का मार्गदर्शन किया। संस्थान की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने अपने उद्बोधन में शिक्षा के लिए जी.एल. बजाज पर विश्वास व्यक्त करने के लिए सभी नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं तथा अभिभावकों का आभार माना। प्रो. अवस्थी ने कहा कि अच्छी शिक्षा, शालीनता, अच्छा व्यवहार तथा संचार कौशल का सही इस्तेमाल सफल करियर के महत्वपूर्ण पहलू हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं को आत्म-संचालित होने तथा जीवन भर अनुशासित रहने की सलाह दी। प्रो. अवस्थी ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं से आत्म-संवेदनशीलता के महत्व को रेखांकित करते हुए अभिभावकों से अपने बच्चों की शैक्षणिक यात्रा में हमेशा सक्रिय बने रहने की अपील की।

मुख्य अतिथि गौरव गुप्ता ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों को धैर्य और आत्मनिर्भरता पर महत्वपूर्ण सलाह दी तथा ज्ञान की वास्तविक कीमत को समझाया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को सलाह दी कि हर चीज को चैटजीपीटी के माध्यम से न करें, जीवन में धैर्य बनाए रखें तथा प्रतिस्पर्धा दूसरे से नहीं अपने आप से करें। श्री गुप्ता ने उच्च शिक्षा की भी सिफारिश की और बताया कि पहले वर्ष में बुनियादी चीजों पर ध्यान केंद्रित करें, साथ ही विभिन्न विषयों का अन्वेषण करें। उन्होंने ओसिंट, साइड चैनल, कार इंफोटेनमेंट और डिवाइस फिंगरप्रिंट के विवरण पर भी चर्चा की। इसके अलावा, उन्होंने साइबर अपराधों के मुद्दे पर व्यावहारिक सुरक्षा सुझाव दिए और "सर्वाइवल ऑफ द मोस्ट अवेयर" के मंत्र के साथ अपनी बात समाप्त की।

इस अवसर पर प्रो. वी.के. सिंह (बीटेक प्रथम वर्ष प्रमुख) ने छात्र-छात्राओं को नए शैक्षणिक जीवन को उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ अपनाने के लिए प्रेरित किया। वहीं प्रो. भोले सिंह ने एंटी-रैगिंग और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के साथ ही सीनियर्स के साथ बातचीत करने के तरीके और एंटी-रैगिंग उपायों की जानकारी दी। डॉ. नवनीत कुमार सिंह ने पाठ्यक्रम विवरण और प्रशिक्षण सुविधाओं तथा डॉ. शिखा गोविल ने आंतरिक शिकायत समिति और महिला सेल का परिचय दिया। परिचय सत्र के दौरान छात्र-छात्राओं को संस्थान के प्रमुख अधिकारियों तथा विभागाध्यक्षों का भी परिचय दिया गया।

डॉ. शशी शेखर गौतम (एमबीए प्रथम वर्ष प्रमुख) ने नवागंतुक छात्र-छात्राओं का प्रेरणादायक शब्दों से अभिनंदन किया। इस अवसर पर उच्च पैकेज पर चयनित सरस सिंह चौहान तथा मनीषा सिंह ने नवप्रवेशित साथियों को सफलता के टिप्स बताए। स्टूडेंट सपोर्ट सिस्टम के विश्वरूपा, संजय जोशी तथा शाली इत्तमन ने छात्र-छात्राओं को सम्पूर्ण अकादमिक उत्कृष्टता के लिए प्रेरित किया। उद्यमिता की जानकारी पूर्व छात्र वीरेंद्र कुमार आर्क ने साझा की, जबकि डॉ. शताक्षी मिश्रा ने विभिन्न छात्र क्लबों का परिचय दिया। ओरिएंटेशन के समापन अवसर पर प्रो. नीता अवस्थी ने मुख्य अतिथि गौरव गुप्ता को स्मृति चिह्न प्रदान कर उनका आभार माना। कार्यक्रम का संचालन याग्निक शर्मा, तान्या गुप्ता, प्रवीण तथा भूमिका शर्मा ने किया। आभार प्रो. अजय उपाध्याय ने माना।

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