पेरिस पैरालम्पिक में दूसरा पदक जीतने से चूके हरविंदर

पूजा के साथ कांस्य पदक मुकाबले में मिली पराजय
खेलपथ संवाद
पेरिस।
इतिहास रचने वाले भारतीय तीरंदाज हरविंदर सिंह का गुरुवार को पेरिस पैरालिंपिक में दोहरा पदक जीतने का सपना टूट गया क्योंकि वह अपनी जोड़ीदार पूजा जटियां के साथ स्लोवेनियाई जोड़ी से मिश्रित टीम रिकर्व स्पर्धा के कांस्य पदक के शूटऑफ में हार गए। यह भारतीय जोड़ी सेमीफाइनल में कड़ी टक्कर देने के बावजूद इटली के शीर्ष वरीयता प्राप्त एलिसाबेटा मिज्नो और स्टेफानो ट्रैविसानी के खिलाफ 2-6 से हार गई थी।
कांस्य पदक के मुकाबले में हरविंदर और पूजा 2-0 से आगे थे लेकिन दो बार अपनी बढ़त गंवाकर जीवा लावरिंच और डेजान फैबचिच से 4-5 (19-17) से हार गए। पहला सेट 33-30 से जीतने के बाद स्लोवेनियाई जोड़ी ने दूसरे सेट में 34-29 से जीत दर्ज कर स्कोर बराबर कर लिया। हरविंदर और पूजा ने तीसरे सेट में 38-33 से जीत के साथ वापसी की और फिर 4-2 से बढ़त बना ली। लेकिन वे अपने हक में समाप्त करने में असफल रहे। स्लोवेनियाई जोड़ी ने चौथा सेट 34-29 से जीता जिससे शूटऑफ खेला गया। शूटऑफ में फैबचिच ने नौ अंक हासिल करके शानदार शुरुआत की और इसके बाद जीवा ने परफेक्ट 10 अंक हासिल किए, जबकि हरविंदर आठ और पूजा नौ अंक ही हासिल कर सके। 
वहीं, सेमीफाइनल में पहले सेट में 36-31 से बढ़त लेने के बाद मिज्नो और ट्रैविसानी ने दूसरे सेट में लगातार चार 10 अंक जुटाए और 4-0 से बढ़त हासिल की। पूजा और हरविंदर ने तीसरे सेट में दो अंक की बढ़त हासिल की और फिर इसे 37-35 से जीतकर स्कोर 2-4 कर दिया। पर शीर्ष वरीयता प्राप्त इटली की जोड़ी ने संयम दिखाते हुए भारतीय तीरंदाजों को कोई मौका नहीं दिया और चौथे सेट 38-37 से जीतकर फाइनल में प्रवेश किया।
इससे पहले भारतीय जोड़ी ने पोलैंड की टीम को सीधे सेटों में हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। चौथी और पांचवीं वरीयता प्राप्त टीमों के मुकाबले में पोलैंड की मिलेना ओलेवस्का और लुकाज सिसजेक निरंतरता के लिये जूझते रहे जबकि हरविंदर और पूजा ने लय बनाए रखी। भारत के लिए पेरिस पैरालंपिक में राकेश कुमार और शीतल देवी ने कंपाउंड मिश्रित टीम ओपन स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, जबकि हरविंदर पैरालंपिक तीरंदाजी में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए थे।

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