हरियाणा में खिलाड़ियों पर दांव लगा रही कांग्रेस

विनेश जुलाना तो बजरंग बादली से लड़ेंगे चुनाव! 
खेलपथ संवाद
चण्डीगढ़।
पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं। नई दिल्ली में बुधवार को दोनों पहलवानों ने नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर मुलाकात की तस्वीर भी पोस्ट की है। 
इस मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि विनेश जुलाना और बजरंग पूनिया बादली सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। या फिर दोनों में से कोई एक पहलवान चुनावी मैदान में आ सकता है। हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया का कहना है कि आज रविवार को स्पष्ट हो जाएगा कि दोनों पहलवान चुनाव लड़ रहे हैं या नहीं। 
कांग्रेस अब तक 66 उम्मीदवारों का नाम तय कर चुकी है। इसमें इन दोनों पहलवानों का नाम नहीं हैं। राहुल से मिलने के बाद बजरंग व विनेश ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की। पेरिस से लौटने के बाद जब विनेश फोगाट दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची थीं तो कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा उनके स्वागत में पहुंचे थे। विनेश के स्वागत में निकाले गए जुलूस में भी दीपेंद्र काफी दूर तक साथ चले थे। उस दौरान बजरंग पूनिया भी साथ थे। तभी से अटकलें लगाई जा रही थीं कि विनेश फोगाट व बजरंग पूनिया कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। उसके बाद दोनों पहलवानों ने दिल्ली में भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी मुलाकात की थी। 
तब हुड्डा ने कहा था कि जो भी पार्टी में शामिल होना चाहता है, उसका स्वागत है। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार विनेश के पास जुलाना व दादरी विधानसभा सीट का विकल्प है। वहीं, बजरंग बादली सीट से लड़ सकते हैं। यदि बजरंग बादली से चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी को कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स का टिकट काटना पड़ेगा।
इसलिए दांव लगा रही है कांग्रेस
पेरिस ओलम्पिक के बाद विनेश फोगाट यूथ आइकॉन बन चुकी हैं। दिल्ली एयरपोर्ट से लौटने के बाद जिस तरह विनेश का स्वागत हुआ, उससे पता चलता है कि उनके साथ भारी जन समर्थन है। पिछले दिनों खाप पंचायत और शंभू बॉर्डर पर किसानों ने उनका जोरदार अभिनंदन किया। पहलवानों का आंदोलन भी विनेश के नेतृत्व में ही लड़ा गया था। कांग्रेस इस समर्थन को विनेश के माध्यम से भुनाना चाहती है।
भाजपा भी बदल सकती है रणनीति
विनेश व बजरंग कांग्रेस के टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान करते हैं तो भाजपा पर भी दबाव बनेगा कि वह भी खिलाड़ियों को मौका दे। भाजपा भी अपनी रणनीति में बदलाव कर सकती है। योगेश्वर दत्त, बबिता फोगाट, तीर्थ राणा, दीपक हुड्डा व विजेंद्र सिंह भाजपा में हैं। इनमें से कुछ पर पार्टी दांव खेल सकती है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बबिता फोगाट, योगेश्वर दत्त और संदीप सिंह को मैदान में उतारा था। इनमें से सिर्फ संदीप सिंह ने जीत दर्ज की थी।

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