तैराक लियोन माशॉन ने 187 देशों को पीछे छोड़ा

मेजबान युवा ने अकेले जीत लिए चार गोल्ड मेडल
खेलपथ संवाद
पेरिस। वैश्विक खेल मंचों में ओलम्पिक खेलों का अपना महत्व है। इन खेलों में दुनिया के कई बड़े देश हिस्सा लेते हैं। इस बार भी 206 देश और ओलम्पिक कमेटी ने इन खेलों में मेडल जीतने के लिए जोर आजमाइश की लेकिन इस बार ओलम्पिक में कुल 63 देश ही गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब हुए। चीन और अमेरिका इस लिस्ट में सबसे आगे हैं।
इस बार भारत की तरफ से 117 एथलीट्स ने भाग लिया था और हमारा दल कुल 6 मेडल ही जीतने में कामयाब रहा वहीं व्यक्तिगत सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने के मामले में फ्रांस का एक खिलाड़ी सबसे आगे रहा। इस खिलाड़ी ने 187 देशों और ओलम्पिक कमेटी से ज्यादा मेडल जीते। 22 साल के फ्रांस के तैराक लियोन माशॉन पेरिस ओलम्पिक 2024 के सबसे सफल खिलाड़ी रहे। ओलम्पिक के जाने-माने तैराक माइकल फेल्प्स के पूर्व कोच बॉब बोमन से ट्रेनिंग लेने वाले लियोन माशॉन ने कुल 4 गोल्ड मेडल अपने नाम किए। बता दें, पेरिस ओलम्पिक में 19 देशों ने ही 4 या उससे ज्यादा गोल्ड मेडल जीते हैं। ऐसे में लियोन माशॉन ने गोल्ड मेडल जीतने के मामले में 187 देशों और ओलम्पिक कमेटी को पीछे छोड़ा, जिसमें भारत और पाकिस्तान जैसे बड़े देशों का भी नाम शामिल है।
लियोन माशॉन के लिए 31 जुलाई का दिन काफी यादगार रहा था। उन्होंने 200 मीटर बटरफ्लाई में और 200 ब्रेस्टस्ट्रोक में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। बता दें, 1976 के बाद पहली बार किसी तैराक ने ओलम्पिक खेलों में एक ही दिन में दो गोल्ड मेडल अपने नाम किए। वह तैराकी में तीन या उससे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने वाले भी फ्रांस के पहले खिलाड़ी हैं। पेरिस ओलम्पिक में सबसे ज्यादा मेडल जीतने के मामले में कई एथलीट हैं। इसमें यूएसए के टोरी हुस्के, सिमोन बाइल्स और गैबी थॉमस, ऑस्ट्रेलिया की मोली ओ’कैलाघन का नाम शामिल है। ये एथलीट्स 3-3 गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहे। बता दें, एक ओलम्पिक में सबसे ज्यादा व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने का रिकॉर्ड माइकल फेल्प्स के नाम है। उन्होंने 2008 के ओलम्पिक में इतिहास रचते हुए कुल 8 गोल्ड मेडल जीते थे।