पेरिस में पदक से चूकीं सैखोम मीराबाई चानू

चोट से वापसी के बाद पेरिस में उठाया 199 किलो वजन
खेलपथ संवाद
पेरिस।
टोक्यो ओलम्पिक में रजत पदक जीतने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू बुधवार को यहां पेरिस ओलम्पिक के 49 किलोग्राम वर्ग में चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गईं। मीराबाई ने स्नैच में 88 और क्लीन एवं जर्क में 111 किलो सहित कुल 199 किलोग्राम वजन उठाया। इससे वह महज एक किलोग्राम से पदक से चूक गईं।
स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार चीन की मौजूदा ओलम्पिक चैम्पियन होउ झिहुई ने क्लीन एवं जर्क में ओलम्पिक रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने कुल 206 (स्नैच 89, क्लीन एवं जर्क 117) किलोग्राम वजन उठाया। रोमानिया की वालेंटिना कैम्बेई 205 (93 और 112) किलोग्राम से रजत और थाईलैंड की सुरोदचना खाम्बो 200 (88 और 112) किलोग्राम के वजन से कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं।
कूल्हे की चोट से उबरने के बाद वापसी कर रहीं मीराबाई ने स्नैच में पहले प्रयास में आसानी से 85 किलोग्राम वजन उठाया और दूसरे प्रयास में 88 किलोग्राम उठाने में विफल रहीं। पर तीसरे प्रयास में उन्होंने 88 किलोग्राम का वजन उठाकर बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के स्नैच के प्रदर्शन की बराबरी की। मीराबाई क्लीन एवं जर्क के पहले प्रयास में 111 का वजन उठाने में विफल रही। पर दूसरे प्रयास में वह सफल रहीं। पर तीसरे और अंतिम प्रयास में 114 किलोग्राम वजन नहीं उठा सकीं।
मीराबाई ने 2022 बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक और उससे पहले 2020 टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता था। 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने स्नैच राउंड में सबसे ज्यादा 88 किलो का वजन और क्लीन एंड जर्क राउंड में 113 किलो का वजन उठाया। उन्होंने कुल मिलाकर 201 किलो का वजन उठाया। मीराबाई ने टोक्यो ओलंपिक में देश को वेटलिफ्टिंग में 21 साल बाद ओलंपिक मेडल दिलाया था। टोक्यो ओलंपिक में मीरा ने 49 किलोग्राम वेट कैटेगरी में कुल 202 किलो का वजन उठाया था और रजत पदक अपने नाम किया था। उनसे पहले 2000 सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था। चानू का 49 किग्रा में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कुल 203 किग्रा (स्नैच: 88 किग्रा, क्लीन एंड जर्क: 115 किग्रा) का है, जो उन्होंने 2020 में फरवरी में नेशनल चैंपियनशिप में बनाया था।

रिलेटेड पोस्ट्स