अर्जुन अवार्डी क्रिकेटर पूनम यादव की जमीन कागजों से कर दी गायब

सरकारी मशीनरी ने भू-माफिया से मिलकर कर दिया बड़ा खेल
पहले दाखिल खारिज किया, अब जमीन का पता नहीं
खेलपथ संवाद
आगरा।
ताजनगरी आगरा की अर्जुन अवार्डी, अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर पूनम यादव की जमीन का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने जाएगा। क्रिकेटर पूनम यादव अपने पिता के साथ इसे मुख्यमंत्री के सामने रखेंगी। आगरा प्रशासन ने उनके जमीन मामले में फरवरी से लेकर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
सेना से सेवानिवृत्त पूनम यादव के पिता रघुवीर सिंह यादव ने बताया कि बेटी ने पूरे विश्व में आगरा का नाम रोशन किया। उसी की जमीन को सरकारी मशीनरी ने भूमाफिया से मिलकर कागजों से गायब कर दी। उन्हें इसकी जानकारी भी न होती यदि भूमाफिया उनके प्लॉट के गेट पर ताला न डालते। इसके बाद वह कमिश्नर, डीएम, एसडीएम सभी से मिले। सभी ने जांच का आश्वासन दिया।
पूनम के पिता रघुवीर सिंह ने बताया कि जिस लेखपाल ने उनकी जमीन का दाखिल खारिज कराया वही लेखपाल अब जमीन होने से इंकार कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जिस जमीन की रजिस्ट्री हुई और लेखपाल ने दाखिल खारिज किया। वह जमीन कहां है। इस बात का जवाब भी कोई अधिकारी नहीं दे रहा है। उन्हें विश्वास है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे और उन्हें न्याय मिलेगा।
फतेहाबाद रोड स्थित कुंडौल पर दो साल पहले डेढ़ करोड़ रुपये की जमीन बुंदू कटरा निवासी कपिल यादव पुत्र वीरेंद्र यादव से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर पूनम यादव ने खरीदी। कपिल यादव ने पूनम के नाम रजिस्ट्री की और उसे कब्जा दिया। इसकी रजिस्ट्री कराने के साथ लेखपाल से दाखिल-खारिज भी कराया गया। अब उस जमीन का गाटा संख्या ही गायब है।

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