राजीव एकेडमी के चार छात्रों का उच्च पैकेज पर चयन

जानी-मानी फाइनेंस कम्पनी में मिला सेवा का अवसर

मथुरा। राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट के छात्र-छात्राएं अपनी कुशाग्रबुद्धि और स्किल्स से लगातार राष्ट्रीय तथा बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में अच्छे पैकेज पर सेवा का अवसर हासिल कर रहे हैं। हाल ही में हुए कैम्पस प्लेसमेंट में यहां के चार बीबीए के छात्रों ने अपनी बौद्धिक क्षमता से जानी-मानी फाइनेंस कम्पनी में उच्च पैकेज पर जॉब हासिल करने में सफलता हासिल की है।

संस्थान के ट्रेनिंग और प्लेसमेंट विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विगत दिनों मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (लिमिटेड) के पदाधिकारियों ने राजीव एकेडमी में अध्ययनरत बीबीए के छात्र-छात्राओं के प्रोफेशनलिज्म रिसर्च बेस्ड स्किल का टेस्ट लिया, उसके बाद उनका साक्षात्कार लिया गया। साक्षात्कार के बाद पदाधिकारियों ने  चार छात्रों को उच्च पैकेज पर कम्पनी में सेवा का अवसर प्रदान किया। चयनित छात्रों में आदित्य खण्डेलवाल, गौरव गिरी, गौरव कुमार तथा  मयंक शर्मा शामिल हैं।

छात्रों का चयन करने से पहले मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के पदाधिकारियों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि इस कम्पनी की स्थापना 1987 में हुई थी। यह एक अच्छी तरह से विविधीकृत वित्तीय सेवा फर्म है। कम्पनी का नेटवर्क 550 से अधिक शहरों और कस्बों में फैला हुआ है, जिसमें 2,500 से अधिक व्यावसायिक संस्थान शामिल हैं, जो उनके बिजनेस पार्टनर्स और 16 लाख से अधिक ग्राहकों द्वारा संचालित हैं।

कम्पनी के अधिकारियों ने बताया कि इसकी शुरुआत दो लोगों ने मिलकर की। वर्तमान में कम्पनी सम्पूर्ण भारत में अपनी सेवाएं दे रही है तथा हजारों कर्मचारी काम कर रहे हैं। यह कम्पनी मूलरूप से ब्रोकिंग एण्ड डिस्ट्रीब्यूशन रिसर्च, एसेट मैनेजमेंट, प्राइवेट इक्विटी, इनवेस्टमेंट ब्रोकिंग, हाउसिंग फाइनेंस, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, आईपीओ और म्युचुअल फण्ड के क्षेत्र में विस्तार से कार्य कर रही है। कम्पनी का मुख्यालय महाराष्ट्र में है।

आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने चयनित छात्रों को बधाई देते हुए अपने संदेश में कहा है कि सभी प्रोफेशनल कोर्सों में रिसर्च बेस्ड स्किल और शार्प प्रोफेशनलिज्म की जरूरत होती है। आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में नौकरियों की कमी नहीं है, जरूरत अपने आपको उसके काबिल बनाने की है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि प्रबंधन के छात्र-छात्राओं का भविष्य स्वयं के हाथों में होता है। छात्र-छात्राएं अपनी स्किल्स को उच्च गुणवत्तायुक्त बनाकर मार्केट में अपना प्रभुत्व स्थापित कर सकते हैं।

संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने चयनित छात्रों को बधाई देते हुए अन्य छात्र-छात्राओं से अपनी रिसर्च बेस्ड स्किल्स को विकसित करने का आह्वान किया। डॉ. सक्सेना ने कहा कि बहुमुखी कौशल विधा, गहन सोच की आदत, लेटरल विचारधारा और सवाल करने वाला मन विकसित कर हम किसी भी प्रतिस्पर्धा में सफलता हासिल कर सकते हैं।

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