समाज लड़कियों के सपनों को पूरा करने को उन्हें करे प्रोत्साहितः सानिया मिर्जा

आप हर ओलम्पिक में स्वर्ण पदक की उम्मीद नहीं कर सकते 
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
पिछले कुछ समय से भारत की पूर्व टेनिस स्टार सानिया मिर्जा काफी चर्चा में हैं। दरअसल, उनके पूर्व पति शोएब मलिक ने अचानक से तीसरी शादी रचाई थी। इसके बाद खुलासा हुआ था कि सानिया ने काफी समय पहले ही शोएब को तलाक दे दिया था। हालांकि, इसकी भनक लोगों को नहीं लग सकी थी। इसके बाद सानिया ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर भी कई भावुक कर देने वाले मैसेज पोस्ट किए थे। हालांकि, इस पूरे मुद्दे को लेकर उन्होंने मीडिया में कुछ खास बयान नहीं दिया था। अब वह मीडिया के सामने आई हैं। इस दौरान सानिया ने कई पहलुओं पर बातचीत की।
सानिया ने कहा- हमें, एक राष्ट्र के रूप में, एक समाज के रूप में अधिक से अधिक लड़कियों को उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। हमें अधिक से अधिक लड़कियों को वह करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा जो उन्हें पसंद है, चाहे वह लीक से हटकर ही क्यों न हो। मुझे लगता है कि धीरे-धीरे ऐसा हो रहा है, लेकिन सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है। 
इसी साल पेरिस में ओलंपिक होना है। भारतीय फैंस अपने एथलीट से कई पदकों की आस लगाए बैठे हैं। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों और हांगझोऊ एशियाई खेलों में भारतीय एथलीटों की सफलता के बाद फैंस को स्वर्ण पदक की काफी उम्मीद है। 2021 टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था। हालांकि, सानिया का मानना है कि ओलंपिक सिर्फ एक दिन की मेहनत का नतीजा नहीं है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हर बार जब ओलंपिक आते हैं तो आप स्वर्ण पदक की उम्मीद नहीं कर सकते हैं।
तीन बार की ओलंपियन सानिया ने कहा, 'अगर आपने पिछले चार वर्षों में उनका समर्थन नहीं किया है तो पदक की उम्मीद करने का हक नहीं रख सकते। मुझे लगता है कि सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात यह समझना है कि स्वर्ण पदक रातोंरात नहीं बनते हैं। स्वर्ण पदक वर्षों और वर्षों के आंसू और पसीने से बने होते हैं। एथलीट कई वर्षों तक इसके लिए मेहनत करते हैं। लोग सिर्फ ओलंपिक से पहले दो से तीन महीने तक इस पर ध्यान देते हैं।
पिछले साल टेनिस से संन्यास लेने सानिया ने कहा कि भले ही भारत विश्व खेल में एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है, लेकिन सुधार की हमेशा गुंजाइश है और लोगों को कई वर्षों तक एथलीटों का समर्थन करने की आवश्यकता है। भारत ने अपने एशियाई खेलों 2023 के अभियान को 107 पदकों के रिकॉर्ड के साथ समाप्त किया। इनमें 28 स्वर्ण, 38 रजत और 41 कांस्य पदक शामिल हैं। वहीं, टोक्यो ओलंपिक में भारत ने सात पदक जीते थे, जो कि सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। 
टेनिस से संन्यास लेने के सवाल पर सानिया ने कहा, 'मेरी रिटायरमेंट का एक कारण मेरे बेटे के साथ समय बिताना था, जो अब मैं करती हूं और मुझे ऐसा करना पसंद है। मैं अभी भी काम करती हूं। हैदराबाद में मेरी टेनिस अकादमी है, दुबई में भी कुछ हैं और मैं खुद को व्यस्त रखती हूं, लेकिन मैं जानबूझकर खुद को ज्यादा व्यस्त नहीं रखना चाहती, क्योंकि मैं अपने बेटे के साथ कुछ समय बिताना चाहती हूं।'
सानिया को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पिछले सीजन महिला प्रीमियर लीग में अपना मेंटर नियुक्त किया था। इस लीग को लेकर सानिया ने कहा- महिला प्रीमियर लीग महिला क्रिकेट के लिए बहुत बड़ी चीज है क्योंकि महिला क्रिकेट हमेशा से खेला जाता रहा है। ऐसा नहीं है कि उन्होंने इस तरह का कुछ खेला नहीं है, लेकिन उन्हें वह पहचान नहीं मिल पाई जो पुरुष क्रिकेटरों को मिलती थी। अब इस मंच के साथ, महिला प्रीमियर लीग के साथ, मुझे लगता है कि यह उनके लिए वास्तव में बहुत अच्छा हो गया है कि वे अपनी प्रतिभा दिखा सकें और यह भी दिखा सकें कि वे जो करती हैं उसमें वे कितनी अच्छे हैं। जितनी अधिक निगाहें, खेल उतना ही बड़ा हो जाता है।

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