सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर पुरस्कार सही दिशा का प्रमाणः सविता पूनिया

भारतीय महिला हॉकी कप्तान ने आलोचकों को दिया करारा जवाब
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सविता पूनिया ने कहा कि लगातार तीसरी बार अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) का वर्ष का सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर चुने जाने का मतलब है कि वह सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने इस पुरस्कार के माध्यम से अपने आलोचकों को भी करारा जवाब दे दिया है।
सविता को मंगलवार को लगातार तीसरी बार इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना गया। सविता ने कहा,‘यह पुरस्कार मेरे लिए सकारात्मक ऊर्जा का काम करेगा। इससे यह पुष्टि हो गई है कि मैं सही दिशा में आगे बढ़ रही हूं।’ उन्होंने कहा,‘टीम ने इस साल अच्छी फार्म बरकरार रखी है। अब हम 2024 की तरफ बढ़ रहे हैं और मेरा लक्ष्य अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखकर टीम को अगले महीने रांची में होने वाले हॉकी ओलम्पिक क्वालिफायर्स के जरिए ओलम्पिक के लिए क्वालिफाई करने का सर्वश्रेष्ठ मौका देना है।’ सविता ने अपनी सफलता का श्रेय पूरी टीम को दिया।
सविता ने लगातार तीसरी बार इस खिताब को अपने नाम किया है। भारतीय गोलकीपर 2023 में शानदार लय में रही है। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैचों से लेकर हांंगझोऊ एशियाई खेलों में उन्होंने लगातार प्रभावित किया। इस 33 साल की खिलाड़ी ने अक्टूबर में भारत में आयोजित एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत को विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई।
विजेताओं का चयन एक विशेषज्ञ पैनल द्वारा किया जाता है जिसमें राष्ट्रीय संघ (राष्ट्रीय टीमों के कप्तान और कोच), मीडिया के प्रतिनिधियों के अलावा प्रशंसकों का मतदान शामिल होता है। देश के लिए 114 मैच खेल चुके हार्दिक को भारतीय हॉकी का भविष्य माना जाता है। उनके खेल में इसकी झलक भी दिखी है। वह टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के अहम सदस्य थे। हार्दिक का यह साल का दूसरा बड़ा पुरस्कार है। उन्हें इससे पहले हॉकी इंडिया ने साल 2022 के लिए बलबीर सिंह सीनियर पुरस्कार (साल का सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ी) से सम्मानित किया था।

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