महिला विश्व कप को मिला नया चैम्पियन

स्पेन ने चैम्पियन बन दुनिया को चौंकाया
खेलपथ संवाद
सिडनी।
स्पेन ने महिला फीफा विश्व कप 2023 का खिताब जीत लिया है। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में स्पेन ने इंग्लैंड को 1-0 से हरा दिया। मैच का एकमात्र गोल स्पेन की कप्तान ओल्गा कारमोना ने 29वें मिनट में दागा और टीम को चैम्पियन बनने में मदद की। स्पेन की टीम पहली बार महिला फीफा विश्व कप चैम्पियन बनी है। 
टीम पहली बार इस टूर्नामेंट का फाइनल खेल रही थी और अपने पहले ही फाइनल में उसने इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को शिकस्त दी। हालांकि, यह इंग्लैंड का भी पहला ही विश्व कप फाइनल था। स्पेन की टीम महिला फीफा विश्व कप जीतने वाली पांचवीं टीम बन गई है। इससे पहले अमेरिका ने चार बार, जर्मनी ने दो बार, नॉर्वे और जापान ने एक-एक बार महिला फीफा विश्व कप का खिताब जीता है। यह स्पेन का इस टूर्नामेंट में पहला मेडल है और वह भी गोल्ड। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि स्पेन ने इस महिला फीफा विश्व कप संस्करण से पहले इस टूर्नामेंट में सिर्फ एक मैच ही जीता था।
1991, 1995, 1999, 2003, 2007 और 2011 महिला फीफा विश्व कप के लिए तो स्पेन की टीम क्वालिफाई ही नहीं कर पाई थी। 2015 में पहली बार स्पेन की टीम ने महिला फीफा विश्व कप खेला और तीन में से दो मैच हारे। एक ड्रॉ के साथ स्पैनिश टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई।
2019 संस्करण में स्पेन की टीम राउंड ऑफ-16 तक पहुंची थी। तब उसने चार मैच खेले। एक जीत, दो हार और एक ड्रॉ के साथ टीम राउंड ऑफ-16 में हार गई थी। अब 2023 में अपने तीसरे विश्व कप में ही स्पेन की टीम ने खिताब अपने नाम किया। इस साल उसने सात में से छह मैच जीते और सिर्फ एक मैच में हार (ग्रुप स्टेज) मिली। 
वहीं, इंग्लैंड की टीम का भी यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले  2015 में उसने तीसरा स्थान हासिल किया था। इंग्लैंड और स्पेन की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची थी। यह महिला फीफा विश्व कप में दो यूरोपीय टीमों के बीच तीसरा फाइनल रहा। 1995 के फाइनल में नॉर्वे ने जर्मनी को 2-0 से और 2003 के फाइनल में जर्मनी ने स्वीडन को 2-1 से हराकर खिताब जीता था।
अब यूरोपीय देशों के बीच तीसरे फाइनल में स्पेन ने इंग्लैंड को 1-0 से हराया। स्पेन की महिला टीम ने फीफा विश्व कप खिताब के मामले में अपने ही देश के पुरुष टीम की बराबरी कर ली है। स्पेन की पुरुष टीम ने भी एक ही बार फीफा विश्व कप का खिताब जीता है। उसने 2010 में ऐसा किया था। उसके 13 साल बाद महिला टीम भी अब चैम्पियन बन गई है।
स्पेन ने महिला फीफा विश्व कप में अपने पिछले चारों मैच जीते हैं, जो कि इस टूर्नामेंट में उनका बेस्ट परफॉर्मेंस है। उन्होंने इस संस्करण में सात मैचों में 18 गोल दागे हैं। स्पेन ने 2023 महिला फीफा विश्व कप में सात गोल खाए। यह फाइनल में पहुंचने वाली टीम द्वारा खाया गया दूसरा सबसे ज्यादा गोल है। इससे पहले नॉर्वे ने 1991 में आठ गोल खाए थे और फाइनल में पहुंची थी। हालांकि, तब नॉर्वे की टीम चैंपियन नहीं बन पाई थी। अमेरिका ने 1991 के फाइनल में नॉर्वे को 2-1 से हरा दिया था।
इंग्लैंड की कोच सरीना वीगमैन ने भी अनचारा रिकॉर्ड बनाया है। स्पेन के खिलाफ फाइनल हारने से पहले सरीना की देखरेख में नीदरलैंड की टीम 2019 का फाइनल हार गई थी। तब नीदरलैंड की टीम को अमेरिका ने हराया था। सरीना पहली कोच हैं जिनकी टीम दो महिला फीफा विश्व कप टूर्नामेंट में रनर-अप रही है। वहीं, स्पेन की गोलस्कोरर ओल्गा कारमोना किसी एक महिला फीफा विश्व कप टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल में गोल करने वाली दुनिया की सातवीं खिलाड़ी हैं। वहीं, 2015 के बाद वह ऐसा करने वाली पहली खिलाड़ी हैं। 2015 में पिछली बार अमेरिका की कार्ली लॉयड ने ऐसा किया था। 23 साल 69 दिन की उम्र में कारमोना महिला फीफा विश्व कप फाइनल में गोल करने वाली चौथी सबसे युवा खिलाड़ी हैं। इस संस्करण से पहले कारमोना के नाम अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सिर्फ एक गोल था। अब सेमीफाइनल और फाइनल में गोल कर उन्होंने अपने गोल की संख्या तीन कर ली है।

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