टी-20 वर्ल्ड कप अगले साल 4 से 30 जून तक

क्रिकेट इतिहास में अमेरिका को पहली बार मेजबानी
वेस्टइंडीज समेत 10 शहरों में 55 मैच
खेलपथ संवाद
दुबई।
2024 का टी-20 वर्ल्ड कप 4 से 30 जून तक खेला जाएगा। अमेरिका और वेस्टइंडीज के 10 शहरों में 27 दिन तक 20 टीमों के बीच 55 मैच होंगे। 147 साल के क्रिकेट इतिहास में अमेरिका पहली बार आईसीसी के किसी ग्लोबल इवेंट की मेजबानी करेगा। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने अमेरिका के शॉर्टलिस्ट किए गए 4 शहरों को इंस्पेक्ट कर लिया है, इनमें से 3 को इंटरनेशनल स्टेटस नहीं मिला है। अगले कुछ महीनों में सभी वेन्यू फाइनल कर दिए जाएंगे।
अमेरिका के 4 शहरों फ्लोरिडा, मोरिसविले, डालास और न्यू यॉर्क को फिलहाल शॉर्टलिस्ट किया गया है। इनमें केवल फ्लोरिडा स्थित लॉडरहिल स्टेडियम को ही इंटरनेशनल स्टेटस मिला है। यहीं अगस्त में भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 टी-20 मैच भी खेले जाएंगे। बाकी 3 शहरों को इंटनरेशनल स्टेटस मिलना बाकी है। आईसीसी गाइडलाइन के अनुसार, वर्ल्ड कप होस्टिंग के लिए इंटरनेशनल स्टेटस मिलना जरूरी है।
मोरिसविले (चर्च स्ट्रीट पार्क) और डालास (ग्रैंड पीयर स्टेडियम) में फिलहाल मेजर लीग टी-20 टू्र्नामेंट के मैच खेले जा रहे हैं, जबकि न्यू यॉर्क (वैन कोर्टलैंट पार्क इन द ब्रॉन्क्स) में फ्रेंचाइजी या इंटरनेशनल किसी भी लेवल का कोई मैच आयोजित नहीं हुआ। अमेरिकी शहरों में टूर्नामेंट के कुछ मैचों के साथ ज्यादातर वॉर्म-अप मुकाबले होंगे। वहीं वेस्टइंडीज में वॉर्म-अप मैच कम और मुख्य मुकाबले ज्यादा होंगे।
20 टीमों का टूर्नामेंट होगा, 15 टीमें क्वालीफाई
2024 के टी-20 वर्ल्ड कप में 20 टीमें हिस्सा लेंगी। होम टीम अमेरिका और वेस्टइंडीज समेत पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में टॉप-8 पोजिशन पर रहीं टीमें पहले ही क्वालिफाई कर चुकी हैं। अफगानिस्तान और बांग्लादेश ने टी-20 रैंकिंग के आधार पर क्वालिफाई किया। वहीं इसी सप्ताह आयरलैंड, स्कॉटलैंड और पापुआ न्यू गिनी ने रीजनल क्वालिफायर्स के जरिए टूर्नामेंट में जगह बनाई।
आयरलैंड और स्कॉटलैंड ने यूरोप रीजन क्वालिफायर्स में टॉप कर जगह बनाई, जबकि पापुआ न्यू गिनी ने एशिया-पेसिफिक क्वालिफायर्स में टॉप किया। टूर्नामेंट में 5 टीमें और क्वालिफाई करेंगी। इनमें अमेरिकन क्वालिफायर से एक, अफ्रीका से 2 और एशिया रीजन से 2 और टीमें आएंगी।
5-5 टीमों के 4 ग्रुप बांटे जाएंगे
20 टीमों को 5-5 टीमों के 4 ग्रुप में बांटा जाएगा। ग्रुप स्टेज में 40 मैच होंगे। सभी ग्रुप की 2-2 टॉप टीमें सुपर-8 स्टेज में पहुंचेंगी, इस स्टेज में 12 मैच होंगे। सुपर-8 की भी 2-2 टॉप टीमें सेमीफाइनल में क्वालिफाई करेंगी। सेमीफाइनल की विजेता टीमों के बीच 30 जून 2024 को टूर्नामेंट का फाइनल खेला जाएगा। 2 सेमीफाइनल, एक फाइनल और 52 ग्रुप स्टेज मैच मिलाकर टूर्नामेंट में 27 दिन के अंदर कुल 55 मैच खेले जाएंगे।
पिछले 2 टूर्नामेंट 16-16 टीमों के हुए थे
2021 और 2022 में खेले गए पिछले टी-20 वर्ल्ड कप में 16-16 टीमें थीं। 8 में से 4 टीमें क्वालिफायर खेलकर सुपर-12 स्टेज का हिस्सा बनती थीं। दोनों टूर्नामेंट में 45-45 मैच हुए थे। 2007 में शुरू हुए टूर्नामेंट में अब पहली बार 20 टीमें शामिल होंगी और टूर्नामेंट में पहली बार 50 से ज्यादा मैच होंगे। 2007 में भारत ने पहला खिताब जीता था, 2022 में इंग्लैंड टीम पिछली बार चैम्पियन बनी थी।
अमेरिका में वर्ल्ड कप कराने के 2 अहम कारण
अमेरिका में टी-20 वर्ल्ड कप कराने के पीछे आईसीसी के 2 अहम कारण हैं। पहला: नॉर्थ अमेरिका में क्रिकेट तेजी से फैल रहा है। यहां मजबूत पकड़ बनाने के लिए आईसीसी ने यह कदम उठाया। दूसरा: 2028 के लॉस एंजिल्स ओलिंपिक गेम्स में आईसीसी क्रिकेट को शामिल करवाना चाहता है। अगर अमेरिका में वर्ल्ड कप हुआ तो ओलिंपिक में क्रिकेट शामिल किए जाने की उम्मीदें भी बढ़ जाएंगी। आईसीसी ने ओलिंपिक कमेटी को ऑफिशियल प्रेजेंटेशन भी दिखाई है। जिस पर ओलिंपिक कमेटी इस साल के अंत तक फैसला लेगी।

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