वेस्टइंडीज के खिलाफ होगा भारत की विश्व कप तैयारी का मूल्यांकन

वनडे में मध्यक्रम की बल्लेबाजी पर होगा दारोमदार
खेलपथ संवाद
बारबाडोस।
भारत टीम वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज जीतने के बाद अब वनडे की चुनौतियों के लिए तैयार है। दोनों टीमों के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज होनी है। पहला मुकाबला गुरुवार (27 जुलाई) को बारबाडोस में खेला जाएगा। बारिश ने टीम इंडिया को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज का सफाया करने से रोक दिया, लेकिन रोहित शर्मा की टीम यह कसक वनडे सीरीज में दूर करने उतरेगी। 
टेस्ट की तरह वनडे भी टीम इंडिया का वेस्टइंडीज पर वर्चस्व लंबे समय से चलता आ रहा है। विंडीज अंतिम बार भारत से वनडे सीरीज 2006 में जीता था। तब से भारत ने विंडीज से लगातार 12 वनडे सीरीज जीत ली हैं। अब उसके निशाने पर लगातार 13वीं वनडे सीरीज होगी। यह सीरीज अक्तूबर-नवंबर में होने वाले वनडे विश्व कप के टीम संयोजन के लिए महत्वपूर्ण है। खासतौर पर सूर्यकुमार यादव ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली गेंद पर आउट होने की हैटट्रिक लगाने के बाद यहां अपने को स्थापित करने की कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। सूर्यकुमार ने टी-20 में अपनी जबरदस्त फॉर्म का जरूर परिचय दिया है, लेकिन वह वनडे में ऐसा नहीं कर पाए हैं। इस सीरीज में वह बड़ी पारी खेलकर श्रेयर अय्यर की अनुपस्थिति में नंबर चार के स्थान को जरूर पक्का करना चाहेंगे। सिर्फ सूर्यकुमार ही नहीं बल्कि इस सीरीज में ईशान किशन, संजू सैमसन, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और उमरान मलिक पर भी निगाहें रहेंगी।
पुनर्वास से गुजर रहे केएल राहुल वापसी के बाद विश्व कप और उससे पहले नंबर विकेटकीपर के बड़ा दावेदार हो सकते हैं, लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में ईशान किशन और संजू सैमसन भी इस सीरीज के जरिए अपना दावा पक्का करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। ऋषभ पंत भी पुनर्वास से गुजर रहे हैं, लेकिन उनके विश्वकप तक फिट होने की उम्मीद नहीं है। सैमसन अपनी वनडे टीम में अंदर-बाहर होते रहे हैं, लेकिन उन्होंने 11 वनडे में 66 का औसत रखा है।
ईशान को मिलेगी विकेटकीपिंग में वरीयता
टेस्ट सीरीज में विकेट के पीछे और बल्ले से अपने प्रदर्शन से प्रभावित करने वाले ईशान किशन पहले वनडे में विकेट कीपर की भूमिका निभा सकते हैं। रोहित शर्मा और शुभमन गिल ओपनिंग की भूमिका में रहेंगे। इसका मतलब यह हुआ कि ऋतुराज गायकवाड़ को अभी और बाहर बैठना पड़ सकता है। आईपीएल के बाद से अब तक नहीं खेले हार्दिक पंड्या के लिए यहां से काफी कड़ा सत्र होने जा रहा है। तीन मैचों की वनडे सीरीज के बाद उन्हें पांच मैचों की टी-20 सीरीज में कप्तानी करनी है। ऐसे में यह भी हो सकता है कि उन्हें सभी तीन वनडे मैचों में नहीं खिलाया जाए।
गेंदबाजी विभाग में उमरान मलिक रन जरूर ज्यादा देते आए हैं, लेकिन वह विकेट भी लेते रहे हैं। वह अब तक सात मैचों में 13 विकेट ले चुके हैं। युजवेंद्र चहल के लिए भी अपने को दोबारा वनडे टीम में स्थापित करने का अच्छा मौका है। यह भी हो सकता है चहल और कुलदीप यादव को एक साथ मैच में मौका दिया जाए, लेकिन मोहम्मद सिराज पर तेज गेंदबाजी विभाग में अगुवाई करेंगे। जयदेव उनादकट, मुकेश कुमार और शार्दुल ठाकुर तेज गेंदबाजी में अन्य विकल्प होंगे।
वेस्टइंडीज के पास खोने को कुछ नहीं
वेस्टइंडीज के पास अब खोने को कुछ नहीं है। विश्वकप के लिए उनकी टीम क्वालिफाई नहीं कर पाई है। शिमरॉन हेतमायर और ओशेन थॉमस की वापसी के बाद वेस्टइंडीज चुनौती दे सकती है। हालांकि, उसे निकोलस पूरन और जेसन होल्डर का साथ नहीं मिलेगा। टीम की कप्तानी शाई होप करेंगे।
दोनों टीमों की प्लेइंग-11
वेस्टइंडीज: ब्रेंडन किंग, कायेल मेयर्स, कीसी कार्टी, शाई होप (कप्तान/विकेटकीपर), शिमरॉन हेटमायर, रोवमन पॉवेल, रोमारियो शेफर्ड, केविन सिंक्लेयर, अल्जारी जोसेफ, ओशेन थॉमस, जेडेन सील्स/यानिक कारियाह।
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, ईशान किशन/संजू सैमसन (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या, सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, उमरान मलिक, मोहम्मद सिराज, जयदेव उनादकट/मुकेश कुमार।

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