रोहित शर्मा के साथ कौन करेगा ओपनिंग?

भारत-वेस्टइंडीज के बीच पहला टेस्ट आज से
खेलपथ संवाद
रोसेयू (डोमिनिका)।
भारतीय टेस्ट टीम पुनर्गठन के दौर से गुजर रही है। वेस्टइंडीज के खिलाफ बुधवार से डोमिनिका में शुरू होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में युवा यशस्वी जायसवाल का डेब्यू करना तय माना जा रहा है। हाल ही में आगामी वनडे विश्व कप क्वालीफायर में बाहर होने के बाद मेजबान टीम के जख्म हरे हैं। ऐसे में कभी बेहद दमदार मानी जाने वाली कैरिबियाई टीम यह साबित करने की कोशिश करेगी कि विश्व क्रिकेट में अभी उसको चुका हुआ मानना गलती हो सकती है। पहला टेस्ट मैच भारतीय समयानुसार शाम साढ़े सात बजे से शुरू होगा।
भारतीय टीम के सामने भी कई चुनौतियां हैं। नंबर तीन पर खेलते रहे अनुभवी चेतेश्वर पुजारा को इस सीरीज में टीम में जगह न मिल पाने के बाद भारत के शीर्ष क्रम में नई गुंजाइश बनी है। मूलत: उत्तर प्रदेश के भदोही में रहने वाले और घरेलू क्रिकेट में मुंबई के 21 साल के बल्लेबाज जायसवाल अपने नाम के अनुरूप इस सीरीज में यश कमाने की कोशिश करेंगे। 
प्रथम श्रेणी और आईपीएल में अपने प्रदर्शन से उन्होंने टेस्ट टीम में जगह बनाकर अपनी प्रतिभा से तो प्रभावित किया ही है। अंतिम एकादश में मौका मिलने पर अब पांच दिवसीय प्रारूप में प्रतिभा दिखाने का असल टेस्ट होगा। यशस्वी लाल गेंद की क्रिकेट में मुंबई, पश्चिम क्षेत्र और शेष भारत के लिए ओपनिंग करते रहे हैं। उन्हें कप्तान रोहित के जोड़ीदार के रूप में सलामी बल्लेबाजी पर उतारा जाएगा। इसकी पुष्टि मंगलवार को कप्तान रोहित शर्मा ने की थी। 
रोहित ने कहा, ''शुभमन गिल नंबर तीन पर खेलेंगे क्योंकि वह नंबर तीन पर खेलना चाहते हैं। उन्होंने कोच राहुल द्रविड़ से कहा कि उन्होंने अपना सारा क्रिकेट नंबर तीन और नंबर चार पर खेला है और वह नंबर तीन पर टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। इससे हमें भी मदद मिलती है क्योंकि इससे ओपनिंग में एक बाएं-दाएं हाथ का कॉम्बिनेशन बनता है। हम कोशिश कर रहे हैं कि यह लंबे समय तक के लिए चले, क्योंकि हमें लंबे समय से एक अच्छे बाएं हाथ के बल्लेबाज की जरूरत है। हमें यशस्वी के रूप में वह बाएं हाथ का खिलाड़ी मिल गया है और आशा करते हैं कि वह अच्छा प्रदर्शन करेगा। यशस्वी ओपनिंग को अपना स्थान बना सकते हैं।''
भारत के अनुभवी बल्लेबाजों में कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और वापसी करने वाले अजिंक्य रहाणे शामिल हैं। रोहित के लिए कई चुनौतियां हैं। उन्हें इस साल होने वाले वनडे विश्व कप के बाद अपना स्थान सुरक्षित रखने के लिए बल्ले से बेहतर योगदान करना होगा। विराट कोहली को भी बड़ी पारियां खेलने की जरूरत है। मेजबान टीम के तेज गेंदबाज ऑफ स्टंप के बाहर उनकी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं। 
वेस्टइंडीज की टीम में केमार रोच, शेनन गैब्रिएल, अल्जारी जोसफ और अनुभवी जैसन होल्डर जैसे तेज गेंदबाज हैं। पिछले तीन वर्षों में विराट और पुजारा की औसत 30 से कम की रही है, लेकिन आलोचनाएं सिर्फ पुजारा की होती रही हैं और उन्हें ही टीम से भी बाहर होना पड़ा है। टीम में वापसी करने वाले रहाणे को भी बड़ी भूमिका निभानी होगी। उन्हें पता है कि ऋतुराज गायकवाड़ के रूप में टीम के पास अतिरिक्त विकल्प उपलब्ध है। यही नहीं श्रेयस अय्यर और लोकेश राहुल भी फिट होकर कभी भी वापसी कर सकते हैं।
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के नए चक्र में भारत के लिए यह पहली सीरीज होगी। इस बार दो साल के चक्र में नई चुनौतियां होंगी। पहले दो टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम के लिए 2019 से 2023 तक लगभग तय टीम थी जिसमें पेस बैटरी भी काफी दमदार थी। नए टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में चोटिल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति झेलनी पड़ सकती है। इस सीरीज में तो वह उपलब्ध हैं ही नहीं आगे भी कार्यभार प्रबंधन के तहत हो सकता है कि उन्हें नियमित तौर पर टेस्ट मैचों में न उतारा जाए। वेस्टइंडीज के खिलाफ अनुभवी मोहम्मद शमी को भी आराम दिया गया है। इशांत शर्मा तो इस सीरीज में अपनी कमेंटरी की शुुरुआत करेंगे तो 36 साल के उमेश यादव के लिए मांसपेशियों में खिंचाव के ठीक होने के बाद वापसी की राह आसान नहीं है।
दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की बागडोर 19 टेस्ट खेलने वाले मोहम्मद सिराज संभालेंगे। उनके साथ नौ टेस्ट खेलने वाले शार्दुल ठाकुर होंगे। तेज गेंदबाजी में मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट और नवदीप सैनी के विकल्प हैं, लेकिन इनमें किसको मौका मिलता है, यह देखना दिलचस्प होगा। घरेलू सत्र में चार सीजन से जयदेव उनादकट का अच्छा प्रदर्शन रहा है। उन्होंने 2019-20 सत्र में रणजी में 67 विकेट लिए थे। इसी वजह से पिछले साल दिसंबर में उनकी 12 साल बाद टीम में वापसी हुई थी। विकेटकीपिंग में कोना भरत और ईशान किशन में से एक का चयन होगा, लेकिन भरत बल्लेबाजी से प्रभावित नहीं कर पाए हैं और किशन बाएं हाथ के बेहतरीन बल्लेबाज हैं। खासकर नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में उन्हें ज्यादा देर नजरंदाज करना मुश्किल होगा।
विंडसर पार्क ने पिछले छह साल में एक भी टेस्ट की मेजबानी नहीं की है। वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों में रोच (261 विकेट) पिछले 15 साल से हैं, गैब्रिएल (164 विकेट) भी खासा अनुभव रखते हैं। वो तो सफेद गेंद क्रिकेट भी नहीं खेलते। वेस्टइंडीज को अपनी पिछली टेस्ट शृंखला में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था। पिछले साल टीम टी-20 विश्वकप के सुपर-12 में नहीं पहुंच पाई और इस साल वनडे विश्व कप के लिए क्वालिफाई नहीं हो पाई। भारतीय टीम में शामिल अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (474 विकेट) और रविंद्र जडेजा (268) के सामने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को दिक्कत हो सकती है।
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे (उप कप्तान), ईशान किशन (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार/जयदेव उनादकट।
वेस्टइंडीज: क्रेग ब्रेथवेट (कप्तान), जर्मेन ब्लैकवुड (उप कप्तान), तेजनारायण चंद्रपॉल, रेमन रीफर, एलिक अतांजे, जोशुआ डि सिल्वा (विकेटकीपर), जेसन होल्डर, रहकीम कॉर्नवॉल, शैनन गैब्रिएल, अल्जारी जोसफ, केमार रोच।

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