पीसीबी प्रमुख नजम सेठी एशिया कप की मेजबानी से निराश

भारतीय टीम को लेकर दिया यह बयान
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
महीनों की अटकलों और किंतु-परंतु को विराम देते हुए एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) ने एशिया कप के आयोजन की घोषणा कर दी। छह टीमों के टूर्नामेंट में चार मैच मेजबान पाकिस्तान और नौ मैच श्रीलंका में होंगे। पचास-पचास ओवरों के प्रारूप के तहत टूर्नामेंट की शुरुआत 31 अगस्त को होगी जबकि फाइनल मुकाबला 17 सितंबर को खेला जाएगा। हालांकि विस्तृत कार्यक्रम अभी घोषित नहीं किया गया है।
एशिया कप की मेजबानी मिलने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नजम सेठी ने गुरुवार को कहा कि वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की परिस्थितियों को समझते हैं। उन्होंने कहा कि हाइब्रिड मॉडल ही सबसे बेहतर विकल्प था। सेठी ने इस दौरान भारतीय टीम के पाकिस्तान नहीं जाने पर दुख भी जताया।
नजम सेठी ने कहा, ''हमारे फैंस 15 साल में पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान में खेलते देखना पसंद करते, लेकिन हम बीसीसीआई की स्थिति को समझते हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरह ही बीसीसीआई को भी सीमा पार करने के लिए सरकार की अनुमति लेनी होती है।'' 
दो ग्रुप में बांटी जाएंगी छह टीमें
सभी छह टीमों को दो ग्रुप में बांटा जाएगा। दोनों ग्रुप से शीर्ष दो-दो टीमें सुपर फोर दौर के लिए क्वालिफाई करेंगी। उसके बाद चार टीमों में शीर्ष दो टीमें फाइनल में खेलेंगी, जोकि श्रीलंका के कैंडी या पल्लेकल में खेला जाएगा। भारत, पाकिस्तान और नेपाल एक ग्रुप में होंगे जबकि, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान की टीमें अन्य ग्रुप में।
एशिया कप के कार्यक्रम को मंजूरी मिलने का मतलब यह है कि पाकिस्तान की टीम इस साल अक्तूबर-नवंबर में होने वाले वनडे विश्वकप में भारत का दौरा करेगी। विश्वकप में भारत का इस चिर-प्रतिद्वंद्वी टीम के साथ मुकाबला 15 अक्तूबर को अहमदाबाद स्थित दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम नरेंद्र मोदी स्टेडियम में मुकाबला होना तय है। 
पीसीबी ने आईसीसी के सामने रखी थी शर्त
ऐसा माना जा रहा है कि पिछले महीने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलरडिस और चेयरमैन ग्रेग बर्कले ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के चेयरमैन नजम सेठी से मुलाकात के लिए कराची का दौरा किया था तब पीसीबी के सामने यह शर्त रखी थी कि वह विश्वकप में भाग लेने को लेकर कोई शर्त नहीं रखेगा।
मेजबान होने के नाते उसे एशिया कप के चार मैच पाकिस्तान में कराने की अनुमति मिल सकती है। पाकिस्तान के बिना टूर्नामेंट कराने का मतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच मैच न होने पर प्रसारणकर्ता टूर्नामेंट के लिए तय राशि में आधे का ही भुगतान करेगा। टूर्नामेंट में भारत के दो मैच तय हैं और यदि दोनों टीमें फाइनल में पहुंचती है तो तीसरी भिड़ंत भी हो सकती है।

 

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