संजीता चानू का राष्ट्रीय खेलों का पदक छिना

डोपिंग के चलते भारोत्तोलक पर लगा चार साल का प्रतिबंध
संन्यास ले चुके मुक्केबाज आमिर खान पर भी कार्रवाई
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
राष्ट्रमंडल खेलों में दो बार की चैम्पियन भारतीय भारोत्तोलक संजीता चानू पर पिछले साल डोप परीक्षण में असफल रहने के कारण राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के अनुशासन पैनल ने चार साल का प्रतिबंध लगाया है। संजीता पिछले साल सितम्बर-अक्टूबर में गुजरात में राष्ट्रीय खेलों के दौरान परीक्षण में ‘एनाबॉलिक स्टेरॉयड - ड्रोस्तानोलोन मेटाबोलाइट’ के लिए पॉजिटिव पाई गईं थी, जो विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) की प्रतिबंधित सूची में शामिल है। प्रतियोगिता के दौरान 30 सितम्बर को डोप परीक्षण के लिए उनका नमूना लिया गया था।
संजीता का प्रतिबंध 12 नवंबर 2022 से शुरू होगा, जब उन्हें अस्थाई रूप से निलंबित किया गया था। मणिपुर की इस खिलाड़ी के पास अभी फैसले के खिलाफ अपील करने का विकल्प है, लेकिन यह तय नहीं है कि वह ऐसा करेंगी या नहीं। संजीता ने सुनवाई के दौरान अपना पक्ष स्वयं रखा था। उन्होंने जानबूझकर प्रतिबंधित दवा लेने से इनकार किया था। गौर हो कि इससे पहले नवंबर 2017 में अमेरिका में विश्व चैम्पियनशिप से पहले भी पॉजिटिव पाए जाने पर अंतर्राष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ ने 2018 में उन्हें प्रतिबंधित किया था। विश्व संस्था ने हालांकि 2020 में उन्हें आरोप मुक्त कर दिया था।
यह संजीता के लिए बड़ा झटका है। उन्होंने राष्ट्रीय खेलों में रजत पदक जीता था, जिसे छीन लिया गया है। उन्होंने 2014 में ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में 48 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद 2018 में गोल्ड कोस्ट में 53 किलोग्राम भार वर्ग में सोने का तमगा हासिल किया था।
उधर ब्रिटेन के संन्यास ले चुके मुक्केबाज आमिर खान को अपने करियर के अंतिम मुकाबले के बाद प्रतिबंधित पदार्थ के लिए पॉजिटिव पाए जाने पर सभी खेलों से दो साल के लिए प्रतिबंधित किया गया है। पूर्व लाइट-वेल्टरवेट विश्व चैम्पियन और ओलम्पिक रजत पदक विजेता आमिर फरवरी 2022 में मैनचेस्टर में केल ब्रूक के खिलाफ मुकाबले में हार के बाद ओस्टेरिन के लिए पॉजिटिव पाए गए थे, जो एनाबोलिक एजेंट है। ब्रिटेन की डोपिंग रोधी संस्था ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

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