जर्मनी और बेल्जियम में होगा हॉकी विश्व कप का फाइनल

जर्मनी से ऑस्ट्रेलिया तथा बेल्जियम से नीदरलैंड हारा
खेलपथ संवाद
भुवनेश्वर।
हॉकी विश्व कप धीरे-धीरे अपने अंजाम तक पहुंच रहा है। शुक्रवार को विश्व कप के दो सेमीफाइनल मुकाबले खेले गए। पहले सेमीफाइनल में स्टार ड्रैग फ्लिकर गोंजालो पिलाट की हैटट्रिक से जर्मनी ने दो गोल से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से हरा दिया और फाइनल में प्रवेश किया। वहीं, दूसरे सेमीफाइनल में डिफेंडिंग चैम्पियंस बेल्जियम ने नीदरलैंड को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से हरा दिया। अब 29 जनवरी को जर्मनी और बेल्जियम के बीच खिताबी मुकाबला खेला जाएगा वहीं, ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड के बीच रविवार को कांस्य पदक का मुकाबला खेला जाएगा।
पहले सेमीफाइनल में जर्मनी की टीम ने लगातार दूसरे मैच में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जीत दर्ज की है। क्वार्टर फाइनल मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 0-2 से पिछड़ने के बाद इस टीम ने आखिरी तीन मिनट में दो बार गोल करके स्कोर बराबर किया और फिर पेनल्टी शूटआउट में इंग्लैंड को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। इसी तरह शुक्रवार को पिलाट ने 43वें, 52वें और 59वें मिनट में पेनल्टी कार्नर से गोल किये, जबकि ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ निकलास वेलेन (60वें) ने मैच खत्म होने से चंद सेकेंड पहले गोल कर ऑस्ट्रेलिया को चौंका दिया। ऑस्ट्रेलिया के लिए जेरेमी हेवर्ड (12वें), नाथन एफ्राम्स (27वें) और ब्लेक गोवर्स (58वें) ने गोल किए।
दो बार के चैम्पियन जर्मनी ने नई दिल्ली में 2010 सीजन के बाद पहली बार फाइनल में अपनी जगह पक्की की। तब टीम खिताबी हैटट्रिक पूरा करने से चूक गई थी। यह टीम 2002 और 2006 में चैम्पियन बनी थी, जबकि 1982 में भी रजत पदक जीता था। जर्मनी ने इसके साथ ही टोक्यो ओलम्पिक के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली 1-3 की हार का बदला भी ले लिया।
तीन बार के चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया लगातार दूसरी बार फाइनल में जगह बनाने से चूक गया। टीम 2018 में इसी चरण में नीदरलैंड से हार गई थी और कांस्य पदक जीता था। इससे पहले वे 2010 और 2014 में लगातार दो बार खिताब जीतने में सफल रहे थे।
ऑस्ट्रेलिया 42वें मिनट तक 2-0 से आगे चल रहा था और ऐसा लग रहा था कि मैच का परिणाम उनके पक्ष में रहेगा। अर्जेंटीना के लिए 100 से अधिक मैच खेलने वाले पिलाट ने हालांकि इसके बाद मैच का रुख बदल दिया। अर्जेंटीना को 2016 ओलम्पिक में स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले पिलाट अब जर्मनी के नागरिक हैं। उन्होंने आखिरी 18 मिनट में मैच का रुख ऑस्ट्रेलिया से जर्मनी की तरफ कर दिया।
आखिरी के तीन मिनट में मैच में कई बार उतार-चढ़ाव देखने को मिले। ग्रोवर्स ने 58वें मिनट में गोल कर ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से आगे कर दिया, लेकिन अगले ही मिनट में पिलाट ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। मैच में जब 20 सेकेंड से भी कम समय बचे थे, तब वेलेन ने गेंद को ऑस्ट्रेलियाई गोल पोस्ट में डाल कर टीम को यादगार जीत दिला दी। फुलटाइम में मैच 2-2 से समाप्त होने के बाद बेल्जियम बनाम नीदरलैंड सेमीफाइनल मैच शूटआउट में पहुंचा। इस दौरान बेल्जियम ने नीदरलैंड को 3-2 से हरा दिया। बेल्जियम के लिए बून टॉम (26वें मिनट), डी कर्पेल निकोलस (44वें मिनट) ने गोल दागे। वहीं, नीदरलैंड के लिए यानसेन जिप ने 11वें और 35वें मिनट में दो गोल दागे।

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