बृजभूषण शरण सिंह करता है यौन शोषणः विनेश फोगाट

खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ से मांगा जवाब
महिला खिलाड़ियों का कैंप रद्द
कुश्ती संघ को 72 घंटे में देना होगा जवाब
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
बुधवार (18 जनवरी) को भारतीय कुश्ती में अचानक तूफान खड़ा हुआ। विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया समेत करीब 30 पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कई कोच के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगे। इसके बाद दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ। अब खेल मंत्रालय ने इस मामले में भारतीय कुश्ती संघ से जवाब मांग लिया है। 
केंद्रीय खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है। कुश्ती संघ को पहलवानों के आरोपों पर अगले 72 घंटों के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया गया है। महिला राष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षण शिविर रद्द कर दिया गया है। यह शिविर लखनऊ के भारतीय खेल प्राधिकरण के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में 18 जनवरी से शुरू होना था और इसमें 41 पहलवानों और 13 प्रशिक्षकों सहित कई सहायक कर्मचारी शामिल होने वाले थे।
बुधवार सुबह अचानक 30 भारतीय पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर जाकर धरने पर बैठ गए। इन पहलवानों में विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक जैसे बड़े पहलवान भी शामिल थे। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ और संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर मनमानी के आरोप लगाए और शाम को अपना पक्ष रखने की बात कही। इस बीच कुश्ती संघ के सहायक सचिव विनोद तोमर भी प्रदर्शन कर रहे पहलवानों से मिले। उन्होंने कहा कि अगर पहलवान संघ के पास आते हैं तो उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा, लेकिन पहलवान धरने पर बैठे रहे। 
शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बजरंग पूनिया ने कहा कि संघ में बैठे लोग मनमानी कर रहे हैं। उन्हें खेल के बारे में कुछ नहीं पता। हमें कोच नहीं दिए जाते हैं और इसका विरोध करने पर धमकाया जाता है। वहीं, विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह और संघ में उनके चहेते लोगों पर यौन शोषण के आरोप लगाए। विनेश ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह ने कई लड़कियों का यौन शोषण किया है। उनके चहेते लोग भी लड़कियों का शोषण करते हैं। पुरुष कोच भी लड़कियों के अलावा महिला कोच का भी शोषण करते हैं। 
विनेश के इन आरोपों के बाद बवाल मच गया। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल भी खिलाड़ियों से मिलीं और बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने की मांग की। वहीं, बृजभूषण सिंह ने कहा कि सभी आरोप निराधार हैं। 97 फीसदी पहलवान संघ के साथ है। अगर ये आरोप सही साबित हुए तो वह धरने पर बैठ जाएंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाए कि जो पहलवान धरने पर बैठे हैं, वह ट्रायल नहीं देना चाहते। हालांकि, पहलवानों का प्रदर्शन जारी रहा। अब खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती संघ से जवाब मांग लिया है वहीं, 18 जनवरी से लखनऊ में शुरू होने वाला महिला पहलवानों का कैंप भी रद्द हो गया है।
कौन हैं बृजभूषण?
राम मंदिर आंदोलन से राजनीति में आने वाले बृजभूषण उत्तरप्रदेश के बड़े नेताओं में से एक हैं। वह लगातार छह बार से सांसद हैं। वह फिलहाल गोंडा जिले की कैसरगंज सीट से भाजपा सांसद हैं। बृजभूषण 2011 के कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। 2019 में उन्होंने लगातार तीसरी बार इस पद पर चुनाव जीता था। दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारत के 30 पहलवान धरने पर बैठे हुए हैं। इनमें कई बड़े पदक विजेता भी शामिल हैं। विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने भारतीय हॉकी संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। हालांकि, बृजभूषण शरण सिंह ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। अब इस मामले में खेल मंत्रालय ने भी एक्शन लिया है और भारतीय कुश्ती संघ से जवाब मांग लिया है। 

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