डोपिंग के फेर में फंसी भारतीय एथलीट दुती चंद

नाडा ने अस्थायी तौर पर निलम्बित किया
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
भारत की स्टार एथलीट दुती चंद डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं। इसके बाद उन्हें अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया गया है। धाविका दुती चंद का सैंपल पिछले साल पांच दिसंबर को लिया गया था, जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ अनाबोलिक स्टेरॉयड की मात्रा पाई गई। 26 वर्षीय दुतीचंद ने 2018 एशियाई खेलों में 100 मीटर और 200 मीटर दोनों स्पर्धाओं में रजत पदक अपने नाम किया था। वहीं, राष्ट्रीय 100 मीटर रेस में वह स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। 
नाडा के अनुसार दुतीचंद के सैंपल में 'एंडराइन', 'ओस्टारिन' और लिगांड्रोल की मात्रा पाई गई है। नाडा ने अपने नोटिफिकेशन में इस बात की जानकारी दी। दुती को भेजे गए एक पत्र में कहा गया "आपको सूचित किया जाता है कि आपके नमूने 'ए' का परीक्षण नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरेटरी में विश्व एंटी-डोपिंग एजेंसी में निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार किया गया था। प्रयोगशालाओं के मानक और नीचे दिए गए विवरण के रूप में प्रतिकूल विश्लेषणात्मक निष्कर्ष पाए गए थे।" भुवनेश्वर में प्रतियोगिता से अलग दुती का सैंपल लिया गया था। पत्र के जरिए दुती को डोपिंग के संभावित परिणामों के बारे में बताया गया है और चेतावनी दे दी गई है।
पत्र में कहा गया है, "मैं आपको इस पत्र की सामग्री को ध्यान से पढ़ने के लिए आमंत्रित करता हूं जो एएएफ के संभावित परिणामों और परिणामी अनुशासनात्मक प्रक्रिया के रूप में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।" इस बारे में जब दुती से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें 'ए' सैंपल टेस्ट पॉजिटिव होने की जानकारी नहीं है।
डोपिंग टेस्ट में फेल होने पर दुती पर बैन लग सकता है। अगर उन्हें दोषी पाया जाता है और यह साबित होता है कि उन्होंने जान बूझकर ऐसा किया था तो उन पर स्थायी बैन भी लगाया जा सकता है। इसके अलावा लंबे समय के लिए भी उन पर बैन लगाया जा सकता है। अगर उन पर पांच साल या इससे ज्यादा का बैन लगता है तो उनका करियर खत्म हो सकता है।

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