शतक लगाकर सरफराज खान ने सिद्धू मूसेवाला की तरह मनाया जश्न

कोच अमोल मजूमदार ने सम्मान में उतार दी टोपी
पिछले दो सीजन में भी जमकर चला था सरफराज का बल्ला
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
मुंबई के बल्लेबाज सरफराज खान का रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन जारी है। उन्होंने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली के खिलाफ मंगलवार (17 जनवरी) को शानदार शतक लगाया। सरफराज ने 125 रन की पारी खेली। उनकी पारी की बदौलत मुंबई ने पहली पारी में 293 रन बनाए। सरफराज का प्रथम श्रेणी में यह 13वां शतक है।
सरफराज ने शतक लगाने के बाद दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला की तरह जश्न मनाया। उन्होंने अपनी जांघ पर थपकी मारी और एक हाथ को ऊपर की ओर उठा लिया। मूसेवाला की हत्या पिछले साल पंजाब के मनसा में हुई थी। अपने गानों के जरिए उन्होंने युवाओं में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी।
सरफराज ने शतक लगाने के बाद जोरदार जश्न मनाया। उन्होंने टीम के कोच अमोल मजूमदार की ओर इशारा भी किया। अमोल ने सरफराज के सम्मान में अपनी टोपी उतार दी। यह वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो गया। दरअसल, सरफराज को लगातार रन बनाने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुना गया। इससे वह काफी निराश थे। 
अमोल मजूमदार की बात करें रणजी इतिहास में वह वसीम जाफर के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। अमोल ने रणजी के 171 मैचों में 11167 रन बनाए थे, लेकिन उन्हें कभी भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। वह वसीम जाफर के बाद रणजी इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। सरफराज के टीम में नहीं चुने जाने के दर्द को उनसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता है।
सरफराज ने रणजी ट्रॉफी 2021-22 में छह मैचों में 122.75 की औसत से 982 रन बनाए थे। तब उन्होंने दो शतक और चार अर्धशतक लगाए थे। वहीं, 2019-20 में छह मैचों में 154.66 की औसत उन्होंने 928 रन बनाए थे। सरफराज के बल्ले से दो शतक और तीन अर्धशतक निकले थे। सरफराज को बांग्लादेश के खिलाफ पिछले साल दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भी नहीं चुना गया था। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट के लिए सूर्यकुमार को तरजीह दी गई।

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