उम्मीदों को पंख लगा सकती है भारतीय हॉकी टीम

खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
ओडिशा में पुरुष हॉकी विश्व कप शुरू हो चुका है। इस टूर्नामेंट में खिताब जीतने के लिए 16 हॉकी टीमें हिस्सा ले रही हैं। दरअसल, हॉकी विश्व कप आयोजित करने का विचार पाकिस्तान के एयर चीफ मार्शल नूर खान का था। हॉकी विश्व कप से पहले, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर केवल दो हॉकी प्रतियोगिताएं खेली जाती थीं। एक ओलम्पिक और दूसरी एशियाई हॉकी टूर्नामेंट। 
26 अक्टूबर, 1969 को फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल हॉकी (एफआईएच) ने एयर मार्शल नूर खान के विचार को अमलीजामा पहनाया। पहले हॉकी विश्व कप को 1971 में पाकिस्तान में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन बांग्लादेश के विभाजन के समय भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध ने पाकिस्तान की मेजबानी पर रोक लगा दी, इसलिए बार्सिलोना-1971 में पहला विश्व हॉकी कप आयोजित किया गया।
ओडिशा में खेला जा रहा 15वां पुरुष हॉकी विश्व कप भारत में लगातार दूसरी बार खेला जा रहा है। मेजबान भारत के अलावा इसमें मौजूदा विश्व चैंपियन बेल्जियम, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन, चिली, वेल्स, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान, मलेशिया, दक्षिण कोरिया, अर्जेंटीना हिस्सा ले रही हैं। 
मुख्य प्रशिक्षक ग्राहम रीड द्वारा प्रशिक्षित की गई भारतीय टीम में कप्तान हरमनप्रीत सिंह के अलावा जर्मनप्रीत सिंह, वरुण कुमार, मनदीप सिंह, हार्दिक सिंह, चिंगलेनसना सिंह, कोथाजीत सिंह, नीलकंठ शर्मा, आकाशदीप सिंह, शमशेर सिंह, मनप्रीत सिंह, नीलम संजीप, विवेक सागर, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक, सुखजीत सिंह, सुरिंदर कुमार, अमित रोहिदास (उप-कप्तान), गोलकीपर कृष्णा पाठक और पीआर सीजेश शामिल हैं। दो खिलाड़ियों जुगराज सिंह और राजकुमार पाल को रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर टीम के साथ रखा गया है। 
कप्तान और ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह भारतीय टीम का तुरुप का पत्ता हैं। मैदान में राइट फुल बैक की स्थिति में खेलने वाले डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह को विरोधी स्ट्राइकरों को अपने डी-सर्कल के अंदर और बाहर रोके रखने में महारत हासिल है। 6 जनवरी, 1996 को अमृतसर जिले के जंडियाला गुरु गांव में एक किसान परिवार में पैदा हुए हरमनप्रीत सिंह ने 2015 में सीनियर राष्ट्रीय टीम में प्रवेश किया। हरमनप्रीत के नाम 164 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 126 गोल करने का करिश्मा है। इस बार हॉकी विश्व कप में कप्तान हरमनप्रीम सिंह का 'जादू' सिर चढ़कर बोल सकता है। ऐसे में भारतीय हॉकी टीम से खिताब की उम्मीद की जा रही है।

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