खेल मंत्री संदीप सिंह के कामकाज व रिकॉर्ड की हो रही समीक्षा

सरकार पर बढ़ रहा बर्खास्त करने का दबाव
खेलपथ संवाद
चण्डीगढ़।
हरियाणा सरकार में मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भाजपा आलाकमान ने इस मामले पर नजरें गड़ा दी हैं। इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस की जांच ही अंतिम मानी जाएगी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश के नेताओं से बातचीत कर घटनाक्रम का जायजा लिया है।
सूत्रों के मुताबिक हरियाणा प्रभारी बिप्लव देब और प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ की भी इस संदर्भ में बातचीत हो चुकी है। महिला कोच की शिकायत और मीडिया रिपोर्ट के आधार पर ही तीनों नेताओं ने आपस में बातचीत की है। इसमें इंस्टाग्राम चैट पर भी गहन मंथन हुआ है। अगर महिला कोच के आरोपों में किसी भी तरह का कोई साक्ष्य सामने आया तो संदीप सिंह की मंत्रिमंडल से छुट्टी तय है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की व्यस्तता के कारण इस विषय पर अभी केंद्रीय नेताओं से बातचीत नहीं हुई है। बहरहाल विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने संदीप सिंह से जो बात की है उसकी रिपोर्ट सीएम तक पहुंच गई है। गुप्ता भले ही यह कहें कि वे खेल स्टेडियम की बात करने के लिए गए थे लेकिन तथ्य यह है कि इससे पूर्व वे कितने मंत्रियों के घर अपने हलके के काम को लेकर गए हैं। वैसे भी स्पीकर का प्रोटोकॉल मंत्री से ऊपर होता है। 
हरियाणा सरकार पर राज्य मंत्री संदीप सिंह की बर्खास्तगी का लगातार दबाव बढ़ रहा है। सामाजिक और राजनीतिक संगठन पहले से ही मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोले हैं। वहीं अब इसमें खाप पंचायत भी खुलकर सामने आ गई है। सोमवार को झज्जर के गांव डाबला में धनखड़-12 खाप ने सरकार को छह दिन का अल्टीमेटम दिया और कहा कि अगर मंत्री को बर्खास्त कर गिरफ्तार नहीं किया गया तो पंचायत आंदोलन करेगी। 
चंडीगढ़ पुलिस द्वारा छेड़छाड़ समेत विभिन्न धाराओं में केस करने के बाद मंत्री ने नैतिकता को आधार बता खेल विभाग छोड़ दिया लेकिन अभी तक मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है। सोमवार को चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी को मंत्री से पूछताछ करनी थी। सुबह से शाम तक मंत्री के आवास के बाहर दिनभर मीडिया का जमावड़ा रहा है लेकिन एसआईटी पूछताछ करने नहीं पहुंची।
लम्बी लड़ाई के मूड में महिला कोच, विभाग से ली 10 दिन की छुट्टी
मंत्री के खेल विभाग छोड़ने से महिला कोच संतुष्ट नहीं है। महिला कोच मंत्री की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गई है। मंत्री के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के लिए सोमवार को महिला कोच ने खेल विभाग से 10 दिन की छुट्टी मांगी है। महिला ने छुट्टियों के लिए निजी कारण बताया है। खेल विभाग ने 10 दिन की छुट्टी स्वीकृत भी कर दी है। महिला का कहना है कि वह न्याय मिलने तक लड़ाई लड़ेगी और किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगी। कानून पर विश्वास है कि न्याय दिलाया जाएगा। 
हरियाणा महिला कांग्रेस महिला आयोग पहुंची 
मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ हरियाणा महिला कांग्रेस महिला आयोग पहुंच गई है। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज के नेतृत्व में महिला कांग्रेस का एक शिष्टमंडल सोमवार को हरियाणा महिला आयोग के कार्यालय पहुंचा। आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया को सौंपे ज्ञापन में महिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि हरियाणा की बेटियों ने खेल के क्षेत्र में हरियाणा का नाम पूरे विश्व में रोशन किया है। इन बेटियों को खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी जिन लोगों के पास थी, वही आज बेटियों की इज्जत से खिलवाड़ कर रहे हैं। 
हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह द्वारा महिला कोच के साथ छेड़छाड़ के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने तो मामला दर्ज कर लिया है लेकिन हरियाणा पुलिस मंत्री को बचाने में जुटी है। इस पूरे प्रकरण में महिला आयोग की भूमिका सवालों के घेरे में रही है। पीड़िता पंचकूला की ही रहने वाली है, संयोग से महिला आयोग का कार्यालय भी पंचकूला में ही है। ऐसे में आयोग ने अभी तक इस घटना पर संज्ञान नहीं लिया है। यह समझ से परे है। अभी तक आयोग की टीम ने पीड़िता से मुलाकात करना भी उचित नहीं समझा है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने मांग की है कि महिला आयोग न केवल पीड़िता के बयान दर्ज करे, बल्कि आरोपी और आरोपी को बचाने के लिए काम कर रही पुलिस को भी तलब करे। आयोग की अध्यक्ष ने महिला कांग्रेस से ज्ञापन लेकर इस मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।
मंत्री को तुरंत बर्खास्त करे सरकार: सुमित्रा देवी
इंडियन नेशनल लोकदल की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा देवी ने कहा कि भाजपा गठबंधन सरकार के मंत्री संदीप सिंह पर महिला जूनियर कोच के आरोप गंभीर हैं। उन्होंने मंत्री को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है। साथ ही चेताया है कि अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो इनेलो सभी जिलों में धरना और प्रदर्शन करेगा। वहीं, इनेलो की महिला प्रकोष्ठ की प्रधान महासचिव सुनैना चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ को नारा देकर महिलाओं के वोट लिए और सत्ता हासिल की लेकिन खेल मंत्री का यह कृत्य बेहद निंदनीय है और सरकार द्वारा मंत्री को अभी तक बर्खास्त न करना भाजपा का महिलाओं के प्रति दोगलापन दिखाता है। 

रिलेटेड पोस्ट्स