राष्ट्रीय मुक्केबाजी में लवलीना और निखत के गोल्डन पंच

छठवीं एलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में रेलवे का जलवा
खेलपथ संवाद
भोपाल।
टोक्यो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोगोरहेन और मौजूदा विश्व चैम्पियन निखत जरीन ने अपने-अपने खिताबी मैचों में जीत हासिल की, जबकि रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) ने छठवीं एलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में सोमवार को दस पदकों के साथ टीम ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
जहां असम की मुक्केबाज लवलीना बोगोरहेन ने सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) की अरुंधति चौधरी को 75 किलोग्राम के फाइनल में 5-0 के अंतर से आसानी से हरा दिया वहीं निखत जरीन को 26 वर्षीय आरएसपीबी की अनामिका से पहले 50 किलोग्राम स्वर्ण पदक मैच में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। मुक्केबाज ने अपने खिताब का सफलतापूर्वक बचाव करने के लिए मैच को 4-1 से अपने पक्ष में कर लिया।
महिला मुक्केबाजों ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के अधिकारियों के साथ खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की उपस्थिति में पदक प्राप्त किए। दिन का एक अन्य आकर्षण मंजू रानी थीं, जिन्होंने अंतिम दिन आरएसपीबी के वर्चस्व का नेतृत्व किया। 2019 विश्व चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता ने 48 किलोग्राम फाइनल में तमिलनाडु की एस. कलैवानी को 5-0 से हराकर आरएसपीबी को अपना पहला स्वर्ण दिलाया। शिक्षा (54 किलोग्राम), पूनम (60 किलोग्राम), शशि चोपड़ा (63 किलोग्राम) और नूपुर (81 प्लस किलोग्राम) आरएसपीबी की अन्य स्वर्ण पदक विजेता थीं, जिन्होंने तीन रजत और दो कांस्य पदक भी जीते। एक स्वर्ण, दो रजत और पांच कांस्य के साथ मध्य प्रदेश और हरियाणा (दो स्वर्ण और दो कांस्य) ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। 2021 यूथ वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली मणिपुर की युवा मुक्केबाज सनामाचा थोकचोम चानू ने भी रोमांचक फाइनल में मध्य प्रदेश की श्रुति यादव को 3-2 से हराकर 70 किलोग्राम में खिताब हासिल करने के लिए प्रभावशाली प्रदर्शन किया। हरियाणा की मनीषा (57 किलोग्राम) और स्वीटी बोरा (81 किलोग्राम), एसएससीबी की साक्षी (52 किलोग्राम), मध्य प्रदेश की मंजू बम्बोरिया (66 किलोग्राम) ने भी प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीते, जिसमें 12 श्रेणियों में 302 मुक्केबाजों ने भाग लिया।

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