फ्रांस के नौ फुटबालर लगातार दो विश्व कप जीतने की राह पर

कप्तान लोरिस के पास भी रिकॉर्ड बनाने का मौका
कप्तान और फुटबॉलर के तौर पर पांच ने जीता विश्व कप
दोहा।
अर्जेंटीना के खिलाफ रविवार को होने वाले विश्व कप फाइनल से पहले फ्रांस के गोलकीपर कप्तान ह्यूगो लोरिस ऐसा इतिहास रचने की कगार पर हैं जो आज तक फीफा विश्व कप में किसी ने नहीं रचा। दो बार अपनी कप्तानी में विश्व कप जीतने की उपलब्धि किसी फुटबॉलर ने हासिल नहीं की है, लेकिन ह्यूगो लोरिस अपनी कप्तानी में लगातार दूसरा विश्व कप जीतने की राह पर निकल पड़े हैं।
यही नहीं कीलियन एम्बाप्पे, एंटोयने ग्रीजमैन, ओलिवर जिरूड, राफेल वारान समेत कुल नौ फ्रांस के फुटबॉलर भी लगातार दो विश्व कप जीतने की दहलीज पर खड़े हैं। विश्व कप के इतिहास में पेले इकलौते ऐसे फुटबॉलर हैं जिन्होंने तीन विश्व कप (1958, 62, 1970) जीते हैं। इसके अलावा 20 ऐसे फुटबॉलर हैं, जिन्हें दो विश्व कप जीतने का गौरव हासिल है। इनमें 16 ब्राजील के, चार इटली के और एक अर्जेंटीना का फुटबॉलर शामिल है। अगर फ्रांस जीतता है तो इस सूची में नौ और फुटबॉलर शामिल हो जाएंगे। 
लगातार दो विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाले चौथे कप्तान हैं लोरिस
ह्यूगो लोरिस अपनी टीम को लगातार दो विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने वाले चौथे कप्तान हैं। सबसे पहले यह उपलब्धि जर्मनी के कार्ल हींज रुमेनिगे ने हासिल की थी। उन्होंने जर्मनी को 1982 और 1986 के विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया, लेकिन दोनों ही फाइनल में उन्हें हार मिली।
महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना ने भी अर्जेंटीना को अपनी कप्तानी में लगातार दो बार विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया। जहां 1986 में अर्जेंटीना विजेता बनी, जबकि 1990 में उसे जर्मनी से हार सहनी पड़ी। डुंगा ने भी 1994, 1998 में ब्राजील को अपनी कप्तानी में दो बार फाइनल में पहुंचाया। 1994 में ब्राजील विजेता बना और 1998 में उसे फ्रांस ने फाइनल में हराया।
इस विश्व कप के फाइनल में पहुंची फ्रांस की टीम में लोरिस, एम्बाप्पे, ग्रीजमैन, गिरोड, राफेल वारान, बेंजामिन पावर्ड, डेंबेले, गोलकीपर स्टीव मेंडेंडा, अल्फांसो एरिओला ऐसे फुटबॉलर हैं जो 2018 की विश्व विजेता टीम के सदस्य रहे हैं। इटली के जिउसेप्पी मीजा ने भी दो विश्व कप जीते। वह 1934 की विजेता टीम के सदस्य थे, जबकि 1938 में उन्होंने अपनी कप्तानी में इटली को विश्व चैम्पियन बनाया।
बेलिनी 1958 में ब्राजील के कप्तान थे और 1962 में वह बतौर फुटबॉलर खेले। इसी तरह माउरो रामोस 1962 का विश्व कप जीतने वाली ब्राजील टीम के कप्तान थे, जबकि 1958 में वह विजयी टीम के सदस्य थे। ब्राजील के काफू 1994 की विजेता टीम के सदस्य थे, जबकि 2002 में वह टीम के कप्तान थे। काफू 1998 का फाइनल भी खेले। वह तीन लगातार फाइनल खेलने वाले इकलौते फुटबॉलर हैं। अर्जेंटीना के डेनियल पसारेला 1978 में टीम के कप्तान थे, जबकि 1986 में टीम के सदस्य थे।

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