विश्वनाथ सुरेश, वंशज, देविका और रवीना के गोल्डन पंच

विश्व युवा मुक्केबाजीः भारत को मिले कुल 11 पदक
भारत ने महिला वर्ग में रिकॉर्ड आठ पदक जीते
खेलपथ संवाद
नयी दिल्ली।
मौजूदा एशियाई चैम्पियन रवीना ने दमखम के साथ मजबूत प्रदर्शन की बदौलत 63 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में स्वर्ण पदक जीता जिससे भारत ने स्पेन के ला नुसिया में युवा पुरुष और महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में अपना अभियान 11 पदकों के साथ खत्म किया।
रवीना ने फाइनल में नीदरलैंड की मेगन डेक्लेर के खिलाफ अच्छी शुरुआत नहीं करने के बावजूद अपनी तकनीकी क्षमता और तेज गति का भरपूर उपयोग करके प्रभावशाली वापसी की। संघर्ष से भरपूर रहा यह कड़ा मुकाबला एशियाई युवा 2022 की स्वर्ण पदक विजेता रवीना के पक्ष में समाप्त हुआ। मुकाबले की समीक्षा के बाद रवीना ने 4-3 से जीत हासिल की। एक अन्य फाइनल में कीर्ति (81+ किलोग्राम) को 2022 यूरोपीय युवा चैम्पियन आयरलैंड की क्लियोना एलिजाबेथ डार्सी के हाथों 0-5 से हार मिली। इस हार के कारण भारतीय मुक्केबाज को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। इस चैम्पियनशिप में भारत का दबदबा रहा। 25 सदस्यीय भारतीय दल ने कुल 11 पदक जीते।
इससे पहले भारतीय मुक्केबाज विश्वनाथ सुरेश, वंशज और देविका घोरपड़े ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीते। चेन्नई में जन्मे विश्वनाथ ने इस प्रतिष्ठित चैम्पियनशिप में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। उन्होंने पुरुषों के 48 किलोग्राम भारवर्ग के फाइनल में फिलीपींस के रोनेल सुयोम को हराकर सोने का तमगा हासिल किया।
इसके बाद रिंग पर उतरी भावना शर्मा को महिलाओं के 48 किलोग्राम भारवर्ग में उज्बेकिस्तान की गुलसेवर गनीवा से 0-5 से हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा। आशीष (54 किलोग्राम) रजत पदक हासिल करने वाले अन्य भारतीय थे। वह जापानी मुक्केबाज युता साकाई से 1-4 से हार गए। पुणे की रहने वाली देविका ने महिलाओं के 52 किलोग्राम फाइनल में इंग्लैंड की लॉरेन मैकी को हराकर भारत के खाते में दूसरा स्वर्ण पदक जोड़ा।
युवा एशियाई चैंपियन वंशज ने भारत के लिए तीसरा स्वर्ण पदक हासिल किया। सोनीपत के रहने वाले इस मुक्केबाज ने पुरुषों के 63.5 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में जॉर्जिया के देमूर कजाया को आसानी से हराया। भारत 11 पदकों के साथ इस प्रतियोगिता में शीर्ष पर है। उसके बाद उज्बेकिस्तान (10), आयरलैंड (सात) और कजाकिस्तान (सात) का का नंबर आता है।
इस साल चैम्पियनशिप में 73 देशों के लगभग 600 मुक्केबाजों ने भाग लिया। भारत ने महिला वर्ग में आठ पदक जीते जोकि रिकॉर्ड है। रवीना (63 किलोग्राम) और कीर्ति (81 किलोग्राम से अधिक) प्रतियोगिता के आखिरी दिन महिला वर्ग के फाइनल में भारत के खाते में दो और पदक जोड़े। रवीना ने स्वर्ण और कीर्ति ने रजत पदक जीता।

 

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