समलैंगिकता एक मानसिक विकृति, बच्चों को ऐसे लोगों से बचाएं

फीफा विश्व कप के ब्रांड एम्बेसडर खालिद सलमान का कहना
दोहा।
कतर में हो रहे फीफा विश्व कप 2022 के ब्रांड एम्बेसडर में से एक खालिद सलमान ने कहा है कि समलैंगिकता एक मानसिक विकृति है। उन्होंने जर्मनी की एक पब्लिक ब्रॉडकास्टर के साथ बात करते हुए यह बयान दिया। फीफा विश्व कप से ठीक दो सप्ताह पहले उनके इस बयान ने फिर इस टूर्नामेंट को विवादों में ला दिया है। फीफा विश्व कप 2022 की शुरुआत 20 नवम्बर को होगी, जबकि फाइनल मुकाबला 18 म्को खेला जाएगा। इस दौरान 32 टीमें चैम्पियन बनने के लिए जोर लगाएंगी। 
कतर के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी खालिद सलमान ने कहा कि पुरुषों का समलैंगिक होना हराम है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बच्चे समलैंगिक पुरुषों को देखते हैं तो उन्हें इससे परेशानी है। हालांकि, अब तक खालिद का पूरा इंटरव्यू जारी नहीं हुआ है। यह एक डॉक्यूमेंट्री का हिस्सा है, जिसे जल्द ही रिलीज किया जाएगा। 1962 में जन्मे खालिद सलमान देश के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक हैं। 
विश्व कप के दौरान कतर में लगभग 12 लाख लोगों के आने की उम्मीद है। साल 2010 में साल 2010 में कतर को फीफा विश्व कप की मेजबानी मिली थी। इसके बाद से यह देश फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी को लेकर अलग-अलग वजहों से विवादों में रहा है। दुनियाभर में लोगों ने कतर में समलैंगिक लोगों के प्रति रवैये और नियमों को लेकर चिंता जताई है। 
इस इंटरव्यू के दौरान खालिद सलमान ने कहा "विश्व कप के दौरान देश में कई चीजें आएंगी। अगर समलैंगिकों की बात करें तो उनके यहां आने से किसी को परेशानी नहीं है, लेकिन उन्हें हमारे नियमों को मानना होगा।" कतर में सरिया नियमों के अनुसार समलैंगिकता अपराध है। किसी भी समलैंगिक गतिविधि में शामिल होने पर किसी भी व्यक्ति को सजा हो सकती है। सजा में सात की जेल से लेकर मरने तक पत्थर मारना भी शामिल है। कतर में शादी के बिना शारीरिक संबंध बनाने पर भी कड़ी सजा दी जाती है। कई मिडिया रिपोर्ट के अनुसार यहां समलैंगिक लोंगों को पकड़ कर एक कमरे में बंद कर दिया जाता है और किन्नरों को थैरिपी के जरिए सामान्य महिला या पुरुष बनाने की कोशिश भी की जाती है। 
फीफा विश्व कप में कतर ने सभी लोगों को आमंत्रित किया है। यह भी कहा गया है कि अगर दो गैर शादी शुदा लोग एक कमरे में रहना चाहते हैं तो उन पर कोई पाबंदी नहीं होगी। हालांकि, कुछ खबरों के अनुसार समलैंगिक लोगों को यहां होटल बुक करने में परेशानी का सामना करना पड़ा है। कतर के अधिकारियों का कहना है कि वह समलैंगिकता को लेकर अपने नियमों में बदलाव नहीं करेंगे, लेकिन बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति को इस तरह के मामले में परेशान नहीं किया जाएगा। 
फुटबॉल फैंस को मैच के दौरान समलैंगिक समुदाय के झंडे दिखाने की अनुमति होगी और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने पर भी कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन किसी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर कार्रवाई की जा सकती है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के फुटबॉल खिलाड़ियों के अलावा ब्रॉडकास्टर गैरी लिंकर ने भी कतर में समलैंगिक लोगों के अधिकारों को लेकर चिंता जाहिर की है। गैरी लिंकर का कहना है कि दो फुटबॉल खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो विश्व कप के दौरान समलैंगिक लोगों के पक्ष में प्रदर्शन में शामिल होंगे।

रिलेटेड पोस्ट्स