खुद को बदलें परिणाम भी बदल जाएगाः अनिर्बान घोष

रेलवे के नम्बर वन टेबल टेनिस खिलाड़ी का विचार
खेलपथ संवाद
प्रयागराज।
रेलवे के नम्बर एक खिलाड़ी अनिर्बान घोष कहते हैं कि यदि इंसान अपने आप में बदलाव कर ले तो परिणाम अपने आप बदल जाएंगे। हम जब तक सकारात्मक सोच नहीं रखेंगे स्थितियां कभी माकूल नहीं होंगी तथा जो भी करेंगे उसके अच्छे परिणाम नहीं आएंगे। मैंने जीवन में खुद को टेबल टेनिस के लिए बदला और अब यह खेल मेरे अनुकूल परिणाम खुद ले आता है।
घर में खाली बैठे अनिर्बान घोष को फिटनेस और एंज्वाय के लिए उनके मामा ने एक टेबल टेनिस क्लब में एडमीशन करा दिया लेकिन, अनिर्बान ने छह माह में ही कमाल कर दिया और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत लिया। रेलवे के नम्बर वन टेबिल टेनिस खिलाड़ी अनिर्बान घोष की रैंक देश में छठवीं है। 31 दिसम्बर, 1998 को पश्चिम बंगाल के एक छोटे से शहर नैहाटी में जन्मे अनिर्बान के नाम दर्जनों की संख्या में राष्ट्रीय पदक हैं। रेलवे बोर्ड ने 2018 में उन्हें आफर देकर अपने साथ जोड़ा। दक्षिण पूर्व रेलवे में कार्यरत अनिर्बान ने अपने करियर, युवाओं के लिए संदेश व विभिन्न विषयों पर खुलकर बातचीत की। 
प्रश्न - टेबल टेनिस कब से खेल रहे हैं?
उत्तर - 2008 से।
प्रश्न - कैसे शुरूआत हुई?
उत्तर - मैं जहां पर रहता हूं। वहां तीन चार टेबल टेनिस के क्लब है। बस बाडी फिटनेस के लिए मेरे मामा ने एडमीशन करा दिया। छह माह के अंदर ही मैं जूनियर स्तर राष्ट्रीय प्रतियोगिता तक पहुंच गया। इसके बाद मैनें इसे अपना करियर बना लिया।
प्रश्न - घर में कौन है और परिस्थितियां कैसी हैं?
उत्तर - मम्मी पापा हैं। पापा मोबाइल की छोटी से दुकान चलाते थे। अब सारी जिम्मेदारी मेरे ऊपर ही है। खेल से ही मैं बीपीसीएल से छात्रवृत्ति प्राप्त करने लगा। इसके बाद कुछ और छात्रवृत्ति मिली। फिर रेलवे में नौकरी मिली गई।
प्रश्न -किस रेलवे जोन में कार्यरत हैं?
उत्तर - दक्षिण पूर्व रेलवे में चार साल से कार्यरत हूं।
प्रश्न - आपको रेलवे में नौकरी कैसे मिली?
उत्तर - मैं नेशनल चैम्पियन था। जूनियर में भी मैं टॉप थ्री में रैंक कर रहा था। रेलवे बोर्ड से मुझे आफर आया और इस तरह 2018 में मैं रेलवे से जुड़ गया।
प्रश्न - अभी आपकी उम्र क्या है?
उत्तर- 23 साल।
प्रश्न - जन्म किस स्थान पर हुआ?
उत्तर - नैहाटी, कोलकाता।
प्रश्न - आपके घर में पहले कोई खिलाड़ी रहा है?
उत्तर - पापा को क्रिकेट का शौक था लेकिन, प्रोफेशनली कोई भी खिलाड़ी नहीं रहा।
प्रश्न - कोई और खेल भी पसंद है?
उत्तर - मुझे फुटबाल बहुत पसंद है। क्रिकेट पहले बहुत पसंद था और खेलना भी क्रिकेट ही चाहता था। पर मामा ने मना किया तो टेबल टेनिस खेलने लगा। मुझे सौरव गांगुली बहुत पसंद हैं, उनका जीतने का जज्बा मुझे प्रेरित करता है। मुझे महेंद्र सिंह धोनी बहुत ज्यादा पसंद हैं।
प्रश्न - क्या उम्मीदें यहां से हैं?
उत्तर - हमारे पास सारे टॉप प्लेयर हैं। हमारी टीम भी जीतेगी और व्यक्तिगत स्पर्धा में भी पदक जीतना है।
प्रश्न - कोई दिलचस्प घटना आपके जीवन की जो याद हो
उत्तर - जब मैं 13 साल का था और सब जूनियर खेल रहा था। उस समय मैं पुरुष वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंच गया था और शरद कमल के साथ वह मैच मेरे जीवन की सबसे यादगार घटना है। शरद कमल मेरे प्रेरणा स्त्रोत थे और सीधे उनसे मुकाबला हुआ, मैं जीता नहीं लेकिन, वह मेरा पहला पुरुष टूर्नामेंट था। यह पूरे जीवन मुझे याद भी रहेगा।
प्रश्न - आपके माता-पिता को आपकी सफलता देख कर कैसा लगता है?
उत्तर - अब घर पर ज्यादा नहीं जा पाता। मैं चेन्नई में ही प्रैक्टिस करता हूं। रेलवे मुझे बहुत सपोर्ट करती है और मम्मी पापा मेरी सफलता से बहुत खुश हैं। जब घर जाता हूं उनकी खुशी देखकर मुझे प्रेरणा मिलती हैं।
प्रश्न - जीवन का मूल मंत्र क्या है।
उत्तर - खुद को बदलें, परिणाम आपके अनुकूल ही बदल जाएंगे। हर युवा को यह प्रयास करना चाहिए। मैंने जीवन में खुद को टेबल टेनिस के लिए बदला और अब यह खेल मेरे अनुकूल परिणाम खुद ले आता है।
प्रश्न -आगे क्या लक्ष्य है?
उत्तर - एशियन चैम्पियनशिप में पदक जीतना है। अभी मैं इंडिया नंबर छह रैंक पर हूं। मुझे टाप रैंकिंग में पहुंचना है। अच्छा खेलना है। बाकी भविष्य तो ओलंपिक में खेलना और पदक देश के लिए लाना है।
प्रश्न - टेबल टेनिस को आप करियर के रूप में कैसे देखते हैं?
उत्तर - पहले बहुत अलग था। अब तो बहुत इंप्रूवमेंट है। पूरी दुनिया में आपके लिए मौका है। भारत में इसका स्थान बहुत उपर हो गया है। दुनिया भर में भारतीय खिलाड़ी पदक जीत रहे हैं, इससे इसका भविष्य बहुत अच्छा है। सरकार भी इस खेल को बढ़ावा दे रही है। नए बच्चों के लिए यहां अपार संभावनाएं हैं। पिछले चार साल से बहुत बदलाव देख रहा हूं। थोड़ा भी अच्छा खेले तो स्पांसर मिल जाते हैं। यह ऐसा स्पोर्ट है कि यह किसी को भी खोली हाथ नहीं जाने देगा। अगर मेहनत सही से की, प्रशिक्षण सही लिया तो यह कुछ न कुछ जरूर देगा।
प्रश्न - टेबल टेनिस के लिए सबसे जरूरी क्या है?
उत्तर - बहुत फिट रहना है। बाल इतनी तेजी से आता है और ऐसे में आपमें भी बहुत तेजी होनी चाहिए। तकनीक और स्ट्रेटजी आवश्यक हैं।
प्रश्न - किस उम्र में यह खेल शुरू करें?
उत्तर - मेरा मानना है कि छह वर्ष की उम्र में यह खेल शुरू कर देना चाहिए। ताकि नौ साल की उम्र तक आप छोटे एज ग्रुप में हिस्सा ले सकें। इससे आपको बहुत मौके मिलेंगे आगे बढ़ने के । मुझे तो जल्दी रिजल्ट मिल गया लेकिन, इसमें दो तीन साल समय देना होगा। अंडर 10 से प्रतियोगिता शुरू हो जाती है। ऐसे में जल्दी खेलना शुरू कर बेसिक मजबूत करना चाहिए।
प्रश्न - अनिर्बान खुद को कैसे देखते हैं, जिंदगी को कैसे जीते हैं?
उत्तर - मैं बहुत साधारण जीवन जीना पसंद करता हूं। नंदी अनिर्बान मेरे आदर्श हैं। उनसे बहुत कुछ सीखता हूं। वह टेबल टेनिस का इंजन हैं और हमारी टीम को आज देश के सर्वश्रेष्ठ टीम बनाने में उनका ही योगदान है। वह भाई की तरह मुझे मानते हैं और ख्याल रखते हैं। उनसे बेहतर कोई इंसान नहीं हो सकता है।
मुझे सीढ़ी से एक एक कदम चलना पसंद हैं, जिंदगी में अचानक उछाल की जगह एक एक कदम बढ़ना चाहता हूं। एक गोल रखता हूं और उसे पूरा कर आगे बढ़ता हूं। मुझे सोना बहुत पसंद है। रिकवरी के लिए बहुत सोता हूं। थोड़ा आलसी हूं, पर जिंदगी को खूब जीता हूं।

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