मानवाधिकार संगठन एल्नाज रेकाबी की सुरक्षा को लेकर चिंतित

हिजाब पहने बिना खेलकर लूटी थी वाहवाही
खेलपथ संवाद
तेहरान।
कुछ दिनों पहले ईरान की एक एथलीट एल्नाज रेकाबी लापता बताई जा रही थीं। दरअसल, एल्नाज ने दक्षिण कोरिया के सियोल में एशियन क्लाइम्बिंग कॉम्पिटीशन में बिना हिजाब के हिस्सा ले लिया था। इसके बाद से कई विवाद सामने आए थे और वह लापता बताई जा रही थीं। हालांकि, अब वह तेहरान पहुंच चुकी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एल्नाज को हिजाब नियमों के उल्लंघन के लिए गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
टूर्नामेंट के बाद एल्नाज के दोस्तों ने कहा था कि रविवार के बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पाई है। यह भी कहा जा रहा था कि तेहरान जाने वाले विमान में सवार होने से पहले उनका पासपोर्ट और मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए थे। इसके बाद दुनियाभर में एल्नाज की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही थी। हालांकि, तेहरना पहुंचने के बाद एल्नाज का जबरदस्त स्वागत किया गया। 
बड़ी संख्या में प्रशंसकों ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। एल्नाज का परिवार भी एयरपोर्ट पहुंचा था और उन्हें गले लगा लिया था। इस दौरान लोगों ने एल्नाज नायिका हैं के नारे भी लगाए। साथ ही उनके लिए तालियां भी बजाईं। 
क्यों चर्चा में आईं एल्नाज रेकाबी?
दरअसल, दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में एशियन क्लाइम्बिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। एल्नाज ईरान के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल थीं। इसमें आठ एथलीट और तीन कोच शामिल थे। एथलीट एल्नाज ने बिना हिजाब के हिस्सा लिया था। एल्नाज की हिजाब के बिना रॉक क्लाइम्बिंग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं। इसको लेकर दुनियाभर में उनकी सराहना हुई थी। हालांकि, ईरान में महिलाओं के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य होने की वजह से उनकी सुरक्षा की चिंता बढ़ गई थी।
इसके बाद एल्नाज ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने हिजाब उतारा नहीं था, बल्कि खेल के दौरान अचानक ही उनका हिजाब उतर गया था। यह एक दुर्घटना थी। माना जा रहा था कि ईरान सरकार के दबाव में उन्होंने यह सफाई दी थी और खुद एल्नाज अपनी सुरक्षा को लेकर डरी हुई हैं। दरअसल, एल्नाज का यह मामला तब उठा है जब ईरान में हिजाब के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। ईरान की महिलाओं को विदेश में किसी भी समारोह में या प्रतियोगिता में हिजाब पहनना अनिवार्य है। एल्नाज इससे पहले हर प्रतियोगिता में हिजाब पहनकर ही खेली थीं, लेकिन इस बार बिना हिजाब के खेलने से उनकी मुश्किलें बढ़ गईं।
हालांकि, दुनियाभर के मानवाधिकार संगठनों ने एल्नाज की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्होंने महिला सशक्तीकरण का सटीक उदाहरण दिया है। इनमें अमेरिका के एक मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स ने भी इसकी तारीफ की थी। साथ ही एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी एल्नाज के कदम को सराहा था। हालांकि, कई मानवाधिकार संगठनों ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता भी जाहिर की थी। मीडिया रिपोर्ट्स में भी एल्नाज को लेकर कई बातें सामने आई हैं। एक विदेशी पत्रकार की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि तेहरान पहुंचने पर जल्द ही एल्नाज को हिरासत में लिया जा सकता है।
बताया जा रहा था कि एल्नाज को ईरान पहुंचने पर डिटेन कर जेल भेजा जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इविन जेल में उन्हें बंद किया जा सकता है। यह जेल राजनीतिक कैदियों और सरकार विरोधियों को बंद करने के लिए मशहूर है। हाल ही में इस जेल में आग लगी थी और इसमें कई कैदियों की मौत भी हो गई थी। इसी में एल्नाज को रखने की बात हो रही है।
ईरान में क्यों हो रहा हिजाब का विरोध?
दरअसल, बीते महीने महसा अमीनी नाम की एक महिला की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। इसी के बाद से ईरान समेत दुनियाभर में हिजाब के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। हिजाब का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजना शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शन में अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। महिलाएं हिजाब उतारकर और बाल कटवाकर इसका विरोध कर रही हैं। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने भी अपने बाल काटकर ईरानी महिलाओं का समर्थन किया था।

 

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