भारतीय टीम आठवीं बार एशिया कप के फाइनल में पहुंची

हरमनप्रीत की टोली ने थाईलैंड को 74 रन से हराया
खेलपथ संवाद
सिलहट।
महिला एशिया कप के सेमीफाइनल मैच भारत में भारत ने थाईलैंड को 74 रन से हरा दिया है। थाईलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने थाईलैंड के सामने 149 रन का लक्ष्य रखा। इसके जवाब में थाईलैंड की टीम सिर्फ 74 रन बना पाई और मैच हार गई। भारत ने लगातार आठवीं बार महिला एशिया कप के फाइनल में जगह बनाई है।
गुरुवार को सिलहट में खेले गए एशिया कप के पहले सेमीफाइनल में भारत ने थाईलैंड को 74 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने लगातार आठवीं बार महिला एशिया कप के फाइनल में जगह बना ली है। भारत एकमात्र टीम है, जो हर बार एशिया कप के फाइनल में पहुंची है और सिर्फ एक बार उसे हार का सामना करना पड़ा है। 2018 में बांग्लादेश ने भारत को हराकर खिताब जीता था। 
इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 148 रन बनाए थे। शेफाली वर्मा ने 42 और कप्तान हरमनप्रीत ने 36 रन की पारी खेली। इसके जवाब में थाईलैंड की टीम 20 ओवर में नौ विकेट खोकर 74 रन ही बना पाई और 74 रन के अंतर से सेमीफाइनल मुकाबला हार गई। थाईलैंड के लिए सबसे ज्यादा 21 रन चाईवाई और बूचथम ने बनाए। भारत की दीप्ति शर्मा ने तीन विकेट झटके।
इस अहम मुकाबले में राजेश्वरी गायकवाड़ ने एक ओवर में दो विकेट झटके। उन्होंने दो लगातार गेंदों पर विकेट लिए, लेकिन हैटट्रिक का मौका गंवा दिया। उन्होंने पहले चाईवाई को एलबीडब्ल्यू आउट किया। चाईवाई ने 41 गेंद में 21 रन बनाए। अगली ही गेंद पर उन्होंने फनिता माया को क्लीन बोल्ड कर दिया। हालांकि, ओवर की आखिरी गेंद पर वह विकेट नहीं ले पाईं और हैटट्रिक का मौका गंवा दिया।
149 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए थाईलैंड को पहला झटका सात रन के स्कोर पर लगा। दीप्ति शर्मा ने नन्नापत कोंचरोएनकाई को शेफाली वर्मा के हाथों कैच कराया। उन्होंने 10 गेंदों में पांच रन बनाए। शेफाली ने इससे पहले आसान कैच छोड़ा था, लेकिन इस बार उन्होंने कोई गलती नहीं की और कोंचरोएनकाई की पारी समाप्त कर दी।
इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने छह विकेट खोकर 148 रन बनाए और थाईलैंड के सामने 149 रन का लक्ष्य रखा है। भारत के लिए स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने शानदार शुरुआत की थी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 27 गेंदों में 38 रन की साझेदारी की। इसके बाद मंधाना 13 रन के स्कोर पर आउट हो गईं। शेफाली ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखते हुए जेमिमा रोड्रिग्ज के साथ 29 रन की साझेदारी कर भारत का स्कोर 67 रन तक पहुंचाया। उनके आउट होने के बाद कप्तान हरमनप्रीत और जेमिमा ने तीसरे विकेट के लिए 42 रन जोड़े। 14वें ओवर में जेमिमा 27 रन बनाकर आउट हो गईं और भारतीय पारी पटरी से उतर गई। एक ओवर बाद ऋचा घोष दो रन बनाकर आउट हो गईं और 18वें ओवर में कप्तान हरमनप्रीत भी 36 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं। 
अंत में पूजा वस्त्राकर ने 13 गेंदों में 17 रन बनाकर भारत का स्कोर 148 रन तक पहुंचाया। हालांकि, पिछले मैच में 37 रन के स्कोर पर आउट होने वाली थाईलैंड की टीम के लिए यह स्कोर हासिल करना बहुत मुश्किल होगा। थाईलैंड के लिए टिपॉच ने इस मैच में सबसे बेहतरीन गेंदबाजी की। उन्होंने चार ओवर में 24 रन देकर तीन अहम विकेट लिए। उनके अलावा बूचंथम, फनिता माया और पुथावॉन्ग को एक-एक विकेट मिला।

 

रिलेटेड पोस्ट्स