सेना ने जीती राष्ट्रीय खेलों की राजा भालिंदर सिंह ट्रॉफी

तैराक हाशिका और साजन प्रकाश बने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने किया खेलों का समापन
खेलपथ संवाद
अहमदाबाद।
राष्ट्रीय खेलों के अंतिम दिन भी सेना ने अपना दबदबा बनाकर रखा। सेना के छह में से पांच मुक्केबाजों ने स्वर्ण पदक जीते। सेना ने इन खेलों में अपना झंडा गाड़कर रखा। उसने न केवल 61 स्वर्ण पदक समेत कुल 128 पदक जीते बल्कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के करकमलों से राजा भालिंदर सिंह ट्रॉफी भी हासिल की।
36वें राष्ट्रीय खेलों में महाराष्ट्र 39 स्वर्ण समेत 140 और हरियाणा 38 स्वर्ण समेत 116 पदक जीतकर पदक तालिका में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ ने 29 सितम्बर से शुरू हुए इन खेलों का खेलों का समापन किया। सेना को विजेता के तौर पर राजा भालिंदर सिंह ट्रॉफी उपराष्ट्रपति ने प्रदान की। महाराष्ट्र उप-विजेता राज्य बना। 
नए भारवर्ग में खेल रहीं लवलीना के सामने अंतरराष्ट्रीय स्वीटी की कड़ी चुनौती थी, लेकिन उन्होंने अनुभव का फायदा उठाते हुए काउंटर पंचों से स्वीटी की चुनौती को तोड़ दिया। लवलीना ने कहा कि वह खुद को नए भार वर्ग में परखना चाहती थीं। चोट के बाद वापसी करना आसान नहीं था। उन्होंने खुद को एशियाई चैम्पियनशिप के लिए तैयार करने को प्रेरित किया।
अंतिम दिन टोक्यो ओलम्पिक की पदक विजेता मुक्केबाज असम की लवलीना ने 75 भारवर्ग में हरियाणा की स्वीटी को 5-0 से हराकर स्वर्ण जीता। हरियाणा की मीनाक्षी (52) और पूनम (57) भी स्वर्ण जीतने में सफल रहीं। पुरुषों में हरियाणा के ही अंकित शर्मा (51) और विनीत (80) स्वर्ण पदक जीते। सेना के लिए मोहम्मद हुसामुद्दीन (57), एताश खान मोहम्मद (60), आकाश (67), संजीत (92) और नरेंद्र (प्लस 92) में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे। 80 भारवर्ग में हरियाणा के विनीत ने सेना के सचिन कुमार को 5-0 से पराजित किया। मीनाक्षी ने उत्तराखंड की शोभा कोहली को 5-0 और दो बार की विश्व यूथ चैंपियन पूनम ने पंजाब की मंदीप कौर को 4-1 से हराया। 
कोच का सड़क दुर्घटना में निधन, शिष्य ने जीता स्वर्ण
महाराष्ट्र के निखिल दुबे ने 75 भारवर्ग में मिजोरम के मालसामतुलआंग को 5-0 से हराकर स्वर्ण जीता। निखिल जीत के बाद भावुक हो गए। उनके कोच धनंजय तिवारी को जब पता लगा कि उनका शिष्य राष्ट्रीय खेलों के फाइनल में पहुंच गया है तो वह मुंबई से मोटरसाइकिल पर सवार होकर गांधीनगर के लिए निकल पड़े, लेकिन रास्ते में उनकी सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। निखिल कोच के निधन की खबर सुनकर टूट गए। कोच ने मुंबई से चलते वक्त निखिल से कहा था कि वह स्वर्ण जीतने में सक्षम हैं और वह जरूर जीतेंगे। धनंजय शिष्य का मुकाबला देख तो नहीं पाए लेकिन निखिल ने स्वर्ण जीतकर अपने कोच को श्रद्धांजलि दी। तैराकी में छह स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतने वाली कर्नाटक की तैराक हाशिका रामचंद्र को सर्वश्रेष्ठ महिला और पांच स्वर्ण दो रजत और एक कांस्य जीतने वाले तैराक साजन प्रकाश को सर्वश्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी चुना गया। 
वॉलीबॉल में केरल बना विजेता
वॉलीबॉल में केरल ने पुरुष और महिला वर्ग का खिताब जीता। पुरुषों में केरल ने तमिलनाडु और महिलाओं में पश्चिम बंगाल को हराया। पुरुषों के कांस्य पदक मुकाबले में हरियाणा ने पांच सेटों के संघर्ष में गुजरात को हराया, जबकि महिलाओं का कांस्य राजस्थान ने हिमाचल प्रदेश को हराकर जीता। 

रिलेटेड पोस्ट्स