आरोप सिद्ध हुए तो सारे पद छोड़ दूंगाः आनंदेश्वर पांडेय

प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला हैंडबॉल खिलाड़ी के आरोपों को निराधार बताया
कहा- भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन पदाधिकारी और नौकरशाह कर रहे साजिश
खेलपथ संवाद
लखनऊ।
एक सितम्बर गुरुवार को लखनऊ के के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम में 51वीं सीनियर राष्ट्रीय पुरुष हैंडबॉल चैम्पियनशिप के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश ओलम्पिक एसोसिएशन के महासचिव आनंदेश्वर पांडेय ने पत्रकारों से कहा मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह निराधार हैं। भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन (आईओए) में उच्च पदों पर आसीन रहे पदाधिकारियों के अलावा यूपी के नौकरशाह व एक-दो संघ के पदाधिकारी इस साजिश में शामिल हैं। इंतजार करिये, जल्द ही सच सामने आ जाएगा। यदि आरोप सिद्ध हुआ तो वे सारे पद छोड़ देंगे। 
के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम के सभागार में संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि महिला हैंडबॉल खिलाड़ी की ओर से दुराचार की कोशिश में एफआईआर किए जाने के मामले की जांच पूरी होने और आरोप निराधार साबित होने तक वे भारतीय ओलम्पिक संघ तथा राष्ट्रीय खेलों की किसी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे। पांडेय ने कहा कि हैंडबॉल खिलाड़ी पहले भी अपने कोच पर ऐसे आरोप लगा चुकी है। आश्चर्य की बात है कि जिस दिन की यह घटना बताई जा रही है, उस दिन उसने किसी भी साथी खिलाड़ी को यह बात नहीं बताई। न ही अपने कोच को मामले से अवगत कराया। इतने दिनों बाद मामला क्यूं उछाला जा रहा है। पांडेय ने कहा कि पूरे मामले के पीछे भारतीय ओलम्पिक संघ के पूर्व सर्वोच्च पदाधिकारी, एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया से जुड़े पूर्व पदाधिकारी और कुछ एक-दो नौकरशाहों का हाथ है।
इस मामले में यूपी के खेल संघ के पदाधिकारी भी शामिल हैं। वर्तमान में मैं भारतीय ओलम्पिक संघ में बड़े पद का दावेदार हूं। इसलिए मुझे रास्ते से हटाने का कुचक्र रचा गया है। जहां तक यूपी ओलम्पिक एसोसिएशन के कार्यालय हटाने का सवाल है तो मुझे क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी की ओर से पत्र मिल गया है। दो-तीन दिन में कार्यालय और स्टोर खाली हो जाएगा। 

 

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