रोहित नहीं चले तो 20 ओवर भी नहीं खेल पाया भारत

कप्तानी में भी फ्लॉप रहे हिटमैन
बासेतेरे।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला वेस्टइंडीज ने पांच विकेट से जीत लिया। इस जीत के साथ ही कैरिबियाई टीम ने सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। इस मैच में वेस्टइंडीज के कप्तान निकोलस पूरन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और ओबेड मैकॉय ने पहली ही गेंद में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को पवेलियन भेज दिया। यहीं से समझ आ गया था कि इस मैच में भारत को मुश्किल होने वाली है। हालांकि, टीम इंडिया अब ज्यादा आक्रामक होकर खेलती है और रोहित के आउट होने के बाद भी बल्लेबाज बड़े शॉट खेलते रहे। 
बासेतेरे की पिच में गेंद अच्छी गति और उछाल के साथ बल्ले पर आ रही थी, लेकिन भारतीय बल्लेबाज जोर लगाकर शॉट खेलना चाहते थे। इसी वजह से एक-एक कर भारत के विकेट गिरते रहे। 19.4 ओवर में पूरी टीम 138 रन पर सिमट गई और वेस्टइंडीज ने 19.2 ओवर जरूर लिए, लेकिन आसानी से लक्ष्य का पीछा कर लिया। मैच की पहली गेंद में कप्तान रोहित के आउट होते ही टीम इंडिया बैकफुट पर आ गई थी। इसके बाद हार्दिक और जडेजा ने 43 रन की साझेदारी की तो लगा कि भारत मैच में वापस लौटेगा, लेकिन होल्डर ने हार्दिक को आउट कर भारत को वापसी से रोक दिया। 139 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज ने पावरप्ले में बिना कोई विकेट खोए 46 रन बनाए। यहीं से उसकी जीत तय हो गई थी।  
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के लिए यह मैच बेहद खराब रहा। पहले बल्लेबाजी करते हुए वो मैच की पहली गेंद पर खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए। इसके बाद गेंदबाजी के समय उनकी कप्तानी समझ से परे रही। बासेतेरे की पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिल रही थी। ओबेड मैकॉय ने पहली पारी में छह विकेट भी लिए थे, लेकिन रोहित ने भुवनेश्वर कुमार को सिर्फ दो ओवर दिए। भले ही भुवी ने दो ओवर में सिर्फ 12 रन दिए थे। छोटे लक्ष्य का बचाव करने के लिए वेस्टइंडीज के विकेट गिराना जरूरी था और भुवनेश्वर मौजूदा टीम में सबसे अनुभवी और काबिल गेंदबाज थे, लेकिन उनसे पूरे चार ओवर न कराना समझ से परे था।
वेस्टइंडीज के कप्तान पूरन के लिए यह दिन बेहद अच्छा रहा। पहले उन्होंने टॉस जीता और गेंदबाजी करने का फैसला किया। ओबेड मैकॉय ने छह विकेट लेकर उनके फैसले को सही साबित किया। पूरन ने अपने गेंदबाजों का सही इस्तेमाल कर भारत को 138 रन पर रोका। हालांकि, वो बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन अपनी टीम को जीत दिलाने में सफल रहे। चौथे नंबर पर ऋषभ पंत ने तेजी से रन बनाए। उन्होंने बड़ी पारी नहीं खेली, लेकिन अच्छी लय में दिखे। टी20 में उनका फॉर्म में रहना भारत के लिए बेहद जरूरी है। 
नकारात्मक पहलूः एक बार फिर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने पूरी टीम को समेट दिया। पिछले कुछ सालों में कई बार ऐसा हुआ है, जब भारतीय टीम बाएं हाथ के किसी तेज गेंदबाज को नहीं खेल पाई और अकेले एक गेंदबाज ने भारत को हरा दिया। इस मैच में भी ऐसा ही हुआ। हार्दिक को छोड़ कोई बल्लेबाज 30 रन के पार भी नहीं जा सका। टीम इंडिया पूरे 20 ओवर भी नहीं खेल पाई। पावरप्ले में 56 रन बनाने वाले भारत ने बाकी 13.4 ओवर में सिर्फ 82 रन बनाए। 
वेस्टइंडीज के लिए कैसा रहा मैच
सकारात्मक पहलूः ओबेड मैकॉय ने शानदार गेंदबाजी की और छह विकेट लेकर अपने दम पर मैच जिताया। ओडियन स्मिथ को छोड़ सभी गेंदबाजों ने कंजूसी से रन दिए। होल्डर, हुसैन और जोसेफ ने भी अहस साझेदारियां तोड़ी। बल्लेबाजी में ब्रैंडन किंग ने बेहतरीन 68 रन बनाए। विकेटकीपर डेवोन थॉमस ने भी बेहतरीन बल्लेबाजी की। 
नकारात्मक पहलूः बाकी गेंदबाजों के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद ओडियन स्मिथ ने 10 से ज्यादा के इकोनॉमी रेट से रन लुटाए। 139 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करने में टीम के पांच विकेट गिर गए। कप्तान पूरन एक बार फिर स्पिन के खिलाफ आउट हुए। ब्रैंडन किंग और थॉमस को छोड़ कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाया।  

 

रिलेटेड पोस्ट्स