32 माह में शतक एक भी नहीं पर विराट के रन सबसे अधिक

कई क्रिकेटर्स विराट की कर रहे आलोचना
नई दिल्ली।
भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली इन दिनों आलोचकों के निशाने पर चल रहे हैं। रन बनाने के लिए जूझ रहे विराट को टी-20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम से निकालने की मांग की जा रही है। तीन साल पहले तक विराट कोहली को पूूरी दुनिया में रन मशीन बोला जाता था, लेकिन अब स्थितियां यह बन पड़ी हैं कि उन्हें इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप से बाहर करने की चौतरफा आवाज बुलंद होने लगी है। 
कप्तान रोहित शर्मा अपने साथी विराट की खराब फॉर्म का बचाव करने में लगे हैं, लेकिन दिग्गज कपिल देव, सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग की ओर से उठाए गए सवालों को नजरअंदाज करना बीसीसीआई और चयनकर्ताओं के लिए मुश्किल बनता जा रहा है। हालांकि, विराट कोहली को लेकर एक दिलचस्प आंकड़ा ऐसा है जो आपको हैरान कर देगा। विराट तीनों फॉर्मेट में मिलाकर भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं।
तीन साल पहले किसी ने यह सोचा भी नहीं था कि विराट अपनी बल्लेबाजी को लेकर सवालिया निशानों के घेरे में होंगे। तीनों प्रारूपों में उनका प्रदर्शन ही कुछ इस तरह का था। उन्होंने 2019 वर्ल्ड कप के फाइनल तक 380 मैचों की 421 पारियों में 56.31 की शानदार औसत से 20,162  रन बनाए थे।
हालांकि, 2019 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके बल्ले से कुछ खास रन नहीं निकले हैं, तब से उनका औसत गिर गया है। विराट ने 2019 वर्ल्ड कप के फाइनल के बाद तीनों प्रारूपों में खेले 83 मैचों में 41.92 की औसत से महज 3564 रन बनाए हैं। हालांकि, इस मामले में भी वह बेस्ट हैं। इस दौरान तीनों फॉर्मेट में मिलाकर विराट से ज्यादा किसी भारतीय बल्लेबाज ने रन नहीं बनाए हैं। विराट के बाद रोहित शर्मा 70 मैचों में 3318 रन बनाकर दूसरे नंबर पर हैं। वहीं, ऋषभ पंत 75 मैचों में 2593 रन बनाकर लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। 2019 वर्ल्ड कप के बाद से तीनों फॉर्मेट मिलाकर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज की बात करें तो टॉप पर पाकिस्तान के बाबर आजम हैं। उन्होंने इस दौरान 82 मैचों की 90 पारियों में 55.23 की औसत से 4474 रन बनाए हैं। वहीं, इंग्लैंड के जो रूट 56 मैचों की 89 पारियों में 4124 रन बनाकर दूसरे नंबर पर हैं। विराट ओवरऑल लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं।
विराट ने नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक लगाया था। तब से लेकर अब तक 32 महीने बीत चुके हैं। हालांकि, यह जानकर आपको हैरानी होगी कि शतक नहीं लगाने के बाद भी विराट इतने समय में तीनों फॉर्मेट में मिलाकर भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने पिछला शतक लगाने के बाद से अब तक वनडे, टी-20 और टेस्ट मिलाकर 68 मैचों में 79 पारियां खेली हैं और 35.47 की औसत से 2554 रन बनाए हैं। 
इस साल विराट टेस्ट में खुद को साबित करने में नाकाम रहे हैं। उनका यही प्रदर्शन उनके खिलाफ न सिर्फ चौतरफा आवाजें बुलंद कर रहा है बल्कि उन पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। नवंबर, 2019 में उन्होंने कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में अंतिम शतक लगाया था। तब से उन्होंने 18 टेस्ट की 32 पारियां खेली हैं।
जिसमें उन्होंने सिर्फ छह अर्धशतक लगाकर 27.25 की औसत से 872 रन बनाए हैं। इस शतक से पहले उन्होंने 84 टेस्ट में 54.97 की औसत से 7202 रन बनाए थे। उनके खराब प्रदर्शन के चलते उनका टेस्ट क्रिकेट में अब औसत 50 से नीचे गिरकर 49.53 पहुंच गया है। कोहली ने बीते तीन सालों में खेले 18 टेस्ट मैचों में सिर्फ एक की ही दोनों पारियों को मिलाकर 100 से ऊपर रन बनाए हैं। 
वनडे में विराट कोहली रन बनाने का कोई सानी नहीं था। अगस्त 2019 में वनडे में अपना पिछला शतक लगाने से पहले विराट ने 239 मैचों में 60.31 की औसत से 11520 रन बनाए थे। उसके बाद से उन्होंने 22 वनडे में 36.68 की औसत से 807 रन ही बनाए हैं। जिससे उनका वर्तमान औसत गिरकर 57.87 पहुंच गया है। वनडे में 43 शतक लगाने वाले विराट पिछले तीन सालों में 10 अर्धशतक ही लगा सके हैं। 
टी-20 एक ऐसा प्रारूप है, जहां दो प्रारूपों के मुकाबले उनका बल्ला अपेक्षाकृत ठीक चला है। दिसंबर 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हैदराबाद में अपना टी-20 का सर्वाधिक स्कोर नाबाद 94 रन बनाने के बाद से विराट ने 26 टी-20 अंतरराष्ट्रीय खेले हैं। जहां उन्होंने 38.20 की औसत से 764 रन बनाए हैं। इसमें सात अर्धशतक भी शामिल हैं। 94 रन की पारी तक विराट ने 73 टी-20 खेले थे जिसमें उन्होंने 55.30 की औसत से 2544 रन बनाए थे, लेकिन अब उनका टी-20 में भी औसत गिरकर 50.12 रह गया है।   
  

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