सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं होताः साक्षी मलिक

खुद को खुशनसीब मानती हूं कि देश को गर्व का मौका दिया
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
2016 के रियो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने युवाओं को अपना सक्सेस मंत्र दिया है। वे 'गेटिंग द ब्रीड: द जेन-Z वे टु सक्सेस' बुक लॉन्च के अवसर पर युवाओं से बात कर रही थीं। दिल्ली में आयोजित इस इवेंट में एक सवाल के जवाब में साक्षी मलिक ने कहा कि किसी सफलता का मूल मंत्र यह है कि किसी शॉर्टकट के चक्कर में न पड़ें। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। त्याग, लगन, समर्पण और कड़ी मेहनत से ही जीवन में सफलता हासिल की जा सकती है। यह किताब युवा लेखिका प्रार्थना बत्रा ने लिखी है।
युवा लेखिका प्रार्थना बत्रा द्वारा लिखी यह बुक साक्षी मलिक, बरखा दत्त, प्राजक्ता कोहली जैसी शख्सियतों की सक्सेस स्टोरी है। यहां साक्षी ने प्रार्थना से बातचीत में खुद से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चा की। साक्षी ने अपने ओलम्पिक मेडल पर कहा, 'लगातार कड़ी मेहनत और अपने लक्ष्य के प्रति फोकस रहने से ही मुझे ओलम्पिक में कामयाबी मिली। मैं वह खुद को खुशनसीब मानती हूं कि मैंने पहलवानी को चुना और अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित महसूस कराया।'
लेखिका ने यह बुक अपने परिवार, खासकर मां नीति बत्रा और नानी को समर्पित की है, जिनकी मेहनत व सपोर्ट की बदौलत ही वह इस किताब को पूरा कर सकीं। कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ टीवी पत्रकार जाने-माने पहलवान और साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान और कई गणमान्य लोग मौजूद थे। प्रार्थना बत्रा ‘Power People and Prarthna’ नाम से यूट्यूब चैनल भी चलाती हैं। प्रार्थना बत्रा ने एंटरप्रेन्योरशिप पर वर्ष 2020 मं एक यूट्यूब सीरीज भी लॉन्च की थी। इस सीरीज में उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वालों की स्टोरी की थीं। इस सीरीज के अंदर उन्होंने बरखा दत्त, प्राजक्ता कोहली और साक्षी मलिक से चर्चा भी की थी। प्रार्थना बत्रा की किताब में इन जानी-मानी हस्तियों से उनके जीवन, अनुभव आदि पर की गई बातचीत को भी शामिल किया गया है।
यही नहीं, प्रार्थना बत्रा को पढ़ने का बेहद शौक है और वह काफी अच्छी वक्ता भी हैं। वर्ष 2019 में annual Women’s Economic Forum समेत तमाम सार्वजनिक फोरम पर वह अपनी बात रख चुकी हैं। वर्ष 2021 महिला दिवस पर उन्हें आईआईएम तिरुचिरापल्ली में संबोधन के लिए भी आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा वह महिलाओं के अधिकारों समेत तमाम अहम मुद्दों पर भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं।
वह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ’Lajja Diaries’ की को-फाउंडर भी हैं। यह प्लेटफॉर्म महिला अधिकारों के लिए समर्पित है। लैंगिक पूर्वाग्रह पर ‘द हिंदू’ (The Hindu) में उनका आर्टिकल भी पब्लिश हुआ था। फरवरी 2021 में Blub World मैगजीन के यंग एंटरप्रिन्योर सेक्शन में भी उनके बारे में बताया जा चुका है।

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