चोट के चलते दिग्गज नडाल विम्बलडन ओपन से हटे

16वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम से बाहर हुए राफेल नडाल
लंदन।
विम्बलडन ओपन 2022 के सेमीफाइनल मैच से पहले राफेल नडाल ने अपना नाम वापस ले लिया है। उनके बाहर होने के बाद निक किर्गियोस ने सीधे फाइनल में जगह बना ली है। नडाल को पेट में समस्या थी। इसके बावजूद वो क्वार्टर फाइनल मैच खेले थे और मुश्किल जीत भी हासिल की थी, लेकिन सेमीफाइनल मैच से पहले उन्होंने टूर्नामेंट से बाहर होने का फैसला किया है। इसके साथ ही नडाल के कई सपने टूट गए हैं। 
नडाल के पास अपने करियर का 23वां ग्रैंड स्लैम जीतने का मौका था। इसके साथ ही वो करियर ग्रैंड स्लैम भी पूरा कर सकते थे, लेकिन चोट ने उनके सारे अरमानों पर पानी फेर दिया। 2003 में डेब्यू करने वाले राफेल नडाल अपने करियर में 16वीं बार चोट के चलते किसी ग्रैंड स्लैम से बाहर हुए हैं। 11 बार वो चोट के चलते इवेंट का हिस्सा नहीं बन पाए, जबकि पांच बार चोट की वजह से उन्हें बीच टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा है। 
चोट के चलते पांच बार ग्रैंड स्लैम छोड़ चुके हैं नडाल
राफेल नडाल ने 2010 में घुटने और 2018 में पैर में चोट लगने के कारण ऑस्ट्रेलियन ओपन बीच में ही छोड़ दिया था। 2018 में ही उन्होंने घुटने की चोट के चलते यूएस ओपन के सेमीफाइनल में भाग नहीं लिया था। 2016 फ्रेंच ओपन में नडाल ने दूसरे दौर के बाद कलाई की चोट के चलते टूर्नामेंट से अपना नाम वापस लिया था। अब पांचवीं बार वो पेट में समस्या की वजह से विम्बलडन ओपन का सेमीफाइनल नहीं खेल रहे हैं वहीं, उनके प्रतिद्वंदी नोवाक जोकोविच ने 2005 से 2017 तक लगातार हर ग्रैंड स्लैम में भाग लिया था। 2017 में वो यूएस ओपन में कुहनी की चोट के चलते भाग नहीं ले पाए थे। 
नडाल पहली बार 16 साल की उम्र में चोट की वजह से कोई ग्रैंड स्लैम खेलने से चूक गए थे। ट्रेनिंग के दौरान वो गिर गए थे और उनकी कुहनी चोटिल हो गई थी। इस वजह से वो फ्रेंच ओपन नहीं जीत पाए थे। इसके बाद से वो हर साल कम से कम टूर्नामेंट चोट की वजह से नहीं खेल पाए हैं। 
चोट के बावजूद नडाल ने अपने करियर में 1063 मैच जीते हैं और 92 ट्रॉफी अपने नाम की हैं। 2015-16 में वो किसी ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाए थे। इसके बाद माना जा रहा था कि उनका करियर खत्म होने की कगार पर है। हालांकि, उन्होंने शानदार वापसी की और इसके बाद आठ ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं। विम्बलडन ओपन से बाहर होने के बाद भी उन्होंने यही बात कही। नडाल ने कहा "मैं यहां था और इसी से यह साफ होता है कि यह टूर्नामेंट मेरे लिए कितना अहम था और मैं यहां खेलने के लिए कितना आतुर था।"

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