यश दुबे और शुभम शर्मा के शतकों से मुम्बई के गेंदबाज पस्त

मध्य प्रदेश का ऐतिहासिक रणजी ट्रॉफी खिताब जीतना लगभग तय
खेलपथ संवाद
बेंगलूरु।
सलामी बल्लेबाज यश दुबे (133) और तीसरे नम्बर पर खेलने आए शुभम शर्मा (116) ने शतकीय पारियां खेलकर मुम्बई को जहां 42वें रणजी ट्रॉफी खिताब से लगभग दूर कर दिया है वहीं मध्य प्रदेश को ऐतिहासिक खिताब के बिल्कुल करीब ला दिया। अब क्रिकेट की कोई अनिश्चितता ही मध्य प्रदेश को रणजी ट्रॉफी खिताब से दूर कर सकती है। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के समय रजत पाटीदार (67) तथा कप्तान आदित्य श्रीवास्तव (11) नाबाद लौटे। मध्य प्रदेश अभी मुम्बई की पहली पारी के रनों से सिर्फ छह रन पीछे है जबकि उसके सात विकेट अभी बाकी हैं।
रणजी ट्रॉफी फाइनल के तीसरे दिन यश दुबे और शुभम शर्मा ने 222 रनों की साझेदारी कर 41 बार के रणजी चैम्पियन मुम्बई को बैकफुट पर ला दिया। रणजी टॉफी के इस सत्र में यश दुबे ने अपनी बिंदास बल्लेबाजी से हर किसी को अपना मुरीद बनाया है। फाइनल में शतक के साथ ही उनका रनों का आंकड़ा 600 के पार पहुंच गया है। यश दुबे इस सीजन में मध्यप्रदेश के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। 
रणजी ट्रॉफी 2022 का फाइनल मुकाबला मध्यप्रदेश और मुंबई के बीच बेंगलुरु में खेला जा रहा है। पहली पारी में 41 बार की चैंपियन मुंबई ने सरफराज खान के शतक की बदौलत 374 रन बनाए थे। इसके बाद मध्यप्रदेश के बल्लेबाजों ने शानदार पलटवार किया। सलामी बल्लेबाज यश दुबे और तीसरे नंबर पर खेलने आए शुभम शर्मा ने शतकीय पारियां खेली और दूसरे विकेट लिए 222 रनों की साझेदारी भी की। इसी के साथ पूरे सीजन में यश दुबे का स्कोर 600 के पार भी पहुंच गया है। उन्होंने इस सीजन में अपना दूसरा शतक जड़ा। इससे पहले वह 289 रनों की शानदार पारी खेल चुके हैं। उनके अलावा शुभम शर्मा इस सीजन में एमपी के दूसरे टॉप स्कोरर हैं और उनके नाम 6 मैचों की 8 पारी में 578 रन दर्ज हैं। उन्होंने इस मैच में अपना सीजन का चौथा शतक लगाते हुए सर्वाधिक 116 रनों का स्कोर बनाया। 
आपको बता दें कि इस सीजन में मुंबई के सरफराज खान 6 मैचों की 8 पारी में 937 रन बनाकर टॉप स्कोरर हैं। फाइनल मुकाबले में चायकाल के बाद तक यश दुबे ने 120 रन बनाते ही सीजन में अपने 600 रन पूरे किए। इसके बाद उन्होंने 601 रन बनाने वाले बिहार के सकीबुल गनी को भी पीछे छोड़ा। इनके अलावा नागालैंड के चेतन दिनेश बिष्ट ने भी इस सीजन 623 रन बनाए हैं वहीं मध्य प्रदेश के रजत पाटीदार भी 500 से ऊपर रन बनाकर टॉप स्कोररों की सूची में छठे और मध्य प्रदेश के अभी तक तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
फाइनल मुकाबले में मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। शुरुआत अच्छी थी कप्तान शॉ (47) और युवा यशस्वी जायसवाल (78) ने पहले विकेट के लिए 87 रन जोड़े। इसके बाद दोनों ओपनर फिर अरमान जाफर (26) और सुवेद पार्कर (18) एक के बाद एक पवेलियन लौट गए। सरफराज खान एक छोर संभाले रहे और उनकी 134 रनों की पारी की बदौलत मुंबई का स्कोर 374 तक पहुंचा। मध्यप्रदेश के लिए गौरव यादव ने 4 और अनुभव अग्रवाल ने 3 विकेट झटके। सारांश जैन को 2 और कुमार कार्तिकेय को एक सफलता मिली।
इसके बाद दूसरे दिन ही बल्लेबाजी करने उतरी मध्यप्रदेश ने अहम बल्लेबाज और सेमीफाइनल के शतकवीर हिमांशु मंत्री (31) का विकेट 47 रन के कुल स्कोर पर गंवा दिया। फिर पारी को संभाला यश दुबे और शुभम शर्मा ने। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 222 रन जोड़े और टीम को मुंबई के स्कोर के नजदीक पहुंचा दिया। शुभम शर्मा 116 रन बनाकर मोहित अवस्थी का शिकार बने लेकिन उन्होंने तब तक अपना काम कर दिया था। मध्य प्रदेश के उद्धाटक बल्लेबाज यश दुबे ने 133 रनों की पारी खेली। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के समय रजत पाटीदार (67) तथा कप्तान आदित्य श्रीवास्तव (11) नाबाद लौटे। तीसरे दिन के खेल में मुम्बई के गेंदबाज सिर्फ दो विकेट ही ले सके।

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