कोच आंद्रेया फुएनटेस ने बचाई महिला तैराक की जिन्दगी

पूल में बेहोश होकर डूबने लगी अमेरिकन स्वीमर अल्वारेज
खड़े-खड़े देखते रहे वर्ल्ड चैम्पियनशिप के लाइफ गार्ड्स
बुडापेस्ट।
कहते हैं मारने वाले से बचाने वाला हमेशा बड़ा होता है और यदि वह जिंदगी बचा ले तो उसे भगवान ही कहेंगे। गुरुवार को कोच आंद्रेया फुएनटेस अपनी ट्रेनी के लिए भगवान बनीं और उनकी जिंदगी बचाई। यह पूरा वाक्या वर्ल्ड एक्वेटिक्स चैम्पियनशिप में हुआ। 
बुडापेस्ट में चल रही इस प्रतियोगिता के सोलो फ्री का फाइनल चल रहा था। इसमें 25 साल की अमेरिकी आर्टिस्टिक स्वीमर एनिटा अल्वारेज परफॉर्म कर रही थीं। इसी दौरान वे अचानक बेहोश हो गईं और डूबने जाने लगीं। उनकी सांस नहीं चल रही थी। तुरंत उनकी कोच आंद्रेया फुएनटेस ने पानी में छलांग लगा दी और उनको बाहर निकालकर लाईं। हालांकि, अल्वारेज को जल्द ही होश आ गया और उन्हें तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट दिया गया। अब वे ठीक हैं। 
अमेरिकी तैराकी टीम ने बयान जारी कर कहा कि अल्वारेज अब अच्छा महसूस कर रही हैं। डॉक्टर्स ने उनकी जांच की और सब कुछ सामान्य है। इस पूरे वाकये को देख पूरी अमेरिकी टीम सहम गई। इस दौरान टीम की खिलाड़ी एक-दूसरे को संभालती नजर आईं। ये सब कुछ इतना अचानक हुआ कि किसी को समझ ही नहीं आ रहा था कि ये कैसे हो गया। यह पहला मौका नहीं है, जब कोच फुएनटेस ने अल्वारेज को बचाया हो। अल्वारेज पिछले साल बार्सिलोना में आयोजित ओलम्पिक क्वालीफायर के दौरान भी ऐसे ही बेहोश हो गई थीं। तब भी आंद्रेया ने ही उन्हें बचाया था।
कोच बोलीं- मुझे कूदना पड़ा, क्योंकि लाइफगार्ड वहां खड़े-खड़े तमाशा देख रहे थे
इस दौरान लाइफ गार्ड्स की लापरवाही सामने आई और वे खिलाड़ी को बचाने की जगह खड़े होकर तमाशा देखते रहे। इसके लिए कोच एंड्रिया ने लाइफ गार्ड्स को फटकार भी लगाई। फुएनटेस ने कहा, 'मुझे इसलिए कूदना पड़ा क्योंकि लाइफगार्ड ऐसा करने की जगह वहां बस खड़े थे।'

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