मुक्केबाजों के दम पर हरियाणा बना खेलो इंडिया यूथ चैम्पियन

मुक्केबाजों ने 10 स्वर्ण पदक जीतकर मेजबानों के चेहरे पर मुस्कान भरी
हरियाणा की लड़कियों ने मुक्केबाजी में जीते 6 स्वर्ण पदक
खेलपथ संवाद
पंचकूला।
हरियाणा के मुक्केबाजों ने अंतिम दिन 10 स्वर्ण पदकों पर गोल्डन पंच लगाते हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स का विजेता बनने का गौरव हासिल किया। उसने पहले दिन से टक्कर दे रहे महाराष्ट्र को अंतिम दिन पछाड़ा। हरियाणा ने 52 स्वर्ण पदक समेत कुल 137 पदक जीते, जबकि महाराष्ट्र 45 स्वर्ण समेत 125 पदक जीतकर दूसरे स्थान पर रहा। कर्नाटक के तैराक अनीश गौड़ा ने सर्वाधिक छह स्वर्ण पदक जीते। इन खेलों में 25 स्पर्धाओं में 4700 खिलाडियों ने भाग लिया, जिसमें 2262 लड़कियां शामिल थीं।
हरियाणा और महाराष्ट्र सोमवार की सुबह 41-41 स्वर्ण के साथ बराबरी पर थे। महाराष्ट्र के लड़कों ने सुबह मलखंब पोल और लड़के-लड़कियों में खो-खो का स्वर्ण जीतकर हरियाणा को पीछे छोड़ दिया। इसके बाद हरियाणा की लड़कियों ने हैंडबाल में हिमाचल प्रदेश को रोमांचक संघर्ष में 29-28 से हराकर स्वर्ण पदक के अंतर को कम किया, लेकिन जैसे ही मुक्केबाजी की बारी आई। हरियाणा ने महाराष्ट्र को काफी पीछे छोड़ दिया। हरियाणा की आठ में से छह लड़कियों और पांच में से चार लड़कों ने स्वर्ण पदक जीतकर महाराष्ट्र को काफी पीछे छोड़ दिया। हरियाणा ने बॉक्सिंग में 10 और कुश्ती में 16 स्वर्ण जीतकर अपना दबदबा बनाया।
पंजाब की लड़कियां बास्केबाल में बनीं विजेता
खेलों के अंतिम दिन बास्केटबाल में पंजाब की लड़कियों ने फाइनल में तमिलनाडु को 68-57 से हराकर स्वर्ण जीता, जबकि कर्नाटक के लड़कों ने राजस्थान को 67-62 से हराकर स्वर्ण जीता। वहीं हैंडबाल में दिल्ली केलड़कों ने हरियाणा को 38-31 से हराकर स्वर्ण जीता। फुटबॉल में मिजोरम ने केरल को 5-1 से और टेबल टेनिस में लड़कों के एकल में मिजोरम के जेहो पुइंघेटा ने पश्चिम बंगाल के अंकुर भट्टाचार्य को 4-2 से हराकर स्वर्ण जीता।
देश के पारम्परिक खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाएंगे: अनुराग ठाकुर
हरियाणा को विजेता ट्राफी राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और खेल राज्य मंत्री निशीथ परमाणिक ने सौंपी दी। अनुराग ठाकुर ने कहा कि हरियाणा देश में खेलों की सुपर पॉवर बन गया है। इसकेलिए उन्हें बधाई। उन्होंने खुशी जताई कि इन खेलों में दूसरे खेलों के साथ मलखंब, योगासन, कलियारापट्टु, गतका जैसे खेलों को राज्य से बाहर निकाला गया है। इन्होंने इन खेलों में शानदार सफलता हासिल की है। खेल मंत्री ने कहा कि अभी इन खेलों को देश भर लोकप्रियता दिलाई जा रही है। बाद में इन खेलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का भी काम करके दिखाएंगे। 

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