दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज डुसेन ने कहा- आईपीएल ने बनाया फौलादी

भारत का विजय रथ रोकने के बाद प्रतिक्रिया
नौ क्रिकेटरों ने लीग में खेले 83 मैच
नई दिल्ली।
45 डिग्री सेल्सियस के करीब मई-जून की तपती गर्मी टीम इंडिया का सेना देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) के खिलाफ सबसे बड़ा घरेलू लाभ होती थी। इन देशों के बड़े से बड़े दिग्गज इस गर्मी में ढेर होते देखे गए, लेकिन भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टी-20 सीरीज में टीम इंडिया से यह घरेलू लाभ इस बार के आईपीएल ने छीन लिया है। 
दिल्ली के कोटला मैदान पर गुरुवार को दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों ने भीषण गर्मी में भी अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। 75 नाबाद रन की पारी खेल भारत से पहले मैच में जीत छीनने वाले रसी वान डर डुसेन एक झटके में स्वीकार करते हैं कि उनके खिलाडिय़ों को आईपीएल में खेलने का लाभ मिला है। भारतीय परिस्थितियां दक्षिण अफ्रीका से अलग हैं, लेकिन उन्होंने और उनके कई साथियों ने यहां की गर्मी में दो माह बिताए हैं, जिससे वे यहां की परिस्थितियों में ढल गए। इस दौरे पर दक्षिण अफ्रीका की 16 सदस्यीय टीम में 10 क्रिकेटर ऐसे हैं जो आईपीएल टीमों में शामिल थे। इनमें नौ को खेलने का मौका मिला। इन नौ क्रिकेटरों ने 65 दिन चली इस लीग में कुल 83 मैच खेले।
अफ्रीकी टीम में शामिल डेविड मिलर ने गुजरात के लिए 16, क्विंटन डिकॉक ने लखनऊ के लिए 15, एडेन मार्करम ने हैदराबाद के लिए 14, कगिसो रबाडा ने पंजाब के लिए 13, मार्को यानसेन ने हैदराबाद के लिए आठ, ड्वेन प्रिटोरियस ने चेन्नई के लिए छह, एनरिच नोर्त्जे ने दिल्ली के लिए छह, रसी वान डर डुसेन ने राजस्थान के लिए तीन और ट्रिस्टन स्टब्स ने मुंबई के लिए दो मैच खेले। लुंगी एनगिडी को दिल्ली के लिए कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला। इन 83 मैचों का अनुभव इस सीरीज में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों के बड़ा काम आने वाला है, यह उन्होंने दिल्ली में दिखा दिया। 
भारतीय क्रिकेटरों के मजबूत पक्षों को भी जाना
सिर्फ गर्मी ही नहीं अफ्रीकी क्रिकेटरों को भारतीय क्रिकेटरों के साथ खेलने का भी लाभ मिला है। मिलर और वान डर डुसेन ने ने डेथ ओवरों के विशेषज्ञ हर्षल पटेल उनके दूसरे और तीसरे ओवर में धुनाई लगाई, उससे साफ लगा कि दोनों हर्षल की धीमी गेंदों को पढ़ चुके हैं। डुसेन ने हर्षल के तीसरे ओवर में तीन छक्के और चौका लगाकर 22 रन बटोरे, जो निर्णायक साबित हुए। 33 वर्षीय वान डर डुसेन ने मैच के बाद कहा कि उन्हें अंदाजा हो चुका था कि हर्षल कब उन्हें धीमी गेंद डालें। 
डुसेन ने कहा उन्होंने आईपीएल में ज्यादा मैच नहीं खेले, लेकिन उन्होंने सभी मैचों को देखा, जिससे उन्हें यह अच्छी तरह अंदाजा हो गया कि उनके गेंदबाज क्या करने वाले हैं। उनके ज्यादातर क्रिकेटर आईपीएल टीमों में थे, ऐसे में उन्होंने पहले ही मैच में अपने को ढाल लिया।
'श्रेयस का कैच छोड़ना भारत को महंगा पड़ा'
डुसेन ने स्वीकार किया कि वह भाग्यशाली रहे। उनका 29 के निजी स्कोर पर श्रेयस ने कैच छोड़ा। तब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 28 गेंद में 63 रन की जरूरत थी। डुसेन ने कहा कि वह उसी वक्त समझ गए कि यह कैच भारत को महंगा पडने वाला है। अगर श्रेयस ने यह कैच पकड़ा होता तो मैच का परिणाम कुछ और भी हो सकता था।

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