थॉमस कप की जीत से राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बढ़ा मनोबलः चिराग

इस बार स्वर्ण पदक जीतना हमारी शीर्ष प्राथमिकता होगी
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली।
थॉमस कप में भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले खिलाड़ियों में शामिल रहे चिराग शेट्टी को पता है कि अब आगे बढ़ने और राष्ट्रमंडल खेलों के रूप में अगली चुनौती पर ध्यान लगाने का समय है। भारत ने इसी महीने पहली बार थॉमस कप का खिताब जीतकर इतिहास रचा था। टीम ने फाइनल में 14 बार के चैम्पियन इंडोनेशिया को एकतरफा मुकाबले में 3-0 से हराया।
सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी के साथ मिलकर भारत की सर्वश्रेष्ठ पुरुष युगल जोड़ी बनाने वाले चिराग ने मुंबई से कहा, ‘उस हफ्ते के अहसास को मैं अब भी महसूस कर सकता हूं लेकिन अब समय आ गया है कि ट्रेनिंग दोबारा शुरू की जाए और अगली चुनौती पर ध्यान लगाया जाए, इसकी शुरुआत राष्ट्रमंडल खेलों से होगी और फिर विश्व चैम्पियनशिप तथा एशियाई खेल हैं।’
उन्होंने कहा, ‘पिछली बार राष्ट्रमंडल खेलों में हमने अच्छा प्रदर्शन किया था और थॉमस कप की जीत से हमें आत्मविश्वास मिलेगा कि हम मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक बरकरार रख सकें।’ भारत ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार मिश्रित टीम स्वर्ण पदक जीता था और चिराग को लगता है कि भारतीय टीम इस साल भी उस प्रदर्शन को दोहरा सकती है।
चिराग ने कहा, ‘थॉमस कप में प्रतिस्पर्धा कहीं अधिक कड़ी होती है। इसलिए मेरे लिए वह ट्रॉफी जीतना भारतीय बैडमिंटन की अहम सफलता थी। राष्ट्रमंडल खेल मिश्रित टीम स्पर्धा है इसलिए स्वाभाविक रूप से आयाम बदल जाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘इस बार भी मलेशिया की टीम मजबूत होगी। बेहतर रैंकिंग वाले महिला युगल और मिश्रित युगल खिलाड़ियों के कारण उन्हें हमारे से बेहतर वरीयता मिल सकती है लेकिन अगर हम एक बार फिर वही जोश और जीत की ललक दिखा पाएं तो हम स्वर्ण पदक बरकरार रख सकते हैं।’
बदलेंगे पदक का रंग
चिराग और सात्विक की पुरुष युगल जोड़ी भी गोल्ड कोस्ट में जीते रजत पदक के रंग को बेहतर करते हुए स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेगी। चिराग ने कहा, ‘पिछली बार हम सर्किट पर काफी नए थे लेकिन अब काफी चीजें बदल गई हैं। चिराग ने कहा- अब हम शीर्ष 10 में शामिल हैं, हमें शीर्ष खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा पेश करने और जीतने का अनुभव है। इसलिए इस बार स्वर्ण पदक जीतना हमारी शीर्ष प्राथमिकता होगी।’ राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन इस साल बर्मिंघम में 28 जुलाई से आठ अगस्त तक किया जाएगा।
दुनिया की आठवें नंबर की भारतीय जोड़ी के सामने सबसे पहले जून में इंडोनेशिया ओपन सुपर 1000 और मलेशिया ओपन 750 टूर्नामेंट की चुनौती होगी। चोट के कारण थाईलैंड ओपन से हटने वाले चिराग ने कहा, ‘हमने इंडोनेशिया सुपर 1000 के लिए हमारी प्रविष्टियां भेजी हैं लेकिन हम शत प्रतिशत सुनिश्चित नहीं हैं कि हम खेलेंगे क्योंकि सात्विक अब भी घुटने की चोट से उबर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘कोई बड़ी समस्या नहीं है लेकिन एहतियात के तौर पर हम बाहर रह सकते हैं क्योंकि राष्ट्रमंडल खेल अधिक महत्वपूर्ण हैं और हमें वहां सर्वश्रेष्ठ स्थिति में होना होगा। ’

 

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