करो या मरो के मैच में दिल्ली का सामना आज मुंबई से

जीत के साथ टीम को प्लेऑफ में पहुंचाना चाहेंगे ऋषभ पंत
मुम्बई।
दिल्ली कैपिटल्स का भाग्य अब उसके ही हाथ में हैं जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लगभग ‘क्वार्टर फाइनल’ की तरह बने मुकाबले में मुंबई इंडियंस के खिलाफ सभी क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन कर जीत दर्ज करना चाहेगी। कप्तान ऋषभ पंत की टीम के लिए जहां यह मुकाबला बेहद महत्वपूर्ण है तो वहीं मुंबई इंडियंस सत्र का समापन जीत से करना चाहेगी, हालांकि पांच बार की चैंपियन के लिए यह मायने नहीं रखेगा। सत्र में प्रबल दावेदार के रूप में उतरी मुंबई को नीलामी में खराब रणनीति का खामियाजा भुगतना पड़ा। 
दिल्ली कैपिटल्स के लिए समीकरण बहुत सरल है जिसमें उसे शीर्ष चार में जगह बनाने के लिए बस मुंबई इंडियंस को हराने की जरूरत है जिससे वह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के नेट रन रेट के कारण आगे हो जाएगी। 
मुंबई इंडियंस को इस सत्र में अपने सबसे बुरे दौर से गुजरना पड़ा है जबकि दिल्ली कैपिटल्स प्रदर्शन में निरंतरता के अभाव के कारण इस स्थिति में हैं, उसे 13 मैचों में से सात में जीत मिली और छह में हार का सामना करना पड़ा। पिछले दो मैचों से दिल्ली ने पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को हराया था। 
वॉर्नर चल रहे हैं फॉर्म में
ऐसे भी दिन रहे जब दिल्ली कैपिटल्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया जिसमें डेविड वॉर्नर (427 रन) या मिचेल मार्श (251 रन) या फिर रोवमैन पॉवेल (207 रन) ने बल्लेबाजी में कमाल दिखाया जबकि स्पिनर कुलदीप यादव (20 विकेट), अक्षर पटेल (06 विकेट) और ललित यादव (04 विकेट) ने भी गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया।
दिल्ली कैपिटल्स की टीम इस सत्र में दो विभाग में जूझती रही। पहला तेज गेंदबाजी विभाग जिसमें खलील अहमद (16 विकेट) को छोड़ दें तो यह पूरे सत्र में उतार-चढ़ाव भरा रहा। शार्दुल ठाकुर ने अपने 13 विकेट के बावजूद नौ से अधिक प्रति ओवर रन लुटाए। दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण कप्तान पंत (301 रन) का अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाना रहा। टूर्नामेंट के अंत में दिल्ली कैपिटल्स के लिए एक चीज कारगर रही, वो है मार्श की बल्लेबाजी फॉर्म। उनकी दो अर्धशतकीय पारियों से टीम उम्मीदें बरकरार रखने में कामयाब रही। मुस्तफिजुर रहमान (08 विकेट) जिन मैचों में खेले, शानदार प्रदर्शन किया लेकिन जिस संयोजन की जरूरत थी, उसके हिसाब से रिकी पोंटिंग उन्हें ज्यादा मैचों में अंतिम एकादश में शामिल नहीं कर सके।
सरफराज खान की बतौर सलामी बल्लेबाज फॉर्म दिल्ली के लिए राहत की बात होगी। टायफाइड के कारण पृथ्वी शॉ के बाहर होने के बाद पोंटिंग ने कोना भरत का इस्तेमाल किया लेकिन यह भी कारगर नहीं रहा। अंत में सरफराज ने पिछले मैच में 16 गेंद में 32 रन की पारी खेली और पोंटिंग इस संयोजन में तब तक कोई छेड़छाड़ नहीं करना चाहेंगे जब तक शॉ पूरी तरह से फिट नहीं हो जाते।  
जहां तक मुंबई इंडियंस का सवाल है तो इस सत्र के बारे में जितनी कम बात की जाए, उतना उनके लिए बेहतर होगा। एनटी तिलक वर्मा के स्टायलिश बल्लेबाज के तौर पर उभरने के अलावा घरेलू टीम के बारे में बात करने के लिए और कुछ नहीं है। वह टिम डेविड के साथ मुंबई इंडियंस के अगले महान खिलाड़ी हो सकते हैं जिन्होंने कीरोन पोलार्ड की जगह को संभाला है।
मुंबई इंडियंस की बात की जाए तो इस मैच में सभी की दिलचस्पी होगी कि महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को आखिर में एक मैच मिलता है या नहीं क्योंकि वह दो सत्र में 27 मैचों में बेंच पर ही बैठे रहे हैं। कप्तान रोहित शर्मा ने संकेत दिया था कि वे अंतिम मैच में कुछ नए चेहरों को उतारेंगे। अभी तक 13 मैचों में 22 खिलाड़ी खेल चुके हैं।
मुंबई की संभावित टीमः ईशान किशन (विकेटकीपर), रोहित शर्मा (कप्तान), डेवाल्ड ब्रेविस, तिलक वर्मा, ट्रिस्टन स्टब्स, टिम डेविड, रमनदीप सिंह, जसप्रीत बुमराह, कुमार कार्तिकेय, जयदेव उनादकट/अर्जुन तेंदुलकर, राइली मेरेडिथ।
दिल्ली की संभावित टीमः सरफराज खान, डेविड वार्नर, मिशेल मार्श, ऋषभ पंत (विकेटकीपर/कप्तान), ललित यादव, रोवमैन पॉवेल, अक्षर पटेल, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, एनरिक नॉर्टजे, खलील अहमद। 

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