हैदराबाद की जीत से दिलचस्प हुई प्लेऑफ की जंग

दूसरों की हार-जीत पर टिकी हैं टीमों की उम्मीदें 
खेलपथ संवाद
मुम्बई।
आईपीएल 2022 में प्लेऑफ के लिए दिलचस्प लड़ाई देखने को मिल रही है। अभी तक 70 में से 65 मैच हो चुके हैं, फिर भी चार में से तीन प्लेऑफ स्थान खाली हैं। सिर्फ गुजरात टाइटंस (20 अंक) ने ही प्लेऑफ में अपनी सीट पक्की की है वहीं, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं।
अभी फिलहाल तीन स्थान के लिए सात टीमों के बीच लड़ाई चल रही है। अभी तक के समीकरण के हिसाब से इन सात टीमों में से कुछ टीमों का दावा बेहद मजबूत है, जबकि कुछ को उलटफेर करने के लिए अपने मुकाबले बड़े अंतर से जीतने होंगे। इसके साथ ही अन्य टीमों के हार-जीत के परिणाम पर भी उनका भविष्य टिका होगा।
मंगलवार को सनराइजर्स हैदराबाद की मुंबई इंडियंस पर जीत ने इस जंग को और दिलचस्प बना दिया है। अब हैदराबाद भी प्लेऑफ की लड़ाई में बनी हुई है। इसलिए आईपीएल का यह सीजन रोमांच से भरा तो है ही, साथ ही काफी उलट-पुलट भरा वाला भी है। आओ उन टीमों पर एक नजर डालें जो प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए प्रयासरत हैं। 
राजस्थान रॉयल्स: आईपीएल की अंकतालिका में दूसरे स्थान पर काबिज राजस्थान रॉयल्स 16 अंक (13 मैच में 8 जीत) के साथ प्लेऑफ में पहुंची दिख रही है। उसे एक मैच चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ खेलना है। इस मैच में जीत प्लेऑफ में जगह सुनिश्चित कर देगी, लेकिन अगर मैच में राजस्थान की हार भी होती है तो भी अंतिम चार से बाहर होने की संभावना नहीं है, क्योंकि उसका नेट रनरेट +0.304 है और यह प्रतियोगिता में दूसरा सर्वश्रेष्ठ है। 
लखनऊ सुपर जाएंट्स: राजस्थान की तरह ही लखनऊ के भी 16 अंक (13 मैच में 8 जीत) हैं और वह तालिका में अभी तीसरे स्थान पर मौजदू है। हालांकि, उसका नेट रनरेट (+0.262)  राजस्थान की तुलना में कम है। लखनऊ को अपना एक मैच कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेलना है और जीत से वह प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर लेंगे। अगर वे हार जाते हैं तो उन्हें सुनिश्चित करना होगा कि उनका नेट रन रेट न बिगड़े। लखनऊ को तभी बाहर किया जा सकता है जब दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) अपने मुकाबले को भारी अंतर से जीत लें और कोलकाता की टीम लखनऊ को बड़े अंतर से हराए। हालांकि, यह समीकरण की अत्यधिक संभावना नहीं है, लिहाजा लखनऊ को प्लेऑफ में पहुंचना चाहिए।
दिल्ली कैपिटल्स: इस सत्र में दिल्ली ने काफी उतार-चढ़ाव भरा मैच खेला है। वह अभी 14 अंक (13 मैच में 7 जीत ) लेकर तालिका में चौथे स्थान पर मौजूद है। सौभाग्य से उनके हाथ में ही बहुत कुछ है। दिल्ली का अभी नेट रनरेट +0.255 है और वह आरसीबी (-0.323) की तुलना में काफी अधिक है। अगले मैच में मुंबई इंडियंस पर जीत के बाद वह अगले दौर में प्रवेश कर जाएगी। हालांकि, एक हार भी उन्हें प्लेऑफ से बाहर नहीं कर पाएगी, लेकिन यहां उसे अपना नेट रनरेट अच्छा रखना होगा। साथ ही आरसीबी अपना मैच हार भी जाए। भले ही केकेआर, सनराइजर्स हैदराबाद और पंजाब किंग्स अपने-अपने मैच जीत लें, दिल्ली चाहेगी कि उसका नेट रन रेट अन्य टीमों से अच्छा रहे। 
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर: फॉफ डुप्लेसिस की टीम को जीत से ज्यादा की जरूरत है। आरसीबी 14 अंक (13 मैच में 7 जीत) के साथ तालिका में पांचवें स्थान पर है, लेकिन उसका नेट रन रेट -0.323 है और गुजरात टाइटंस के खिलाफ बड़ी जीत हासिल करनी होगी। साथ ही यह भी देखना होगा कि दिल्ली को आखिरी मैच में मुंबई इंडियंस की टीम हरा दे। यानी उसकी कुछ उम्मीदें मुंबई पर भी टिकी हैं। 
कोलकाता नाइट राइडर्स: श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली केकेआर मुश्किल में है। वह 12 अंक ( 13 मैच में 6 जीत) के साथ तालिका में छठे स्थान पर है। केकेआर को क्वालीफाई करने के लिए अपने आखिरी मैच में लखनऊ सुपर जाएंट्स को बड़े अंतर से हराना होगा। साथ ही वह यह भी चाहेगी कि दिल्ली और बैंगलोर अपने-अपने मैच हार जाएं। केकेआर का नेट रनरेट +0.160 है और अपना मैच जीतकर रनरेट के मामले में दूसरी टीमों को उलझाने का विचार कर सकती है। उन्हें पंजाब और हैदराबाद के मैचों पर भी नजर रखने की जरूरत है। हालांकि, दो बार के चैम्पियन के लिए राह मुश्किल है। 
पंजाब किंग्स: पिछले मैच में दिल्ली से हार के कारण पंजाब का समीकरण बिगड़ गया है। वह अंकों के मामले में (12 अंक) केकेआर के बराबर है लेकिन नेट रन रेट -0.043 है जो काफी पीछे है। समीकरण के हिसाब से पंजाब चाहेगा कि बैंगलोर, दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद अपने-अपने आखिरी मैच हार जाएं। यदि कोलकाता और हैदराबाद अंक तालिका में 14 अंक पर रहते हैं तो पंजाब यहां अपना नेट रन रेट अधिक रखना चाहेगी। हालांकि, यह संभव नहीं है। मयंक 22 मई को हैदराबाद के खिलाफ अंतिम मैच खेलेंगे और तब तक तालिका की स्थिति साफ हो चुकी होगी। 
सनराइजर्स हैदराबाद: आखिर में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम है जिसके क्वालीफाई करने की संभावना शून्य है। हैदराबाद की टीम के पास एक मैच बचा है और 12 अंक ( 12 मैच में 6 जीत) के साथ तालिका में आठवें स्थान पर है। उसका नेट रनरेट -0.230 है और उसे क्वालीफाई करने के लिए बहुत सारे दूसरे समीकरण पर निर्भर रहना होगा। अगर हैदराबाद आखिरी मैच जीतती भी है तो उसके अंक 14 हो जाएंगे, लेकिन उसका नेट रन रेट दिल्ली से बेहतर नहीं होगा। लिहाजा, 2016 के चैम्पियन के पास सिर्फ गर्व करने के सिवा कुछ नहीं होगा।

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